Author Topic: Delicious Recepies Of Uttarakhand - उत्तराखंड के पकवान  (Read 179839 times)

Bhishma Kukreti

  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 18,808
  • Karma: +22/-1
     

    उत्तराखंडी पारम्परिक  आयुर्वेदिक लुटपुटि  पनीर भुज्जी    पकाणै   पाक विधि /सगोर
-
 उत्तराखंडी पारम्परिक  आयुर्वेदिक लुटपुटि  पनीर भुज्जी    पकाने    की पाक विधि
  Recipe of  Uttarakhand, Ayurvedic Traditional Recipe of Paneer Bhujji
 आयुर्वेदीय  उत्तराखंडी  पारपम्परिक भोजन व्यंजन विधि /पाक विधि/ पाक कला  श्रृंखला  भाग - २६ 
Recipe of Ayurvedic Traditional Food  of   Garhwal, Kumaon (Uttarakhand)part- 26 
-
संकलन -  प्रेमलता सजवाण
-
पनीर भुज्जी पकाणो समान -
पनीर -१/२ किलो
तेल
कसूरी मेथी
कट्यां प्याज - १/४ किलो
ल्यासण -आदु - ब्रेक पिस्युं या पेस्ट
हल्दी चूरा
मर्च चूरा
धणिया चूरा
४, ५ टमाटर पिस्यां
पोदीना पत्ता
बणाणे सगोर/ पाक विधि /रेसिपी ---
दगड्यो अधा किलो पनीर थै बड़ा बड़ा टुकड़ो मा काटि दीण।
तेल म हल्कु भूरू रंग आण तक तैलि दीण।
अब कढै़ म छौंक जुगा तेल गरम कैरि वैमा जीरा अर कसूरी मेथी कु छौंक लगाण। फिर एक पाव बरीक कट्यां प्याज भून दिणि । फिर लसुण, आदु थै बरीक पीसि कि भूनि दीण। अर अपर पसंद का मसला( लूण,हल्दु,मर्च,धणिया पौडर,देगी मर्च) डालि भुन्याण आण तक भूनि दीण।फिर चार पाँच बरीक पिस्यां टमाटर डालि ऊंथे भी भूनि दीण।जरसि पाणि डालि लटपटु मसला बणै वैमा पनीर डालि कि रलौ मिलै दीण। एक प्लेट म सजै कि मथि भटै पुदीना पत्तों ल सजै भि दीण।

-
Copyright @  Premlata  Sajwan  , Dehradun  2021
उत्तरखंड  का  आयुर्वैदिक पारम्परिक भोजन  पका कला , Recipe for Ayurvedic  Traditional Cuisine  of    Uttarakhand    , गढ़वाल  का आयुर्वेदिक   पारम्परिक पाक कला, कुमाऊं  का   आयुर्वेदीय पारम्परिक भोजन  पाक कला निरंतर ; हरिद्वार की परम्परागत  पनीर भुज्जी रेसिपी , देहरादून की पारम्परिक    पनीर भुज्जी रेसिपी


Bhishma Kukreti

  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 18,808
  • Karma: +22/-1

  उत्तराखंड का पारम्परिक  आयुर्वेदिक   भंग जीरा चटनी बनाने की विधि 

  Recipe of  Uttrakhand, Ayurvedic Traditional Recipe of  Bhangjeera  Chutney
 आयुर्वेदीय  उत्तराखंडी  पारपम्परिक भोजन व्यंजन विधि /पाक विधि/ पाक कला  श्रृंखला  भाग -  २७
Recipe of Ayurvedic Traditional Food of   Garhwal, Kumaon (Uttarakhand)part- २७
-
संकलन -   सरोज शर्मा, सहारनपुर

