सिंह- इस राशिवालों को वर्ष में कई दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। पराक्रम के कार्यों से यश एवं आर्थिक सफलता मिलेगी। रोग, शत्रु भय तथा न्यायालय कार्यों से मानसिक कष्ट। आषाढ़, कार्तिक तथा माघ मासों में महत्वपूर्ण कार्यों को सिद्ध करे। शनि, राहु तथा केतु का जपदान शुभ रहे।
कन्या- इस राशिवालों का वर्ष सामान्य फलकारक है, शनि की साढेसाती का प्रभाव बना रहेगा। दुर्घटना एवं चोट आदि की संभावनायें बनी रहेंगी, संतान एवं शिक्षा क्षेत्र के यश प्राप्ति, परन्तु कभी-कभी पारिवारिक कष्टों के चलते वैमनस्य एवं अशान्ति। श्रावण, मार्गशीर्ष एवं फाल्गुन मास शुभ रहें, शनि और केतु का निराकरण शुभ रहे।
तुला- इस राशिवालों को शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव शुरु हो जायेगा। शिव तथा हनुमान आराधना से मनोबल बना रहेगा। नये कार्यों में बाधायें आयेंगी, संतान एवं राजपक्ष से कष्ट संभव। भाद्रपद, पौष तथा चैत्र मास शुभ, शनि, राहु तथा केतु का जपदान से अशुभ फलों का निराकरण संभव होगा।
वृश्चिक- इस राशिवालों के वर्ष का पूर्वार्ध अच्छा रहेगा, घर पर मंगलकृत्य सम्पन्न होंगे। शत्रु तथा विरोधी उत्पन्न होकर स्वतः ही परास्त होंगे। आर्थिक स्त्रोत अवरुद्ध होंगे। वैशाख, आश्विन तथा माघ मास शुभ फलदायक रहें। गुरु, शनि, राहु और केतु का जपदान श्रेयस्कर रहे।