Author Topic: Election 2012 in Uttarakhand Vs Development-उत्तराखंड में चुनाव २०११ बनाम विकास  (Read 43244 times)

Devbhoomi,Uttarakhand

  • MeraPahad Team
  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 13,048
  • Karma: +59/-1
चौदह साल से नहीं बनी सड़क
================



जखोली ब्लॉक के बांगर पट्टी को सीधे तहसील मुख्यालय से जोड़ने के लिए चौदह वर्ष पूर्व स्वीकृति हुई पांच किमी सड़क अभी तक भी नहीं बन पाई है। निर्माण इकाई लोक निर्माण विभाग हर बार टालमटोल कर अपना पल्ला झाड़ देता है।

बांगर पट्टी की जनता को तहसील मुख्यालय तक आवागमन की सुविधा के लिए वर्ष 1997 में चौंरा से तहसील मुख्यालय जखोली तक पांच किमी सड़क की स्वीकृति मिली थी। निर्माण इकाई पीडब्ल्यूडी की ओर से सड़क निर्माण किया जाना है, लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ।

क्षेत्रीय जनता के दबाव के चलते वर्ष 2011 शुरूआत में विभाग की ओर से सड़क निर्माण के लिए 292.00 लाख का आगणन तैयार कर शासन को भेजा गया है, लेकिन उसके बाद फिर मामला ठंडे बस्ते में है। हालांकि, पीडब्ल्यूडी अब प्रथम चरण की स्वीकृति बात तो कर रहा है, लेकिन कार्य शुरू होने के आसार अभी भी दिखाई नहीं पड़ रहे हैं।

वहीं, यदि यह सड़क बनती है तो इससे बांगर पट्टी की लगभग दो दर्जन गांव सीधे तहसील मुख्यालय से जुड़ेंगे तथा लोगों को पांच किमी का सफर ही वाहन के जरिए तय करना पड़ेगा। मौजूदा समय में इस क्षेत्र की जनता में चार किमी से भी अधिक पैदल सफर तय कर तहसील मुख्यालय पहुंचती है। क्षेत्र पंचायत सदस्य दीपक भट्ट का कहना है कि लोक निर्माण विभाग सड़क निर्माण के प्रति गंभीर नहीं है। इसके चलते हजारों की आबादी आज भी मीलों का सफर पैदल ही तय कर रही है।

यह है समस्या-

-सड़क न बनने से दस हजार आबादी हो रही प्रभावित

-चौदह वर्ष में भी नहीं हुआ कार्य शुरू

-विभाग ने आगणन तैयार करने की लेटलतीफी

-जनता के आंदोलनों के बावजूद सोया रहा विभाग

'जखोली से चौरा तक सड़क निर्माण के लिए शासन से प्रथम चरण की स्वीकृति मिल गई है। कार्य जल्द शुरू कर दिया जाएगा।'

-इंद्रजीत बोस, अधिशासी अभियंता लोनिवि रुद्रप्रयाग


Source Dainik jagran

Rajen

  • Core Team
  • Hero Member
  • *******
  • Posts: 1,345
  • Karma: +26/-0
जखी जी, जिस प्रदेश में पांच  किलोमीटर सड़क के लिए  जनता को चौदह वर्षों तक इन्तजार करना पड़े और फिर भी उम्मीद की कोइ किरण नजर ना आये, उस प्रदेश  की जनता का धैर्य और राजनेताओं की अकर्मण्यता अद्वितीय है. :(

