Author Topic: Journalist and famous Photographer Naveen Joshi's Articles- नवीन जोशी जी के लेख  (Read 72837 times)

नवीन जोशी

  • Sr. Member
  • ****
  • Posts: 479
  • Karma: +22/-0
हिमालयी क्षेत्रों के लिए बने अलग समूह
कार्यशाला में केंद्रीय योजना आयोग से किया अनुरोध
नैनीताल (एसएनबी)। सिक्किम से लोकसभा सदस्य पीडी राय ने केंद्रीय योजना आयोग स्तर पर हिमालयी क्षेत्रों के लिए विशिष्ट समूह के गठन पर बल दिया है। यह समूह हिमालयी क्षेत्रों के लिए ठोस कार्ययोजना तैयार करेगा। उन्होंने हिमालयी क्षेत्रों में आ रहे परिवर्तनों के साथ जीविका के क्षेत्र में अधिक कार्य करने पर भी जोर दिया। श्री राय उत्तराखंड प्रशासन अकादमी में चल रही दो दिवसीय ‘इंडिया माउंटेन इनीशिएटिव’ की ‘सस्टेनेबल माउंटेन डेवेलपमेंट समिट 2011’ के अंतिम दिन की कार्यशाला में बोल रहे थे। उत्तराखण्ड के प्रमुख सचिव पर्यटन राकेश शर्मा ने प्रदेश के अंतिम गांव माणा का उदाहरण देते हुए वहां ग्रामीण पर्यटन के बारे में जानकारी दी। साथ ही पर्वतारोहण, ईको पर्यटन और राफ्टिंग की सम्भावनाओं के बारे में बताया। इंटरनेशनल जर्मन कोआपरेशन जीआईजेड के मैनफेड हैबिग ने ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने की जरूरत बताई। भारत सरकार के पर्यटन उप महानिदेशक डी वेंकटेशन, सुशील रमोला, प्रो. तेज प्रताप, सुब्रोतो राय ने भी इस मौके पर विचार रखे। इसके अलावा डा. पुश्किन फत्र्याल, डा. टीएस पोपाल, डा. आरवीएस रावत, प्रो. बीके जोशी व प्रो. शेखर पाठक ने समुदाय वानिकी व ग्रामीण पर्यटन की जानकारियां दीं। सामुदायिक वानिकी सत्र में डा. राजीव सेमवाल, डा. राजेन्द्र विष्ट वन संरक्षक ने प्रस्तुति दी। मेघालय के एमवीके रेड्डी, दिल्ली के एस सिद्ध, नेपाल के डा. गिरिधर खिनहाल, डा. भीष्म सुवेदी, प्रदेश के एसटीएस लेप्चा, कल्याण पाल, सुधा गुणवन्त, हेमा फत्र्याल, पीताम्बर मलकानी ने भी प्रस्तुतियां दीं। समापन के मौके पर आयोजक सेंट्रल हिमालयन इन्वायरमेंट एसोसिएशनचि या के अध्यक्ष डा. आरएस टोलिया ने कार्यशाला में सहयोग कर रहे संस्थानों जीआईजेड, उत्तराखण्ड, आईसीमोड, नेपाल, यूकास्ट, उत्तराखण्ड, एसआरटीटी, एनआरटीटी, मुम्बई, एसबीबी, देहरादून, एचआरडीआई गोपेर तथा मीडिया का आभार जताया। इस अवसर पर प्रो. एसपी सिंह, प्रो. पीडी पन्त, डा. पंकज तिवारी, प्रो. वीपीएस अरोडा, प्रो. जेएस सिंह, डा. एलएमएस पालनी आदि मौजूद थे।
पहाड़ में विकास के लिए बने अलग मॉडल : पचौरी
नैनीताल में बढ़ते प्रदूषण से चितिंत हैं नोबल पुरस्कार विजेता