भंग जीरा की चटनी बनाने की विधि ,
सामग्री -
तीन चमच भंग जीरा 5 कली लहसुन, एक चम्मच मूँगफली के दाने भुने हुए, हरि लाल मिर्च 2,लाल साबुत मिर्च 3,
नमक स्वादानुसार,
थोड़ी सी चुटकी भर चीनी
और एक निम्बू सबसे बाद में रस निचोड़ने हेतु
नीम्बू छोड़ उपरोक्त सब सामग्रियों को एक साथ मिक्सर ग्राइंडर में या सिलबट्टे में पीस लें। इस लटपटी पदार्थ में नीम्बू निचोड़ें। तैयार हो गई आयुर्वैदिक चटनी तैयार, पराठे या रोटी या अन्य भोजन के साथ खायें।
-
Copyright @   Saroj  Sharma 2021
उत्तरखंड  का  आयुर्वैदिक पारम्परिक भोजन  पका कला , Recipe for Ayurvedic  Traditional Cuisine  of    Uttarakhand    , गढ़वाल  का आयुर्वेदिक   पारम्परिक पाक कला, कुमाऊं  का   आयुर्वेदीय पारम्परिक भोजन  पाक कला निरंतर ;चौंदकोट गढ़वाल से भंगजीरा चटनी बनाने की विधि   ;  देहरादून से   भंगजीरा चटनी बनाने की विधि


Bhishma Kukreti

  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 18,808
  • Karma: +22/-1
 
   उत्तराखंड का पारम्परिक  आयुर्वेदिक  आलू पराठा , कस्टर्ड , हरी चटनी    पकाने की पाक विधि

  Recipe of  Uttrakhand, Ayurvedic Traditional Recipe of Alu Paratha, Custard, Chutney
 आयुर्वेदीय  उत्तराखंडी  पारपम्परिक भोजन व्यंजन विधि /पाक विधि/ पाक कला  श्रृंखला  भाग - २८   
Recipe of Ayurvedic Traditional Food of   Garhwal, Kumaon (Uttarakhand)part- 28
-
संकलन -  उषा बिजल्वाण
-
आलू का पराठां,कस्टर्ड और हरी चटणी।
-
४ लोगो का वास्ता।
 समय- आधा घंटा ।
सामग्री- आलू ३ बडा़ उबल्यां
 हरी मिर्च ६
प्याज़ १ बड़ु बरीक कट्यूं।
आटा २५० ग्राम।
   तेल २ चम्मच।
२ चुटकी अजवाइन।
नमक स्वाद अनुसार।
कस्टर्ड ३ चम्मच।
दूध आधा लीटर।।
चीनी ४ बडा़ चम्मच
धनिया हरू आधा गुच्छी।
पुदीना आधा गुच्छी।
कसूरी मेथी आधा चम्मच
जीरा पाउडर आधा चम्मच
चाट मसाला आधा चम्मच
 काळो लूण आधा चम्मच
नीम्बू १।  ------------परांठा पकाणै विधी- आटे में दो चुटकी अजवाइन दो चुटकी कसूरी मेथी दो चम्मच तेल डाल कर अच्छे से मिलौण का बाद धीरे-धीरे पानी डाली गूंदा आटु सख्त ही रखण। भरावन तैं - आलू दे अच्छा सा मैस करीक वै मा प्याज़, कसूरी मेथी और धनिया थोड़ा सा जीरा पाउडर आधा चम्मच लूण , एक चम्मच लाल मिर्च पाउडर आधा चम्मच चाट मसाला वाला चम्मच अजवाइन आधा चम्मच बारीक कटी हरी मिर्च दुई डाळिक अच्छी तरां से  मिलौण आटा   लोई लीतैं लगभग २ चम्मच मसेटू भरीक चौड़ी रोटी बणोण और गरम तवा म खूब अच्छा सा सेकण तब दुया तरफ बटी तेल लगैक करारा बणोण ल्या तैयार छ आलु का पराठां।
------ कस्टर्ड पकाणै विधी- आधा लीटर दूध तै कै पतीला पर उबाळ  रख द्या जब उबाळ  ऐ जालू तब वैम ठंडा पाणी म घोलीक कस्टर्ड डाल द्या आच्छा सा पकौण का बाद चीनी डाळ  द्या थोड़ी देर और पकौण का बाद गैस बन्द कर द्या कस्टर्ड तैयार अब वैम जतना मरजी फल डाल द्या
--------चटणी बणाणै विधि - धनिया और पुदीना तैं बारीक काटीक वैम हरी मिर्च काळो लूण जीरा पाउडर लहसुन अदरक नींबू चीनी डालीक मिक्सी मा बारीक पीस ल्या चटणी भी तैयार
-
Copyright @   Usha  Bijlwan  2021
उत्तरखंड  का  आयुर्वैदिक पारम्परिक भोजन  पका कला , Recipe for Ayurvedic  Traditional Cuisine  of    Uttarakhand    , गढ़वाल  का आयुर्वेदिक   पारम्परिक पाक कला, कुमाऊं  का   आयुर्वेदीय पारम्परिक भोजन  पाक कला निरंतर ; देहरदून की आलू पराठा , कस्टर्ड , हरी चटनी    पकाने की पाक विधि , टिहरी गढ़वाल की  आलू पराठा , कस्टर्ड , हरी चटनी    पकाने की पाक विधि