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

  • Core Team
  • Hero Member
  • *******
  • Posts: 40,912
  • Karma: +76/-0
1
  • Mahi Singh Mehta
  • Home
नवीन जोशी उत्तराखंड में दिग्गजों ने पहाड़ को छोड़ दिया उसके हाल पर                     बोरिया बिस्तर बांधकर भागे मैदानों की तरफ
 कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दलों के बड़े नेता पहाड़ों को उनके हाल पर छोड़कर मैदानों की तरफ कूच कर गए हैं। पहाड़ों के विषम हालात से जूझ रही जनता के पास कोई बड़ा नेता न होने से हालात और भी बदतर होंगे। कांग्रेस और भाजपा ने अपने प्रत्याशियों की सूचियां जारी कर दी है। भाजपा नेताओं में पिछली बार धुमाकोट से चुनाव लड़े मुख्यमंत्री भुवन चंद्र खंडूडी स्वयं पहाड़ी इलाका लैंसडौन छोड़कर कोटद्वार आ गए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल अपने घर थलीसैंण छोड़कर देहरादून की डोईवाला सीट पर आ गए हैं। यह सीट लैंसडौन में समाहित हो गई है। इस बार वहां से जनरल टीपीएस रावत लड़ रहे हैं।                    कांग्रेस के दिग्गज मैदानों की तरफ ज्यादा भागे हैं। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष यशपाल आर्य बाजपुर आ गए हैं। अमृता रावत भी रामनगर चली गई हैं। हरक सिंह रावत भी डोईवाला मांग रहे थे लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री निशंक के डोईवाला आने से उन्हें पहाड़ों में जाना पड़ा। वरिष्ठ मंत्री त्रिवेंद्र रावत रायपुर की तरफ खिसके हैं जबकि उनकी सीट लैंसडौन हो सकती थी। पहाड़ छोड़कर मैदानों की तरफ आ रहे नेताओं से स्थानीय जनता दुखी है। दरअसल, परिसीमन के बाद ज्यादातर सीटें मैदानों की तरफ चली गई हैं। पहाड़ों को विकास का लाभ मिला नहीं है। रोजगार की तलाश में पलायन अभी भी जारी है।Like ·  · Unfollow Post · Share · 17 hours ago ·
  • Chandra Shekhar Kargeti, Gopal Rawat, Kedar Joshi and 16 others like this.
  • 1 share
    • Pant Tanishka Pant Or hum "gandhari" ki trh aankho pe patti bandhe andhe banne ka swang kr bjp,congres ki jaikar krte hai,dhurbhagy17 hours ago · Like · 3
    • Jatin Duggal stop voting....:)17 hours ago · Like
    • Kailash Chandra इनकी ये सोच राजनितिक खेल या दाव पेंच  हो सकती है लेकिन पहाड़ के लिए ये बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण है पिछले ११ सालों से हाथ में हाथ रखे बठे थे और अभी मैदानों को  निकल लिए ये सच में बहुत बड़ी बिडम्बना ही कही जा सकती है ....जिस राज्य को बनाने के लिए ...See More17 hours ago · Like · 1
    • Pant Tanishka Pant U must cast ur vote until change d scenario17 hours ago · Like
    • Jatin Duggal esko palayan kaha jata hai...jab pani ka jahaz doobta hai tau chuhe sabse pehle bhagte hain17 hours ago · Like
    • Jatin Duggal according to me the capital should be shifted to Garisan...atleast jane aane mein kuch corrupt neta tau khatam hojayenge17 hours ago · Like · 2
    • Pant Tanishka Pant M supporting ukd p 4 d change17 hours ago · Like
    • Kailash Chandra ये साफ-साफ ये झलकता है देवभूमि के ये वाशिंदे कितने आत्मसम्मानी है ....जै देवभूमि जै उत्तराखंड17 hours ago · Like · 2
    • Mohit Bisht Jay hooooooooooooooo17 hours ago · Like · 1
    • Jatin Duggal en nikkami party ke vajase hamari devbhoomi ki party khatam hogai hai17 hours ago · Like · 1
    • Pant Tanishka Pant Party khtam nhin hui,phinix pakashi ki trh fir jyad takat se ubhregi .chunav jitne do hmare logo ko fir cup mai congs or plate mai bjp walo ko chai peelayenge wo bhi khde-khde kursi to in logo ne hmare pass rhne nhin di,hehehehe17 hours ago · Like · 2
    • Manoj Verma dukh ki baat hai.....janta behaal hai aur netao ko kursi ki padi hai...16 hours ago · Like · 2
    • Pushp Airy nice joshi g aaaj k neta aisa hi krte h16 hours ago · Like
    • Mahi Singh Mehta Ye neta ... pahad ka bhala nahi kar sakte hai15 hours ago · Like
    • Chandra Shekhar Kargeti जब भूत-वर्तमान दोनों मुखिया और विपक्षी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पहाड़ से पलायन करेंगे और मैदानी इलाकों का प्रतिनिधित्व करके खुद को पहाड़ का नेता बताते हुए पलायन रोकने के दावे करेंगे तो ये कितना हास्यास्पद लगेगा ? खैर इससे साफ़ पता चल जाता है कि उत्तराखंड मे पलायन की समस्या कितनी गंभीर है ?15 hours ago · Like · 2
    • Devbhoomi Uttarakhand Neta Pahadon ka Bhlaa Nahin kar Sakte Hain,Lekin Pahad Jaroor In Netaon ka Bhlaa karengen6 hours ago · Like · 1
    • Pant Tanishka Pant ‎1234 bjp congress no more.janta bol rhi hai sari,ab ukd p ki aai bari5 hours ago · Like · 1
    • Manoj Verma haan ! kuch to change aana chahiye bahut dekh liya janta ne in dono partiyo ko...har baar bewkuf janta hi bani hai..pahado ka satyanash kar diya in partyo ne........about a minute ago · Like

Devbhoomi,Uttarakhand

  • MeraPahad Team
  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 13,048
  • Karma: +59/-1
जिले में 29 अतिसंवेदनशील, 58 संवेदनशील केंद्र
==============================


