मौसम परिवर्तन के बारे में एक कहावत है-
आद्दा भदो जाड़ि जामलि, आद्दा माघ कानि कामलि
अर्थ- भाद्रपद के आधे महीने के बाद (लगभग सितम्बर की शुरुआत) जाड़ा जमने लगता है, या पड़ना शुरु होता है, और माघ महिने के आधे (लगभग फरवरी की शुरुआत) से कम्बल कन्धे पर आ जाता है, अर्थात जाड़ा कम होने लगता है.