नैनीताल (एसएनबी)। अमेरिकी उप राष्ट्रपति अलगोर व मार्टिन प्राइस के साथ नोबल पुरस्कार के साझीदार नैनीताल में जन्मे डा. आरके पचौरी पहाड़ में विकास के लिए अलग मॉडल के पक्षधर हैं। उनका मानना है कि पहाड़ में मैदान अथवा पूर्ववर्ती उत्तर प्रदेश के विकास के मॉडल से कार्य नहीं किया जा सकता। वह अपनी जन्मस्थली में पर्यटक वाहनों के अधिक आगमन से चिंतित हैं, साथ ही खुश भी हैं कि नैनी झील पहले के मुकाबले में साफ हुई है। उत्तराखंड प्रशासन अकादमी में आयोजित संगोष्ठी में आए डा. पचौरी नैनीताल पहुंचने के मार्ग की दुर्दशा से खासे परेशान दिखे। उन्होंने बातचीत की शुरूआत यह कहकर की कि इस बार यहां आने में अधिक तकलीफ हुई। नगर के हैडिंग्ले कॉटेज में जन्मे पचौरी ने कहा, उनकी मां बताती हैं कि वह इजी डिलीवरी से पैदा हुए थे। उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन को नगर में वाहनों का अधिक प्रवेश रोककर सैलानियों के लिए पैदल घूमने का अवसर उपलब्ध कराना चाहिए। जलवायु परिवर्तन पर श्री पचौरी ने कहा कि इसका सर्वाधिक प्रभाव कामगारों, किसानों पर पड़ेगा। लिहाजा अभी से जागरूक होने की जरूरत है। यहां प्राकृतिक धन की सुरक्षा करते हुए ही विकास करने होंगे तथा बेकार नष्ट हो रहे संसाधनों के उपयोग व वष्रा जल संग्रहण जैसे प्रयास करने होंगे। ईधन के लिए भी नए विकल्प तलाशने होंगे। नैनीताल के बाबत उन्होंने कहा, अपनी जन्मस्थली उनके दिल में है। उनका बचपन यहां बीता है। वह इस शहर की पूजा करते हैं।

नवीन जोशी

  • Sr. Member
  • ****
  • Posts: 479
  • Karma: +22/-0
मुफ्त मिलेंगी १ लाख सोलर लालटेनें, सोलर स्ट्रीट लाइटों से रोशन होंगे राज्य के सीमावर्ती इलाके
केंद्रीय वैकल्पिक ऊर्जा मंत्रालय से मिले 80 लाख रुपये दो माह के भीतर लगा दी जाएंगी सोलर लाइटें[/b]
नैनीताल (एसएनबी)। प्रदेश सरकार राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों में एक लाख परिवारों को मुफ्त सोलर लालटेन बांटेगी। इसके अलावा सीमावर्ती इलाकों को 13 हजार सोलर स्ट्रीट लाइटों से भी रोशन किया जाएगा। राज्य सरकार को केंद्रीय वैकल्पिक ऊर्जा मंत्रालय से इस हेतु 80 लाख रुपये प्राप्त हो गए हैं। राज्य के वैकल्पिक ऊर्जा मंत्री राजेंद्र भंडारी ने बताया कि पिथौरागढ़, चंपावत, बागेश्वर, ऊधमसिंहनगर तथा चमोली सहित आधा दर्जन सीमावर्ती जिलों में अगले दो माह के भीतर सोलर लालटेन व सोलर स्ट्रीट लाइट लगा दी जाएंगी। काबीना मंत्री श्री भंडारी ने बताया कि राज्य के सीमावर्ती इलाकों से पलायन को रोकने के उद्देश्य से यह योजना केंद्र सरकार से स्वीकृत हुई है। इस मद में 80 लाख रुपये प्राप्त हो चुके हैं। लालटेनों व स्ट्रीट लाइटों की खरीद के लिए निविदा प्रक्रिया शुरू की जा रही है। इसके साथ ही राज्य में सौर ऊर्जा से चलने वाले वाटर हीटरों की खरीद पर 70 फीसद का अनुदान दिया जा रहा है। उन्होंने राज्य में 10-10 मेगावाट क्षमता के पांच सोलर प्लांट लगाए जाने की योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि ऐसे पांच-पांच मेगावाट क्षमता के पांच सोलर प्लांट हाल में लगा दिए गए हैं। साथ ही उन्होंने टिहरी गढ़वाल के बछेलीखाल में 2.4 मेगावाट क्षमता का हवा से चलने वाले प्लांट की जानकारी भी दी। इसकी सफलता के बाद राज्य में और विंड मिल लगाई जाएंगी। उन्होंने राज्य में विद्युत उत्पादन क्षमतायुक्त घराट लगाने पर 1.16 लाख व सामान्य यांत्रिक घराट बनाने के लिए 41 हजार रुपये दिए जाने की योजना की भी जानकारी दी। वैकल्पिक ऊर्जा मंत्री ने बताया कि प्रदेश में अभी पिरुल आधारित कोई बड़ा प्रोजेक्ट प्रस्तावित नहीं है। उल्लेखनीय है कि हाल में उरेडा के माध्यम से अल्मोड़ा में 10 मेगावाट क्षमता का प्लांट लगने की र्चचाओं के बाद केंद्रीय ऊर्जा मंत्री फारूक अब्दुल्ला ने गत दिवस नैनीताल राजभवन प्रवास के दौरान ग्रामीण महिलाओं की सहभागिता से पिरुल से ईधन बनाने की छोटी योजनाओं को प्रोत्साहन देने के लिए बड़ी योजनाओं को हतोत्साहित करने तथा इस पर दिये जाने वाले दो फीसद अनुदान को भी समाप्त किए जाने की बात कही थी।

