क्रिकेटर, एक्टर और रिपोर्टर के रूप में नजर आए माही
सीएम से सवाल पूछे, स्पॉट फिक्सिंग पर बोले
देहरादून। भारतीय क्रिकेट में ध्रुव तारे की तरह चमक रहे महेंद्र सिंह धोनी रविवार को एक साथ क्रिकेटर, एक्टर और रिपोर्टर के रोल में नजर आए। उन्होंने अपनी बहुमुखी प्रतिभा की चमक बिखेरी। हालांकि, एक एड फिल्म की शूटिंग में संवाद बोलने के दौरान उनके माथे से खूब पसीना छूटा।
माही सुबह १० बजे विशेष वैन से मुख्यमंत्री आवास पहुंचे। वह एक निजी चैनल और मोबाइल फोन कंपनी के सेव टाइगर प्रोजेक्ट का हिस्सा हैं। इसी सिलसिले में चैनल के रिपोर्टर के साथ ही धोनी ने भी मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक से बाघों की सुरक्षा में सरकार की तरफ से चलाई जा रही योजनाओं के बारे में सवाल दागे। लॉन में लगभग पौन घंटे तक हुए इंटरव्यू के दौरान मुख्यमंत्री ने पूरी गंभीरता के साथ माही के सवालों के जवाब दिए और उन्हें संतुष्ट किया। इसके बाद माही ने क्रिकेट में स्पॉट फिक्ंिसग पर हुए सवालों के जवाब दिए।
आखिर में माही अपने एक्टर के रोल में नजर आए। उन्होंने पहले संवाद याद किए। फिर, छह-सात रिटेक के बाद शॉट ओके कर दिया गया। उन्होंने बाघों को बचाने के लिए तीन उपाय सुझाए। एक-बाघों को शिकारियों से बचाया जाए। दो-जंगल में गंदगी न हो। तीन-वन विभाग में खाली पदों को तुरंत भरा जाए। माही बार-बार संवाद भूल रहे थे। इन्हीं छह-सात लाइन का संवाद बोलने के लिए उन्हें छह-सात रिटेक देने पड़े। उस वक्त आसमान में बादल थे। फिर भी उनके माथे और हाथों से पसीना छूट रहा था। हालांकि, धोनी चेहरे पर मुस्कुराहट कायम रखे थे।
फिक्सिंग पर हो कठोर कार्रवाईदेहरादून। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा कि क्रिकेट मैच में फिक्सिंग से बड़ा जुर्म कोई नहीं है। इसमें जो भी दोषी पाएं जाए, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई होनी चाहिए। चाहे वह कितना भी बड़ा खिलाड़ी क्यों न हो। धोनी ने एक बातचीत में कहा कि फिक्सिंग से क्रिकेट सरीखा महान खेल दागदार बनाने की कोशिश करने वालों के खिलाफ कोई नरमी नहीं बरती जानी चाहिए। वह निजी तौर पर ऐसे लोगों के खिलाफ हैं। इससे खेल की विश्वसनीयता पर भी आंच आती है। स्पॉट फिक्सिंग मामले में जिन पाकिस्तानी खिलाड़ियों के नाम उछल रहे हैं, उनका दोष साबित होता है तो यह खेल के लिए दुर्भाग्यपूर्ण होगा। आईसीसी को ऐसे मामलों को रोकने के लिए निश्चत तौर पर आगे आना चाहिए।
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