Bhishma Kukreti

  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 18,808
  • Karma: +22/-1
 
        उत्तराखंडौ  पारम्परिक  आयुर्वेदिक  पिंडालु /अरबी क  गुंडळ /पत्यूड़   पकाणो  विधि  [/b][/size]
-

उत्तराखंड का पारम्परिक  आयुर्वेदिक  पिंडालु /अरबी के गुंडळ /पत्रावेल/पत्यूड़    पकाने की पाक विधि

  Recipe of  Uttarakhand, Ayurvedic Traditional Recipe of Gundal  from  Elephant Ear Leaves
 आयुर्वेदीय  उत्तराखंडी  पारपम्परिक भोजन व्यंजन विधि /पाक विधि/ पाक कला  श्रृंखला  भाग - 
Recipe of Ayurvedic Traditional Food of   Garhwal, Kumaon (Uttarakhand)part- 29
-
संकलन - गढ़वाली भुला  यमकेश्वर
-
अरबी यानि पापड़ / पिँडाळू क पत्तोँ क पत्यूड़ (गुँडळ) बणाण की विधि :-
 सामग्री अरबी क पत्ता मध्यम आकार क 12,
 बेसन -400 ग्राम
 नमक-
 मिर्च मशाला स्वाद अनुसार।
तड़का कुण   राई  तेल -50 ग्राम
 जख्या द्वी चम्मच।
सबसे पैली बेसन माँद मिर्च मशाला, हल्दी डाली कन बाकलू (गाढा) पेस्ट बणै एक अरबीका  पत्ता पर पेस्ट लगावा फिर दूसरू पत्ता फिर लेप, फिर तिसरू पत्ता फिर लेप अर फिर रोल बणै क धागा लपेटी द्याओ। यन्नी बारह पत्तो से चार रोल बणै क कढाई माँद द्वी गिलास पाणी डाळी क तीन चार पतली टहनी रखी क ताकि गुँडल पर पाणि ना लगो बस भाप माँद धीमी आँच माँद आधा घँटा पकै द्यावा। ठण्डु होण क बाद मध्यम आकार क काटी कन तेल गरम करी क जख्या क तड़का लगै क चाय क दगड़ परोसो। सारी विधि चित्रोँ से भी पता चली जाली। यू च ढाँगू, उदयपुर (यमकेश्वर) के फेमस गुँडळ की रस्याँण। गुँडळ हिमाचल, नेपाल, आसाम आदि जगह भी बणदन। बेसन की जगा कखी मुँगरी कू आटू त कखी उड़द की दाल भिगै पीसि कन लेप बणदू
 
-
Copyright @  Garhwali  Bhula  2021
उत्तरखंड  का  आयुर्वैदिक पारम्परिक भोजन  पका कला , Recipe for Ayurvedic  Traditional Cuisine  of    Uttarakhand    , गढ़वाल  का आयुर्वेदिक   पारम्परिक पाक कला, कुमाऊं  का   आयुर्वेदीय पारम्परिक भोजन  पाक कला निरंतर ; Traditional Recipe of Gundal by  Elephant Ear Leaves from Uttarakhand;


Bhishma Kukreti

  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 18,808
  • Karma: +22/-1

उत्तराखंड का पारम्परिक  आयुर्वेदिक  काफा/ काफली /धपड़ी/कपिलु    पकाने की पाक विधि