Himalayan Warrior /पहाड़ी योद्धा

  • Sr. Member
  • ****
  • Posts: 353
  • Karma: +2/-0

This is good news Joshi ji.  Solar Engery should be promoted.


नवीन जोशी

  • Sr. Member
  • ****
  • Posts: 479
  • Karma: +22/-0
कांग्रेसी आन्दोलन क्या जानें....

देश की आजादी के बाद अधिकतम समय सत्ता में  रहने  वाले कांग्रेस पार्टी के लोग  आन्दोलन  क्या  जानें , उन्होंने  तो  हमेशा  आन्दोलन  को  कुचलना  सीखा  है , उन्हें कभी  आन्दोलन  करना  पड़े  तो  तब  देखिये  इनकी  हालत , अभी भट्टा-परसौल के मामले में राहुल गाँधी और मुंह में कोई (?) बुरी चीज लेकर बोलने वाले उनके बडबोले चापलूस दिग्विजय सिंह की नौटंकी  को  जनता अभी  भूली नहीं है.

कांग्रेसी  तो गांधी जी   के  सत्याग्रह  को  भी  भूल  गए  हैं, कोई  इनसे  पूछे  कि  क्या राष्ट्रपिता गांधीजी  निर्धारित  संख्या  की  इजाजत  लेकर  किसी स्थान पर सत्याग्रह  करते  थे....क्या  उन्हें  कभी  अंग्रेजों   ने  इसी  तरह  एक  रात  भी  आन्दोलन  पर नहीं  टिकने  देने  के  लिए  इस  प्रकार  का  दुष्चक्र  (वह भी आधी रात्री को) रचा....(या की तब अंग्रेजों के राज मैं रात्रि ही नहीं होती थी, या अब आपके राज में दिन ही नहीं होता ?) ?????

आपने तो  अब  उसी  लोकतंत्र  को  भीड़ तंत्र  कहना शुरू  कर  दिया  है, जिसके  बल  पर  आप यहाँ  हैं........शायद  आपकी  और  इनकी (अन्ना व रामदेव की)  भीड़  में  यह  फर्क  हो गया है  की आप की भीड़  नोट  लेकर  इकठ्ठा होती और  वोट  देती  है, और  उनकी  स्वतः  स्फूर्त  आती है.

सच कहें तो कांग्रेस  को  विरोध  गंवारा  नहीं है.....आप  उनके (कांग्रेस के) खिलाफ  आन्दोलन  नहीं  कर  सकते, खुद  को  नुक्सान  पहुंचाते हुए  राष्ट्रपिता  की  राह  पर  चलकर  "सत्याग्रह" नहीं  कर  सकते ....जूता  उछाल या दिखा नहीं  सकते...कोंगेस, आप खुद  ही  बता  दें, कोई आपका  विरोध करे तो  कैसे  करे ?....

या की  जो  भी  आपका  विरोध  करेगा  उसे  आप कुचल  देंगे, चाहे वह अन्ना  हो या  रामदेव, या फिर कोई भी और...

और कोई आपको छुए  भी  तो आप फट  पड़ेंगे,  और  कोई  फट  पड़े  तो  आप उसका  मजाक और  मखौल  उड़ायेंगे...

