Uttarakhand > Culture of Uttarakhand - उत्तराखण्ड की संस्कृति

Samvatsar Pratipada : सम्वत्सर प्रतिपदा

<< < (3/3)

पंकज सिंह महर:

सिंह- इस राशिवालों को वर्ष में कई दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। पराक्रम के कार्यों से यश एवं आर्थिक सफलता मिलेगी। रोग, शत्रु भय तथा न्यायालय कार्यों से मानसिक कष्ट। आषाढ़, कार्तिक तथा माघ मासों में महत्वपूर्ण कार्यों को सिद्ध करे। शनि, राहु तथा केतु का जपदान शुभ रहे।

कन्या- इस राशिवालों का वर्ष सामान्य फलकारक है, शनि की साढेसाती का प्रभाव बना रहेगा। दुर्घटना एवं चोट आदि की संभावनायें बनी रहेंगी, संतान एवं शिक्षा क्षेत्र के यश प्राप्ति, परन्तु कभी-कभी पारिवारिक कष्टों के चलते वैमनस्य एवं अशान्ति। श्रावण, मार्गशीर्ष एवं फाल्गुन मास शुभ रहें, शनि और केतु का निराकरण शुभ रहे।

तुला- इस राशिवालों को शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव शुरु हो जायेगा। शिव तथा हनुमान आराधना से मनोबल बना रहेगा। नये कार्यों में बाधायें आयेंगी, संतान एवं राजपक्ष से कष्ट संभव। भाद्रपद, पौष तथा चैत्र मास शुभ, शनि, राहु तथा केतु का जपदान से अशुभ फलों का निराकरण संभव होगा।

वृश्चिक- इस राशिवालों के वर्ष का पूर्वार्ध अच्छा रहेगा, घर पर मंगलकृत्य सम्पन्न होंगे। शत्रु तथा विरोधी उत्पन्न होकर स्वतः ही परास्त होंगे। आर्थिक स्त्रोत अवरुद्ध होंगे। वैशाख, आश्विन तथा माघ मास शुभ फलदायक रहें। गुरु, शनि, राहु और केतु का जपदान श्रेयस्कर रहे।

पंकज सिंह महर:

धनु- इस राशिवालों का वर्ष मिश्रितफल दायक है, शिक्षा तथा संतान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्यसिद्धि है। अधिक पराक्रम करने तथा पूर्ण होने वाले कार्यों में अवरोध उत्पन्न होने से मानसिक कष्ट। ज्येष्ठ, कार्तिक तथा फाल्गुन मास शुभ फलदायक। शनि एवं राहु का जपदान हितकर रहे।

मकर- इस राशिवालों का वर्ष शुभफलप्रद है, रोग एवं शत्रु परास्त होंगे। पारिवारिक कलह बढ़ेगी, आर्थिक अवरोध समाप्त होंगे। घर पर मंगल कार्य होंगे, आषाढ़, मार्गशीर्ष एवं चैत्र मास अच्छे रहेंगे। शनि, केतु एवं गुरु के जपदान से अशुभफलों का परिहार संभव।

कुम्भ- इस राशिवालों को शनि प्रभावित करेगा, रोग, चोट एवं दुर्घटनाओं से सावधानी अपेक्षित है। संतान एवं आर्थिक कष्ट होगा। शिवार्चन तथा हनुमान आराधना से वैशाख, श्रावण तथा पौष मास अच्छे रहें। राहु, केतु, शनि एवं गुरु का जपदान शुभप्रद रहे।

मीन- राशिवालों का वर्ष सामान्ल है, चोट तथा दुर्घटना आदि का खतरा प्रायः वर्षभर बना रहेगा। सुख संसाधनों के लिये पराक्रम करना पड़ेगा। न्यायालय संबंधी कार्यों में सफलता मिलेगी। ज्येष्ठ, भाद्रपद तथा माघ शुभ रहें, शनि एवं राहु जपदान शुभ रहे।

हलिया:
राशि फल तो आपने बता दिया थंकयू ठैरा.  सम्बतसर का नाम (क्रोधि) बडा डरावना है हो. 

shailikajoshi:
धन्यवाद संवत्सर का नाम और राशिफल सुनाने के लिए

Devbhoomi,Uttarakhand:
पंकज जी राशिफल की जानकारी के लिए मैं आपका शुक्र गुजार हूँ

Navigation

[0] Message Index

[*] Previous page

Sitemap 1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 
Go to full version