  Recipe of  Uttarakhand, Ayurvedic Traditional Recipe of Kafa, Kapil,  dhapree
 आयुर्वेदीय  उत्तराखंडी  पारपम्परिक भोजन व्यंजन विधि /पाक विधि/ पाक कला  श्रृंखला  भाग -  ३१
Recipe of Ayurvedic Traditional Food of   Garhwal, Kumaon (Uttarakhand)part- 31
-
संकलन -  जीतेन्द्र राय 
-

काफली/काफा/धपड़ी बणाणे कि विधि/व्यून्त।
सामान-
लासण,
प्याज,
टमाटर, अ
दरक,
हैरू धन्या,
एक गड्डी पलिंगु/पालक,
लूण,
हैरी मर्च,
लाल मर्च पाउडर,
राडू/सरसों कु तेल,
हल्दी,
सब्जी मसाला।
विधि/ व्यून्त-
सबसे पैली पलिंगु/पालक थैं एक कढ़ै/कढ़ाई म 10 मिनट तक उज्याण रैखि दियाँ। उजईं पालक थै तब सिलोटा या मिक्सी म पीसि लियाँ।
अदरक, लहसुन, हैरी मर्च कु सिलोटा या मिक्सी म पेस्ट तैयार कर्यां। लुआ/लोहे कि कढ़े म तेल गर्म कर्यां अर वे म तब बरीक कट्यां प्याज कु छौंक लगयां। एक चम्मच लूण/ नमक डाली के प्याज गुलाबी हूँण तक पकयां। एक टमाटर काटी के तब कढ़े म डाळी दियाँ अर कढ़े कै थकुला/ प्लेटन ढकी की हल्की आँच म 3 मिनट पकण दियाँ।
ढक्कण हटे कि तब वे म हल्दी, सब्जी मसाला, थोड़ा सी लाल मिर्च मिले कि करछी ल खरोल्यां, वेक बाद पिस्यूं पलिंगु बी मिले दियाँ। कुछ देर करछी चलोंदी रयाँ।
डेढ़ गिलास पाणी मिले के 10 से 15 मिनट तक हल्की झौल/आँच म पकण दियाँ।
सुस्वादि काफा/काफलि/धपड़ी तैयार च ।

 भात , झंगोरा , रोटी , रोट दगड़  खावो अर खलाओ //
Copyright @  जीतेन्द्र राय  2021
उत्तरखंड  का  आयुर्वैदिक पारम्परिक भोजन  पका कला , Recipe for Ayurvedic  Traditional Cuisine  of    Uttarakhand    , गढ़वाल  का आयुर्वेदिक   पारम्परिक पाक कला, कुमाऊं  का   आयुर्वेदीय पारम्परिक भोजन  पाक कला निरंतर ; उत्तराखंड का पारम्परिक  आयुर्वेदिक  काफा/ काफली /धपड़ी/कपिलु    पकाने की पाक विधि



Bhishma Kukreti

  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 18,808
  • Karma: +22/-1
उत्तराखंड का पारम्परिक  आयुर्वेदिक बसिंगू/ अडूसा  उबलने व   बसिंगू की सब्जी  पकाने की पाक विधि