कितनी  अजीब  बात  है  कि आज (6 जून 2011 को) अंग्रेजों  के  देश (उन्हीं अंग्रेजों, जिन्हें भारतीयों ने सत्याग्रह के जरिये ही देश से भगाया था)  इंग्लैंड में बाबा रामदेव के समर्थन  में (सही मायने में आपके भ्रष्टाचार के खिलाफ) हजारों  लोगों  ने जुलूस  निकाला और  उन्हें किसी  ने  नहीं  रोका, और  यहाँ  आप (काले अंग्रेजों) ने  देश में चार जून की (काले शनिवार की) रात क्या किया ....

उलटे आपने अच्छा मौका ढूढ़ लिया, जो भी आपका विरोध करे, उसे आप फासिस्ट...आरएसएस का मुखौटा कह दें... रामदेव को तो कह दें, चल   जाएगा..अन्ना को भी ???

यानी समाजवादी...बसपाइयों...राजद..तेलगू देशम ...... जो भी रामदेव का समर्थन कर रहा है वह आरएसएस का मुखौटा हो गया..... यानी आप कह रहे हैं कि आपका विरोध कर रहा पूरा देश आरएसएस का मुखौटा हो गया है.... ऐसे में कहीं आप यह तो नहीं कह रहे हैं कि पूरा  देश आरएसएस के रंग में रंगता जा रहा है.......लेकिन शायद एसा नहीं है...सच यह है कि देश आपके भ्रष्टाचार के खिलाफ एकजुट हो रहा है... इस बात को जल्दी समझ जाइए...वरना बहुत देर हो जायेगी....

नवीन जोशी

  • Sr. Member
  • ****
  • Posts: 479
  • Karma: +22/-0
मैदान से पहाड़ तो बहुत देखे होंगे, कभी पहाड़ से आसानी से देखा है मैदान....
 

   प्रस्तुतकर्ता नवीन जोशी पर ७:३५ पूर्वाह्न

फोटो अपलोड नहीं हो पा रही है, यहाँ देखकर काम चलाना पड़ेगा : http://prakritiman.blogspot.com/2011/07/blog-post.html

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

  • Core Team
  • Hero Member
  • *******
  • Posts: 40,912
  • Karma: +76/-0
 
Joshi ji.. welcome back.
 
Very good information ...Nice photo
 
मैदान से पहाड़ तो बहुत देखे होंगे, कभी पहाड़ से आसानी से देखा है मैदान....
 

   प्रस्तुतकर्ता नवीन जोशी पर ७:३५ पूर्वाह्न

फोटो अपलोड नहीं हो पा रही है, यहाँ देखकर काम चलाना पड़ेगा : http://prakritiman.blogspot.com/2011/07/blog-post.html

नवीन जोशी

  • Sr. Member
  • ****
  • Posts: 479
  • Karma: +22/-0
बैजनाथ (बागेश्वर)

नवीन जोशी

  • Sr. Member
  • ****
  • Posts: 479
  • Karma: +22/-0
गोल्फ ग्राउंड, रानीखेत

नवीन जोशी

  • Sr. Member
  • ****
  • Posts: 479
  • Karma: +22/-0
दूनागिरी, अल्मोड़ा
यहीं से लक्ष्मण को जिलाने संजीवनी बूटी ले गए थे हनुमान जी.

नवीन जोशी

  • Sr. Member
  • ****
  • Posts: 479
  • Karma: +22/-0
नैनीताल हाई कोर्ट ने सीबीआई की यूं की बोलती बंद

स्वामी रामदेव के सहयोगी आचार्य बालकृष्ण द्वारा गिरफ्तारी पर रोक लगाने के लिए दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए नैनीताल उच्च न्यायालय ने 'टॉर्चर' के जरिये लोगों की बंद जुबान खोलने में माहिर सीबीआई की बोलती बंद कर दी। न्यायालय ने अंतरिम आदेश जारी करते हुए बालकृष्ण की गिरफ्तारी पर तो रोक लगाई ही, यह भी बेपर्दा कर दिया कि सीबीआई किसके हाथों की कठपुतली है।
मालूम हो कि बीती २९ जुलाई को मामले की सुनवाई करते हुए न्यायमूर्ति तरुण अग्रवाल की एकल खंडपीठ ने बालकृष्ण को 3 अगस्त को सीबीआई के सम्मुख अपना पक्ष रखने और 5 अगस्त तक अपना पासपोर्ट हाईकोर्ट के रजिस्टार जनरल के यहां जमा करने के भी आदेश दिए हैं साथ ही एक सप्ताह के भीतर अपने साक्ष्य पेश करने को भी कहा है, साथ ही सीबीआई को भी तीन सप्ताह के भीतर काउंटर पेश करने के आदेश दिए हैं। मामले की अगली सुनवाई अब 29 अगस्त को होगी।

