महड़ (दसज्यूला , रुद्रप्रयाग ) में लक्ष्मी प्रसाद पुरोहित के भवन में पारम्परिक गढवाली शैली की काष्ठ कला अलंकरण उत्कीर्णन अंकन
Traditional House wood Carving Art of Mahad , Dashjyula Rudraprayag :
गढ़वाल, के भवन (तिबारी, निमदारी, बाखली,जंगलेदार मकान, खोलियों ) में पारम्परिक गढवाली शैली की काष्ठ कला अलंकरण उत्कीर्णन अंकन,- 533
संकलन - भीष्म कुकरेती
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महड़ से यह दुसरे काष्ठ कला युक्त भवन की सूचना है। प्रस्तुत महड़ (दसज्यूला , रुद्रप्रयाग ) में लक्ष्मी प्रसाद पुरोहित का भवन दुपुर व दुखंड शैली का भवन है। प्रस्तुत महड़ (दसज्यूला , रुद्रप्रयाग ) में लक्ष्मी प्रसाद पुरोहित के भवन में खोली छोड़ अन्यत्र कमरों में ज्यामितीय कटान से लकड़ी चिरान कर प्रयोग हुआ है। खोली के स्तम्भों में एक स्तम्भ के आधार में अधोगामी कमल दल निर्मित कुम्भी है , फिर ड्यूल आकृति है व फिर अधोगामी कमल दल निर्मित कुम्भी है। फिर ऊपर व स्तम्भ के अगल बगल के स्तम्भ में बेलबूटे की चिकतरकारी अंकन हुआ है। खोली के ऊपर शीर्ष /मथिण्ड /मुरिन्ड/header में सपाट कड़ियाँ हैं जिनमे बेलबूटे जैसे अंकन ही हुआ है। शीर्ष में कोई तोरणम नहीं है। शीर्ष में उत्कीर्णित चतुर्भुज गणेश मूर्ति स्थापित हुयी है।
निष्कर्षज निकलता है कि प्रस्तुत महड़ (दसज्यूला , रुद्रप्रयाग ) में लक्ष्मी प्रसाद पुरोहित के भवन में प्राकृतिक , ज्यामितीय व मानवीय अलंकृत कला अंकन हुआ है।
सूचना व फोटो आभार: सुभाष चौहान
* यह आलेख भवन कला संबंधी है न कि मिल्कियत संबंधी, भौगोलिक स्तिथि संबंधी। भौगोलिक व मिलकियत की सूचना श्रुति से मिली है अत: अंतर के लिए सूचना दाता व संकलन कर्ता उत्तरदायी नही हैं .
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