  उत्तराखंड का पारम्परिक  आयुर्वेदिक बसिंगू/ अडूसा  उस्याणो   अर  बसिंगू  भुज्जी   पकाणौ  ब्यूंत   
  Recipe of  Uttrakhand, Ayurvedic Traditional Recipe of
 आयुर्वेदीय  उत्तराखंडी  पारपम्परिक भोजन व्यंजन विधि /पाक विधि/ पाक कला  श्रृंखला  भाग - ३०
Recipe of Ayurvedic Traditional Food of   Garhwal, Kumaon (Uttarakhand)part- 30
-
संकलन -  विवेका नंद जखमोला, गटकोट 
-
गरम तैल्वड़ि जमीन पर उगण व्वळि यीं झाड़ि थैं  बसिंगू /बासा /अडासू  से जणे जांद। बसंत ऋतु का आगमन से पैलि ये फरै हैरि मुलैम कोंपल फुटदन जु धीरे-धीरे फूल मा बदलि जांदन ।भुज्जि बणाणा खुणि येका यि मुलैम कोंपल हि त्वड़े जंदन। द्वी अदिमूं खुणि लगभग पाव किलु कली काफी होंदन।
किलै खाण चयेंद - या एक क्षारीय वनस्पति च अर अम्ल दोष निवारण का दगड़ि मधुमेह रोग्यूं खुणि वरदान च।
आवश्यक सामग्री - लगभग 250 ग्राम बसिंगै कलि, इकै छुटि चम्मच जीरू, जख्या, मर्च मसऽला, सरसौं कु तेल छौंक लगाणा वास्ता अर स्वादानुसार लूण।
  सुधारण , बणाण  (Food  Processing  प्रसंस्करण ) पकाणो ब्यूंत - ऐंच दियां विवरणानुसार बसिंग कि कलि चुनि लाणन अर साफ कैरि ध्वै धैकि कड़ै उंद धैरि एक बडु गिलास पाणि डाऴ़ी मुलैम होण तक उजे दीणन ।
अब छाज(पल्टा) या चाय छलनिन उज्यूं बसिंग हैका भांडु उंद निख्व्वळण अर वैका बाद तीन से चार बार तक ठंडु पाणिल खूब कैरि ध्वै दीण। ध्वै धैकि पाणि बिल्कुल निटारि दीण। मल्लब निचास कैरि।
अब कड़ै या पैन उंदै छौंक जुगता एक डडुळ तेल धोळि गरम होण द्या अर वैमा जीरू जख्या तड़का लगावा। जब तड़का तीड़ जालु त निथर्यूं बसिंग डाळि भूनि द्यावा अर लूण मर्च मसऽलु धोळि द्या ।5 मिनट पकण द्या अर वैका बाद उतारि द्या। चटपटु सवाद चयेंद त हैरि मर्च काटि बि मिलै सकद्वां ।
भुज्जि तैयार ह्वै ग्या त ग्यूं चूनै ढबड़ि रुट्टि दगड़म चटकै द्यावा ।फिर बुलिल्या अहा कु द्या अर कु खा? आनंद हि आनंद ।

-
Copyright @   विवेका नंद जखमोला , गटकोट i 2021
  उत्तरखंड  का  आयुर्वैदिक पारम्परिक भोजन  पका कला , Recipe for Ayurvedic  Traditional Cuisine  of    Uttarakhand    , गढ़वाल  का आयुर्वेदिक   पारम्परिक पाक कला, कुमाऊं  का   आयुर्वेदीय पारम्परिक भोजन  पाक कला निरंतर ; बासिंगू पकने की विधि ,  सब्जी पकाने की विधि   


Bhishma Kukreti

  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 18,808
  • Karma: +22/-1
प्याजि लच्छा करेला अर गुंदेला भात
-
पारम्परिक उत्तराखंडी भोजन   पाक विधि , पकाने की  शैली
-
प्रेमलता सजवाण
******************************
बणाणा कु सगोर
1 - करेलों थे ध्वै सुखै कि लम्बु बरीक काटि कि राखा।
प्याज का भि बरीक लच्छा काटि राखा।
अब कढै़ म सरसों तेल म जीरा, जख्या डालि तुड़का लगावा।
फिर पैलि करेला भूरा हूण तक भूना।
बाद म कट्यां लच्छा प्याज डाला।
जरसि देर भुनण बाद लूण, मर्च, हल्दु, मसला, देगि मर्च डालि भूना।
हैरि मर्च का द्वी फाड़ा कैरि वै प्याजि लच्छा करेला थै सजै द्यावा।
2 - गुंदेला(कढ़ी पत्ता) भात बणाणा खुणे एक पाव चौंल ध्वै कि भिगै द्यावा।
कुकर म सरसों तेल डालि जीरा भूना।
फिर चार फांकि छिल्यीं लसुण भूना, वैथै ललंगु हूणा बाद द्वी कट्यां प्याज भूना। अब दस बारह गुंदेला पात भी छौंक म डाला। फिर भिग्यां चौंल डालि भि भूना अब लूण ,मर्च हल्दु मसला डालि रलै मिलै द्यावा। चौंलु थै तर डुबणा जुगा पाणि डालि मथि भटै अदरक खुर्सि द्यावा।अब मथि भटै एक चमचा घ्यूं डालि कुकर फर ढकण लगै द्यावा।कुकरे द्वी सीटी अर गुंदेला भात तैयार। एक प्लेट म निकालि कट्यां टमाटर हैरि मर्च दगड़ परोसा।
सर्वाधिकार @ प्रेमलता सजवाण


