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Major Development News Of Uttarakhand - उत्तराखंड के विकास की प्रमुख खबरे

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Bhishma Kukreti:

गंगासलाण  विधायक श्रीमती   ऋतू खंडूरी भूषण से प्रतिदिन प्रस्ताव / प्रार्थना -
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प्रार्थी -समस्त गंगासलाण  (ढांगू , उदयपुर, लँगूर , डबरालस्यूं , अजमेर )  के वासी
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 गंगासलाण  (ढांगू , उदयपुर, लँगूर , डबरालस्यूं , अजमेर ) वासियों का  दफ्तरी - भीष्म कुकरेती
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 प्रार्थी -

समस्त गंगासलाण  (ढांगू , उदयपुर, लँगूर , डबरालस्यूं , अजमेर ) वासी

/5 /2017
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ढांगू में विकास , उदयपुर में विकास , लंगूर में विकास ,  अजमेर में विकास , गंगासलाण में विकास , ढांगू में योजनाएं ; उदयपुर में योजनाएं ; लंगूर में  योजनाएं ; अजमेर में योजनाएं ;
Planning , Development in Garhwal  ; Planning , Development in Dhangu Garhwal  ; Planning , Development in Udyapur Garhwal  ;Planning , Development in Langur Garhwal  ;  Planning , Development in Ajmer Garhwal 
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  कृपया राष्ट्रीय महाविद्यालय सिलोगी का नाम सदानन्द कुकरेती महाविद्यालय किया जाय !
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आदरणीय विधायिका श्रीमती ऋतू  खंडूरी भूषण जी ! सर्वप्रथम मेरा अभिवादन व शुभकामना स्वीकार हो। 
चूँकि हमारी कुछ आशाएं हैं तो हमे अधिकार है कि हम अपनी मांगें , आकांक्षाओं , इच्छाओं को आपको अवगत कराएं।

ढांगू -डबरालस्यूँ, उदयपुर, लँगूर, अजमेर  वासियों के लिए सन 1923 स्थापित  सिलोगी (मल्ला ढांगू ) स्कूल एक वरदान सिद्ध हुआ।  आज यह स्कूल इंटर कॉलेज हो चुका है व राष्ट्रीयकृत कॉलेज बना दिया गया है।  , श्री सदानन्द कुकरेती के प्रयत्न  व  स्वार्थ रहित त्याग से ही यह स्कूल खुला।
हमारे क्षेत्र की सबसे पहले मांग है कि आप इस माध्यमिक विद्यालय का नाम स्व सदानन्द कुकरेती  सदानन्द कॉलेज करवाने के लिए प्रयत्न कीजियेगा।  आप यदि स्व घनानन्द खंडूरी की पड़ पोती हैं तो आपको बताने की आवश्यकता नही कि उस अंधेरे काल में स्कूल खोलने की सोचना व उसे खोलकर चलाना कितना दुष्कर रहा होगा। 
तो सर्वप्रथम हमारी मांग को पूरा कीजिये - राष्ट्रीय माध्यमिक विद्यालय का नाम हो - स्व सदानन्द कुकरेती माध्यमिक विद्यालय।
हमें विश्वास है आप इस दिशा में कदम उठाएंगे।

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यमकेश्वर में हेल्थकेयर टेक्निकल इंस्टिट्यूट की आवश्यकता

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आदरणीय विधायिका जी
यह सर्वविदित है कि इकीसवीं सदी में स्किल को ही मान्यता मिलेगी।  इसलिए आवश्यक है कि गंगासलाण (ढांगू , उदयपुर, लँगूर , डबरालस्यूं , अजमेर )  में स्किल डेवलपमेंट संबंधित टेक्निकल स्कूल खोले जायँ।
आपसे गुजारिस है कि अपने रिसोर्सेज के बल पर आप  प्राइवेट पब्लिक पार्टिसिपेशन के तहत यमकेश्वर में हेल्थ केयर टेक्निकल इंस्टिट्यूट खुलवाने का मार्ग प्रशस्त कीजियेगा।  इस तरह के इंस्टिट्यूट में डाइलेसिस टेक्नीशियन , रेडियोलॉजी , जनरल ड्यूटी , इमरजेंसी , X रे आदि टेक्नीशियन ट्रेनिंग दी जाती है और एक साल का कोर्स होता है।

