चौदह साल से नहीं बनी सड़क
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जखोली ब्लॉक के बांगर पट्टी को सीधे तहसील मुख्यालय से जोड़ने के लिए चौदह वर्ष पूर्व स्वीकृति हुई पांच किमी सड़क अभी तक भी नहीं बन पाई है। निर्माण इकाई लोक निर्माण विभाग हर बार टालमटोल कर अपना पल्ला झाड़ देता है।
बांगर पट्टी की जनता को तहसील मुख्यालय तक आवागमन की सुविधा के लिए वर्ष 1997 में चौंरा से तहसील मुख्यालय जखोली तक पांच किमी सड़क की स्वीकृति मिली थी। निर्माण इकाई पीडब्ल्यूडी की ओर से सड़क निर्माण किया जाना है, लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ।
क्षेत्रीय जनता के दबाव के चलते वर्ष 2011 शुरूआत में विभाग की ओर से सड़क निर्माण के लिए 292.00 लाख का आगणन तैयार कर शासन को भेजा गया है, लेकिन उसके बाद फिर मामला ठंडे बस्ते में है। हालांकि, पीडब्ल्यूडी अब प्रथम चरण की स्वीकृति बात तो कर रहा है, लेकिन कार्य शुरू होने के आसार अभी भी दिखाई नहीं पड़ रहे हैं।
वहीं, यदि यह सड़क बनती है तो इससे बांगर पट्टी की लगभग दो दर्जन गांव सीधे तहसील मुख्यालय से जुड़ेंगे तथा लोगों को पांच किमी का सफर ही वाहन के जरिए तय करना पड़ेगा। मौजूदा समय में इस क्षेत्र की जनता में चार किमी से भी अधिक पैदल सफर तय कर तहसील मुख्यालय पहुंचती है। क्षेत्र पंचायत सदस्य दीपक भट्ट का कहना है कि लोक निर्माण विभाग सड़क निर्माण के प्रति गंभीर नहीं है। इसके चलते हजारों की आबादी आज भी मीलों का सफर पैदल ही तय कर रही है।
यह है समस्या-
-सड़क न बनने से दस हजार आबादी हो रही प्रभावित
-चौदह वर्ष में भी नहीं हुआ कार्य शुरू
-विभाग ने आगणन तैयार करने की लेटलतीफी
-जनता के आंदोलनों के बावजूद सोया रहा विभाग
'जखोली से चौरा तक सड़क निर्माण के लिए शासन से प्रथम चरण की स्वीकृति मिल गई है। कार्य जल्द शुरू कर दिया जाएगा।'
-इंद्रजीत बोस, अधिशासी अभियंता लोनिवि रुद्रप्रयाग
Source Dainik jagran