Uttarakhand > Development Issues - उत्तराखण्ड के विकास से संबंधित मुद्दे !
How To Stop Migration From Uttarakhand? - उत्तराखंड से विस्थापन कैसे रोके?
एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720:
मान्यताप्राप्त ! पलायन
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थमेदीं नि अज्यूं भि लंग्यार, प्रवासीयूं का देश ,
पंक्ति फर पंक्ति
रूंदी पिड़ा जिकुड़ीयूं कि , कवीयूं कि अभिव्यक्ति !
नब्ज चयेंद पाड़ मा सांगल सि चयेंद जीवट इच्छाशक्ति !
यखुलि नि छौं मि बिना पंखूंणो
'पलायन पंछी'
मुंडमा सब्युं की माटै खैरीयूं की फंची ,
अकलकंठ की बात करद कुमति ।
जग्गा बदलि ,बदली त् गे भक्ति !
निरसू पलायन गीत ह्वे त् जालू बंद ....द्वी एक दिनु मा
प्रवासी भैबंद मान्यताप्राप्त नागरिक छीं बल !
अपंणा अपंणा प्लॉटुमा !
बंणिक पर्यटक आंदा-जांदा छीं अपंणा देश मा !
अर् खौल्ये जंदी बगछट मौलदा डांडौं कु अवारापन देखि अफ्वी ,
चम चलक्वार ऐ जांद मुखड़ीयूं
पहाड़ा सौंर्दयगीत लगंदीं जब आस औलदी प्रवासीयूं कि ।
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सुनील थपल्याल घंजीर
एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720:
तुम लगा पलायन का गीत
मैं अबेर च होणी
तुम बिचारा दिल्ली बम्बे वाळा
ह्वेगी होली खाणि पेणी
तुम लगा पलायन का गीत
मैं अबेर च होणी
सुबेर उठिक साळी जाण
मुण्ड मां गागर पाणी ल्योंण
झट रोट्टि कल्यो की बणाण
नितर नोनूं न भूखि इस्कूल चलि जाण
फोन मां बि बच्याणे बगत नी च होणी
तुमलगा पलायन का गीत
मैं अबेर च होणी
फोटु डाला रांजी बांझी पुंगड़यूँ की
फोटु डाला रीता पाणि पन्देरों की
फोटु डाला खन्द्वार कुड़ीयों की
मि तें त सोंचणे बि कख बगत
अभि हकौण बाँदर गूणी
तुम लगा पलायन का गीत
मैं अबेर च होणी
मि त तब भि यकुली छौ
आज बि यकुली छौं
सुबेर बिटि रात तक सदानि
मैं अबेरे रै होणी
तुम भगयान् बोलला पलायन पलायन
मैं त द्वि रोट्टी चपोणे बि बगत नी च होणी
तुम लगा पलायन का गीत
जों कि कोठि भैर छन चीणी
जु गैन यख बि बोग मारी
तों पलायने पिड़ा च होणी
थूका आँसू लगे कना सुदी
रोणी धोणी
तुम लगा पलायन का गीत
मैं अबेर च होणी
@उमा भट्ट
एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720:
This is one of the biggest issue of Uttarakhand. People are still migrating from hills.. Govt should focus on development of hills and generate employment resources.
एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720:
Only development can stop migration from hills.
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