Bhishma Kukreti

  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 18,808
  • Karma: +22/-1
उत्तराखंड का पारम्परिक भोजन   चैंसू पकाने की पाक विधि
-
सुमिताप्रवीण

-


गढ़वालक स्वादिष्ट व्यंजन अब कुमाऊं में ले
-
चार जणाने लिजी
सामग्री
150 ग्राम पुर दाणन वाय मासक काय दाव
एक ठुल ढाढ़ सरसोंक तेल भुटण लिजी
3 हरीं मिर्च,2 लाल मिर्च, (अपूण हिसाबेल)1 चमच हल्द,लूँण, एक चमच धणिया दाण, 3 काय मिर्च, आधु चमच जीर,4 गुद लसणक, 1 प्याज, हरीं धणि, गरम पाण।
चैंसू पकाने की विधि
सब्नेहे पैली दाव कें भलीचार ध्वे ल्यो। वी बाद उकें सिल में पीस ल्यो। वीमें हरीं मर्च,लाल मर्च,हल्द,लूँण, थोड़ धणि दाण,काय मर्च,जीर,लसण कें ले दगड़े पिस लिया।
लुआ भदे में सरसों तेल चट्ट गरम कर ल्यो। वीमें जीर,धणिया दाण,एक सुखि लाल मर्च खित भेर फिर प्याज काट भेर हल्क भुन लिया। जादा झन जलाया प्याज कें, वी मथोल में पिसी दाव ले खित दियो। खूब भुनते रया मिस्यूँण आग में। लूँण अन्दाज़ेल डालया। जब यस लागोल कि दाव भली के भूटी ग्ये। भली भल भुटेंण खुशबू ऐ गे।तब वीमें गरम पाण खित भेर उबाव ऊण जाणे हलाते रया। वी बाद उकें ढाक लगा भेर 20 मिनिट जाणे मिस्यूँण आग में पकण दीया। बाद में वीमें ग्यून्क पिश्यूँ या चौवेंण (चावों पिस भेर) खित भेर दाव कें बकई बणे ल्यो । हरीं धणि काट भेर गरम गरम भात दगड़ी पिरसिया।
सुमीता प्रवीण
मुबंई


Bhishma Kukreti

  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 18,808
  • Karma: +22/-1
बेसिन के गट्टे की सब्जी पाक विधि
-
प्रदीप बडोनी -

-[/size]
aaj besan ki gatte ki sbji jismai sare ingredients swasth verdhak hai saath hi organic bhi besan, kasoori methi ajwain long kalimirch lehsun adarak tamatar pyaaz kaju badam or akhroat giri magaj or boiled version hai deep fried nahi enjoy gatte ki sabzi from सर्वाधिकार @ pradeep s kitchen.

Bhishma Kukreti

  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 18,808
  • Karma: +22/-1
[b]शुद्ध आयुर्वेदिक पहाड़ी शैली की  बिरियानी आप लोगों खुन,
-
सरोज शर्मा [/b]

-
बनान की विधि
चावल एक कटोरी 20 मिनट भिगा कर कुकर में ghee गरम करके जीरा हींग का छोक लगाकर स्वाद अनुसार नमक डाल के चावल भुन ले और 2 कटोरी से थोड़ा कम पानी डालकर एक सीटी लगा ले, सब्जियां बारीक काट कर अलग अलग हल्का नमक डाल कर bhun कर रख ले ,प्याज कुरकुरा भुन के रख ले Kadahi में एक चम्मच ghee डालकर सब्जियां और पके हुए chwal मिला लें ऊपर से भुने काजू किशमिश बादाम और कुरकुरा प्याज डालकर ढक दे 2 मिनट के लिए, बस हो गई स्वादिष्ट बिरियानी तैयार.
-
सर्वाधिकार @ सरोज शर्मा


 

Sitemap 1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22