न्यायमूर्ति ने सीबीआई से पूछा: बालकृष्ण कहाँ रहते हैं ?
सीबीआई : हरिद्वार, उत्तराखंड.
न्यायालय: उत्तराखंड में कोई सरकार या पुलिस है या नहीं ?
सीबीआई: है....
न्यायालय: तो आप कहाँ से टपक पड़े....यहाँ की सरकार से शिकायत क्यों नहीं की ?  संवैधानिक मर्यादाओं/बाध्यताओं का पालन करते हुए सहयोग क्यों नहीं लिया गया .....(हजार बार मांग करने, धरना-प्रदर्शन करने पर भी सीबीआई की जांच नहीं होती है...)
सीबीआई: चुप....
न्यायालय: पासपोर्ट एक्ट के Section-10 के तहत केंद्र से कानूनी कार्रवाई की अनुमति क्यों नहीं ली...
सीबीआई: चुप...
सीबीआई: बालकृष्ण नेपाली नागरिक है...
न्यायालय: तो क्या इनका दादूबाग हरिद्वार में जन्म का सर्टिफिकेट फर्जी है ? है तो Registration of Birth Certificate Act के तहत कार्रवाई क्यों नहीं की ?
सीबीआई: चुप....
न्यायालय: इनका वोटर लिस्ट में भी नाम है, गैस कनेक्शन है, उसकी शिकायत क्यों नहीं की ?
न्यायालय: पासपोर्ट १९९७ में बना और २००७ में रिन्यू हुआ, क्या तब जन्म प्रमाण पत्र  की जांच नहीं हुयी ?
सीबीआई: चुप...
न्यायालय: इनके नेपाली नागरिक होने का कोई दस्तावेज है ?
सीबीआई: पहले चुप...फिर...नेपाली मूल का होने का दस्तावेज नहीं हैं लेकिन एफआईआर में आरोप लगाए गए हैं।
न्यायालय: तो क्या, आरोपों/ कयासों पर किसी के खिलाफ कार्रवाई करेंगे...आप तो देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी हैं, बिना जांच के कार्रवाई करेंगे ? ... जाइए, तीन सप्ताह में दस्तावेज लाइए...

(यहां उल्लेखनीय है कि आचार्य प्रमोद कृष्णम् नाम के एक अनाम व्यक्ति ने सीधे राष्ट्रपति को भेजे शिकायती पत्र में बालकृष्ण के आयु व शिक्षा प्रमाण पत्रों को फर्जी बताते हुए जांच की मांग की थी। राष्ट्रपति भवन से मामले को प्रधानमंत्री कार्यालय को संदर्भित किया गया। प्रधानमंत्री ने तुरंत मामला केन्द्रीय गोपन विभाग को भेजा और गोपन विभाग ने बिना कोई देरी किये व राज्य सरकार से परामर्श किये बिना मामले की जांच सीबीआई को सौंपने की सिफारिस कर दी। सीबीआई ने प्राथमिक जांच के आधार पर ही बालकृष्ण के खिलाफ आपराधिक षडयंत्र की धारा १२०बी ,धोखाधड़ी की 420 व फर्जी कागजातों के लिए I .P.C . की संबंधित दर्जन भर धाराओं में मामला दर्ज कर दिया। फर्जी पासपोर्ट को लेकर भी एफआईआर दर्ज की गई। )
सीबीआई बालकृष्ण को पूछताछ करने के लिए बुलाकर गिरफ्तार करने की कोशिश में थी, जिसके खिलाफ बालकृष्ण द्वारा उच्च न्यायालय में दायर याचिका में कहा था कि मामला राजनीति से प्रेरित है, बाबा रामदेव  के सहयोगी होने के चलते  सीबीआई उन्हें झूठे मुकदमें में गिरफ्तार करना चाहती है।

 

Sitemap 1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22