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22 /3 /17
गंगासलाण के सभी स्कूलों में हिंदी माध्यम से पढ़ाई बन्द करवाने हेतु की विधयिका जी से प्रार्थना
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 जब मैं मुम्बई में उत्तराखण्ड आंदोलन से जुड़ा था तो मैंने कई बैठकों  में कहा था कि उत्तराखण्ड बनने के बाद सभी स्कूलों में पढ़ाई का माध्यम अंग्रेजी होगा और हिंदी माध्यम की पढ़ाई बन्द की जायेगी।  स्व अर्जुन सिंह जी आदि मेरे से इत्तेफाक नही रखते थे हालांकि वे स्वयं बड़े कॉन्वेंट स्कूल में अध्यापक थे।  किन्तु श्री जगदीश कापरी , मेरे मित्र श्री गिरीश ढौन्डियाल , वरिष्ठ साथी स्व डा बलबीर रावत व श्री जगदीश बडोनी जी ने मेरा समर्थन दिया।  इन सबका मानना था जब हम अपने बच्चों को अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा दिलवा रहे हैं तो क्यों नही उत्तराखण्ड के सरकारी  स्कूलों में अंग्रेजी माध्यम से पढाई करवानी चाहिए ? जब हम आंदोलनकारी जानते हैं कि अंग्रेजी माध्यम से हमारे अपनों का भविष्य उज्ज्वल होगा तो क्यों नही ग्रामीण बच्चो को स्कूलों में अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा दिलाई जानी चाहिए ?
आज हमारा सोचना सत्य साबित हो रहा है कि ग्रामीण उत्तराखण्ड में अब कोई भी अपने  बच्चों को पढाना नही चाहता क्योंकि अंग्रेजी माध्यम से पढाई नही होती है।  रिवर्स पलायन में सबसे बड़ा रोड़ा ग्रामीण स्कूलों में हिंदी माध्यम है
अतः माननीय विधायिका जी आपसे एनएमआर निवेदन है कि आप कुछ समय बाद ऐसा कुछ जीवट का कार्य कीजियेगा कि पहले तो सम्पूर्ण उत्तराखण्ड में नही तो गंगासलाण से हिंदी माध्यम से पढाई बन्द करवा कर केवल अंग्रेजी माध्यम को  शिक्षा शुर करवा दीजियेगा।
हम सब जानते हैं हैं आपने किस माध्यम से पढाई की है तो आप भी चाहेंगी कि ग्रामीण बच्चे भी अंग्रेजी माध्यम से पढ़ें
कृपया आप इस बारे में जल्दी ही अपनी मुहीम शुरू कीजियेगा
२३/३/१७
डबरालस्यूं में  डा शिव प्रसाद डबराल इंस्टीच्यूट ऑफ़ हिस्टरी की आवश्यकता

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पहाड़ों के आर्थिक विकास हेतु पर्यटन , हॉर्टिकल्चर , फ्लोरीकल्चर  शिक्षा निर्यात की विकल्प हैं।
शिक्षा निर्यात हेतु आवश्यक है कि इस तरह के संस्थान खोले जायँ जो अंतरराष्ट्रीय समुदाय को यहां पढ़ने हेतु आकर्षित कर  सकें।
ऐसी ही एक परिकल्पना है - डबरालस्यूं  में विश्व प्रसिद्द इतिहासकार डा शिव प्रसाद डबराल के स्मरणार्थ इस विश्व स्तरीय  इतिहास अन्वेषण  संस्थान खोलने की  .
विधायिका जी से प्रार्थना है कि डबरालस्यूं में  शिव प्रसाद डबराल इंस्टीच्यूट ऑफ़ हिस्टरी खुलवाने हेतु प्रयत्न कीजियेगा।
इस कदम हेतु गंगासलाण की जनता आपके साथ खड़ी मिलेगी।