अल्मोड़ा, जागरण कार्यालय: अबकी विस चुनाव में जिले के 58 मतदेय केंद्र संवेदनशील व 29 अतिसंवेदनशील हैं। खास बात है, जागेश्वर विधानसभा क्षेत्र में सर्वाधिक 10 केंद्र अतिसंवेदनशील श्रेणी में रखे गए हैं जबकि रानीखेत दूसरे पायदान पर है। सोमेश्वर में सबसे ज्यादा 14 संवेदनशील केंद्र हैं। साथ ही 109 मतदेय स्थल हिमाच्छादित चिह्नित किए गए हैं। जिला निर्वाचन अधिकारी एवं डीएम डीएस गब्र्याल ने शनिवार को प्रेसवार्ता में कहा, विस चुनाव की सभी तैयारी पूरी कर ली गई है। जिले में कुल 784 मतदेय स्थल व 742 केंद्र बनाए गए हैं। एकल स्थल 704, दो स्थल वाले 34 व तीन स्थल वाले चार मतदेय स्थल भी शामिल हैं। 109 मतदेय स्थल हिमाच्छादित जबकि सड़क मार्ग से दो किमी से अधिक पर पांच किमी की पैदल दूरी के 288 स्थल चिह्नित किए गए हैं। पांच किमी से ज्यादा पर 10 किमी तक पैदल दूरी वाले 56, 10 से अधिक व 15 किमी तक के 11 स्थल और चिह्नित किए गए हैं। डीएम के मुताबिक मतदान को दो दिन पूर्व 570 व एक दिन पहले 214 पार्टियां रवाना होंगी। मतदान समाप्ति पर 571 पार्टियां उसी दिन व 213 31 जनवरी को लौटेंगी।

====इंसेट=====

विस क्षेत्र -अति संवेदनशील- संवेदनशील

-जागेश्वर - 10 - 08

-सोमेश्वर - 3 - 14

-रानीखेत - 7 - 10

-द्वाराहाट - 5 - 04

-सल्ट - 2 - 10

-अल्मोड़ा - 2 - 12

 Jagaran News

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

  • Core Team
  • Hero Member
  • *******
  • Posts: 40,912
  • Karma: +76/-0

This is the photo from Dhaat Group Calender for 2012.

This calender depicts the ground reality of pahad...



हेम पन्त

  • Core Team
  • Hero Member
  • *******
  • Posts: 4,326
  • Karma: +44/-1
इस बार के विधान सभा चुनाव मुद्दाविहीन हैं. सभी नेता अपने विरोधियों को गाली देकर जनता से वोट पाने की उम्मीद कर रहे हैं.

Devbhoomi,Uttarakhand

  • MeraPahad Team
  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 13,048
  • Karma: +59/-1
Hem ji Ye Neta Log us Gandhi Nale ke Keede Hain,Jo Vot ki Bheekh Mnagne Ke liye Kuchh bhi Kar sakte hain Or Chunaav Khatm Hone Baad Sabko Usi Gandhi Naali Main ek Saath main Rehna Hai Or jusn Manana hai USke Baad Inki Traf se to Janta Gayi Bhaad main !

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

  • Core Team
  • Hero Member
  • *******
  • Posts: 40,912
  • Karma: +76/-0

In another word, we can say these are the real cheater. They feel that if they contest election from their original constituencies, there is 100% possibility of losing their election as they have not done any development in hill areas. 

