जी रया जाग रया, य दिन य मास भेंट नै रया,
लाख हरयाव लाख बगाव लाख सिर पंचम चढूनै रया,
दुप जै पुगर जाया, पाति जै हुंगर जाया,
शेर बराबर ताकत आ जाओ, स्याव बराबर बुद्धि आ जाओ,
तितर बराबर चालाक है जाये,
इक्ल-इक्ल झन खाये, हमन कलै याद करनै रैया,
य हरियाव त्यार हमेसा-हमेसा लिजि पूजैनै रया,।