Uttarakhand > Culture of Uttarakhand - उत्तराखण्ड की संस्कृति

Dhade, an art of Decoration of Houses-धड़े, घर का प्रवेश द्वार सजाने की कला

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एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720:

Dosto,


"वसुंधारे"-

 "वसुंधारा" देने  की  परम्परा पहाड़ो में हर मांगलिक  कार्यो  जैसे शादी,नामकरण,जन्मदिन आदि  पर सभी देहलियो(दरवाजों की चौखट) पर देने की होती है  ...कुमाऊं  में कहीं कहीं इन्हें "धड़े" शब्द से भी  जाना जाता है ....माना जाता है की इसका प्रचलन पुराने समय में यज्ञो में  किया जाता था,,,,जिसमे वेदी के  चारो ओए घी से धारे डालने की प्रथा थी ...कुमाऊं में  गेरू लीपकर बिस्वार से ये  धारे डाले जाते है...



Photo by
Vaibhav Joshi

M S Mehta

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720:



Vaibhav Joshi

"गंगा दशहरा पत्र"

 ज्येष्ठ महीने की शुक्ल दशमी को "गंगा दशहरा " मनाया जाता है,,,यह भारत-व्यापी  पर्व है...इन्हें  कुमाऊं में " दशहरा -पत्र या "द्वार पत्र" भी कहा जाता है...  दशहरा -पत्र प्रतियेक घर में दरवाजों पर ऊपर की ओर चिपकायें जाते है....अभी भी कई ब्राह्मन परिवारों में इन्हें हाथो द्वारा बनाया जाता है...पर आजकल मुख्य रूप से बाज़ार में छपे "द्वार पत्र" ही खरीद कर चिपका दिए जाते हैं ....ऐसे मान्यता है की द्वार पत्र लगाने से बिजली गिरने का, बज्रपात का भय नहीं होता ...
 अधिकांशतः ये पत्र एक "वृत्ताकार "  में गणेशजी,या गंगा माता या हनुमान जी या शंकर जी की आकृति से युक्त होते है...वृत्ताकार के चारो तरफ बाहर की ओर संस्कृत में एक मंत्र लिखा होता है...जिसका अर्थ है की अगस्त्य,पुलस्त्य,वैश्भ्पायन ,जैमिनी और सुमंत वज्र से रक्षा करने वाले है.....इस वृत्त  के चारो ओर अनेको कमल-दल भी अंकित किये जाते है,,,जो दुनिया  के विकास के द्योतक  है

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720:
       Rekh. Almora District, Uttaranchal.

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720:
    Artpiece from Kumaon (shot from the wall hanging)  Artpiece from Kumaon (shot from the wall hanging) The artpiece depicts some Goddess... such paintings can be seen at the times of festival as 'Rangoli', reflecting strong culture value and immortal divinity.


Photo- Himanshu Dutt
 

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720:



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