1
  • Mahi Singh Mehta
  • Home
नवीन जोशी उत्तराखंड में दिग्गजों ने पहाड़ को छोड़ दिया उसके हाल पर                     बोरिया बिस्तर बांधकर भागे मैदानों की तरफ
 कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दलों के बड़े नेता पहाड़ों को उनके हाल पर छोड़कर मैदानों की तरफ कूच कर गए हैं। पहाड़ों के विषम हालात से जूझ रही जनता के पास कोई बड़ा नेता न होने से हालात और भी बदतर होंगे। कांग्रेस और भाजपा ने अपने प्रत्याशियों की सूचियां जारी कर दी है। भाजपा नेताओं में पिछली बार धुमाकोट से चुनाव लड़े मुख्यमंत्री भुवन चंद्र खंडूडी स्वयं पहाड़ी इलाका लैंसडौन छोड़कर कोटद्वार आ गए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल अपने घर थलीसैंण छोड़कर देहरादून की डोईवाला सीट पर आ गए हैं। यह सीट लैंसडौन में समाहित हो गई है। इस बार वहां से जनरल टीपीएस रावत लड़ रहे हैं।                    कांग्रेस के दिग्गज मैदानों की तरफ ज्यादा भागे हैं। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष यशपाल आर्य बाजपुर आ गए हैं। अमृता रावत भी रामनगर चली गई हैं। हरक सिंह रावत भी डोईवाला मांग रहे थे लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री निशंक के डोईवाला आने से उन्हें पहाड़ों में जाना पड़ा। वरिष्ठ मंत्री त्रिवेंद्र रावत रायपुर की तरफ खिसके हैं जबकि उनकी सीट लैंसडौन हो सकती थी। पहाड़ छोड़कर मैदानों की तरफ आ रहे नेताओं से स्थानीय जनता दुखी है। दरअसल, परिसीमन के बाद ज्यादातर सीटें मैदानों की तरफ चली गई हैं। पहाड़ों को विकास का लाभ मिला नहीं है। रोजगार की तलाश में पलायन अभी भी जारी है।Like ·  · Unfollow Post · Share · 17 hours ago ·
  • Chandra Shekhar Kargeti, Gopal Rawat, Kedar Joshi and 16 others like this.
  • 1 share
    • Pant Tanishka Pant Or hum "gandhari" ki trh aankho pe patti bandhe andhe banne ka swang kr bjp,congres ki jaikar krte hai,dhurbhagy17 hours ago · Like · 3
    • Jatin Duggal stop voting....:)17 hours ago · Like
    • Kailash Chandra इनकी ये सोच राजनितिक खेल या दाव पेंच  हो सकती है लेकिन पहाड़ के लिए ये बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण है पिछले ११ सालों से हाथ में हाथ रखे बठे थे और अभी मैदानों को  निकल लिए ये सच में बहुत बड़ी बिडम्बना ही कही जा सकती है ....जिस राज्य को बनाने के लिए ...See More17 hours ago · Like · 1
    • Pant Tanishka Pant U must cast ur vote until change d scenario17 hours ago · Like
    • Jatin Duggal esko palayan kaha jata hai...jab pani ka jahaz doobta hai tau chuhe sabse pehle bhagte hain17 hours ago · Like
    • Jatin Duggal according to me the capital should be shifted to Garisan...atleast jane aane mein kuch corrupt neta tau khatam hojayenge17 hours ago · Like · 2
    • Pant Tanishka Pant M supporting ukd p 4 d change17 hours ago · Like
    • Kailash Chandra ये साफ-साफ ये झलकता है देवभूमि के ये वाशिंदे कितने आत्मसम्मानी है ....जै देवभूमि जै उत्तराखंड17 hours ago · Like · 2
    • Mohit Bisht Jay hooooooooooooooo17 hours ago · Like · 1
    • Jatin Duggal en nikkami party ke vajase hamari devbhoomi ki party khatam hogai hai17 hours ago · Like · 1
    • Pant Tanishka Pant Party khtam nhin hui,phinix pakashi ki trh fir jyad takat se ubhregi .chunav jitne do hmare logo ko fir cup mai congs or plate mai bjp walo ko chai peelayenge wo bhi khde-khde kursi to in logo ne hmare pass rhne nhin di,hehehehe17 hours ago · Like · 2
    • Manoj Verma dukh ki baat hai.....janta behaal hai aur netao ko kursi ki padi hai...16 hours ago · Like · 2
    • Pushp Airy nice joshi g aaaj k neta aisa hi krte h16 hours ago · Like
    • Mahi Singh Mehta Ye neta ... pahad ka bhala nahi kar sakte hai15 hours ago · Like
    • Chandra Shekhar Kargeti जब भूत-वर्तमान दोनों मुखिया और विपक्षी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पहाड़ से पलायन करेंगे और मैदानी इलाकों का प्रतिनिधित्व करके खुद को पहाड़ का नेता बताते हुए पलायन रोकने के दावे करेंगे तो ये कितना हास्यास्पद लगेगा ? खैर इससे साफ़ पता चल जाता है कि उत्तराखंड मे पलायन की समस्या कितनी गंभीर है ?15 hours ago · Like · 2
    • Devbhoomi Uttarakhand Neta Pahadon ka Bhlaa Nahin kar Sakte Hain,Lekin Pahad Jaroor In Netaon ka Bhlaa karengen6 hours ago · Like · 1
    • Pant Tanishka Pant ‎1234 bjp congress no more.janta bol rhi hai sari,ab ukd p ki aai bari5 hours ago · Like · 1
    • Manoj Verma haan ! kuch to change aana chahiye bahut dekh liya janta ne in dono partiyo ko...har baar bewkuf janta hi bani hai..pahado ka satyanash kar diya in partyo ne........about a minute ago · Like

विनोद सिंह गढ़िया

  • Core Team
  • Hero Member
  • *******
  • Posts: 1,676
  • Karma: +21/-0
ऐसे हैं हमारे माननीय ...................................

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

  • Core Team
  • Hero Member
  • *******
  • Posts: 40,912
  • Karma: +76/-0

As per India TV and Umar ujala survey, Congress may form Govt in UK ?

What u say on this exit poll?

 

Sitemap 1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22