25 /3/2017

अजमेर में भरत माता शकुंतला पर्यटन प्रशिक्षण संस्थान की आवश्यकता
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 यदि पर्यटन उद्यम पहाड़ों के लिए आवश्यक है तो पर्टयन उद्यम प्रशिक्षित युवतियां -युवा भी आवश्यक हैं।  भरत माता , दुष्यंत पत्नी शकुंतला का भाभर व अजमेर क्षेत्र से गहरा रिस्ता था।  शकुंतला की याद में अजमेर में एक पर्यटन प्रशिक्षण केंद्र खोलना आवश्यक है जहां एक साल का डिप्लोमा पढ़ाई हो और भविष्य के पर्यटन उद्यम के लिए स्किल वर्कर्स दिए जा सकें।
आशा है इस दिशा में क्षेत्र की जनता व विधायिका  ध्यान देंगे 

26/3/2017

लँगूर में श्री भैरव दत्त धुलिया इंस्टीच्यूट ऑफ़ जौर्नालिज़्म की आवश्यकता
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इसमें दो राय नही कि क्षेत्र विकास में स्किल डेवेलपमेंट ही कामयाब सूत्र है।  जौर्नालिज़्म स्किल भी विकास का एक स्रोत्र है। स्व श्री भैरव दत्त धुलिया गढ़वाल  पत्रकारिता के स्तम्भ थे उनकी याद में लँगूर पट्टी में ' Institute of Journalism खोला जाय जिसमे क्षेत्र के युवा पत्रकारिता का प्रशिक्षण ले अपनी स्किल विकसि

28/3/2017


कैंडूळ (ढाँगू ) में सती  सावित्री मेले का राज्य स्तर पर विकास /प्रचार /प्रसार
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आतंरिक पर्यटन भी पर्यटन हेतु एक आवश्यक अवयव है और आंतरिक पर्यटन विकास उद्यम हेति आवश्यक है।
कैंडूळ (ढाँगू ) में प्रतिवर्ष सती  सावित्री का मेला लगता है।  इस मेले का सती सावित्री व यमराज से सत्यवान के प्राण वापस लेने का व्याख्यान जुड़ा है।
आपसे निवेदन है इस मेले को राज्य स्तर मेले के रूप में विकसित करने हेतु अपने अधिकारों का उपयोग कर ढांगू में पर्यटन विकसित करने में सहायता दीजियेगा।
आपके साथ ढांगू की जनता हमेशा खड़ी मिलेगी।


29 /3/2017
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 गेंद मेला , थलनदी का राष्ट्रिय स्तर पर विकास /प्रचार /प्रसार
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 पर्यटन उद्यम विकास में किसी भी स्थान के वैशिष्ठय को केंद्रित कर पर्यटन सोपान का प्रचार प्रसार किया जाता है।
हथगिंदि (रगवी जैसा ) गंगासलाण की पहचान है। मकर संक्रांति को  गंगासलाण में थलनदी (उदयपुर ) , मटियाली (शीला ), देवीखेत (डबरालसयुं ) , कटघर (ढांगू -उदयपुर ) व सतपुली में प्रसिद्ध  हथगिंदी मेले लगते हैं।  इनमे से थलनदी गेंद मेला अधिक प्रसिद्ध माना जाता है। 
थलनदी गेंद मेले को राष्ट्रीय स्तर पर विकसित करने   .
आपसे प्रार्थना है पर्यटन विपणन सिद्धांतों के तहत थलनदी गेंद मेले को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने हेतु कार्य किये जायँ
31/3/2017
बिछला ढांगू में फ़ूड प्रोसेसिंग ट्रेनिंग सेंटर की भारी आवश्यकता
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खंड (बिछला ढांगू ) के श्री सत्यप्रसाद बड़थ्वाल जी ने साबित किया कि यदि पहाड़ों में गैर पारम्परिक खेती की जाय तो आय भी होगी और विकास भी।  बिना सरकारी मदद के श्री सत्यप्रसाद बड़थ्वाल ने बागवानी क्रान्ति की है किन्तु आधारभूत सुविधाओं के ना होने से बागवानी उद्यम में अभी भी कठिनाई आ रही हैं।
आपसे प्रार्थना है कि -
१-श्री सत्यप्रसाद बड़थ्वाल के बागवानी क्रान्ति का गंगासलाण में प्रचार प्रसार  किया जाय जिससे प्रवासी अपने गाँव में बागवानी उद्यम में आगे आएं
२- बिछला ढांगू में फ़ूड प्रोसेसिंग ट्रेनिंग सेंटर खोला जाय
३-घण्डालू (मल्ला ढांगू ) में स्व सूरमान सिंह जी की मृत प्रायः फ़ूड प्रोसेसिंग फैक्ट्री का पुननरोत्थान किया जाय



2/4/2017

उदयपुर पट्टी में पन्तनगर कृषि वि वि दाल विकास लघु संकुल

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उदयपुर पट्टी सैकड़ों साल से दाल की उत्पादकता , स्वाद के लिए क प्रसिद्ध क्षेत्र है।
अतः यह आवश्यक है कि इस क्षेत्र में दाल विकास को ठोस आधार दिया जय।
इसके लिए पन्तनगर कृषि विश्वविद्यालय का लघु संकुल उदयपुर पट्टी में खुलवाने से इस क्षेत्र में दाल उत्पादन को एक सम्बल मिलेगा।
दाल उत्पादन में गूणी , बांदर व् सुवर अधिक घातक  नही होते हैं।  पानी की परेशानी भी कम होती है।
अतः ठेकेदारी आदि प्रथा से समस्त गंगासलाण में दाल उत्पादन को बढावा समय की आवश्यकता है
प्रवासियों को ठेकेदारी /लीज देने के लिए उत्साहित /प्रोत्साहित करना आवश्यक है।
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3/4/2017
गंगासलाण  में स्किल डेवलपमेंट हेतु ब्लॉक स्तर पर टेक्निकल स्कूल खोले जायँ
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भविष्य 'स्किल डेवलपमेंट' का है।  अतः गंगासलाण में ब्लॉक स्तर पर PPP (पब्लिक , प्राइवेट पार्टिसिपेशन ) के तहत गंगासलाण में ब्लॉक स्तर पर टेक्निकल स्कूल खोले जाने चाहिए जैसे महराष्ट्र में कोहिनूर इंस्टीच्यूट ( भूतपूर्व लोकसभा अध्यक्ष प्रोफेसर  मनोहर जोशी द्वारा स्थापित ) ने स्किल डेवलपमेंट में अतुलनीय योगदान दिया  है।  यह इंस्टीच्यूट निम्न विषयों में टेक्निकल प्रशिक्षण  देता है -
१ टेलीकॉम
२-रिटेल
३-पैरामेडिकल
४- इलेक्ट्रिकल
५- ऑटोमोबाइल
६- इलेक्ट्रॉनिक्स
७-मेकेनिकल
८- कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर
९-एयर कंडीशनर व रेफ्रीजेरेसन
१०-फैशन डिजाइनिंग
११- ऐनिमेशन
१२- कम्प्यूटर हार्डवेर
१३- होटल मैनेजमेंट
१४-मोबाईल रिपेयरिंग
हमारी श्रीमती ऋतू खंडूरी भूषण से प्रार्थना है कि इसी तरह किसी /अन्य इन्स्टिच्यूट से मिलकर गंगासलाण  में टेक्निकल स्कूल खुलवाने की पहल कीजियेगा।
जहां इंटर कॉलेज हैं वहां किसी प्राइवेट संस्थान को दो कमरे देकर भी टेक्निकल शिक्षा देने की व्यवस्था हो सकती है
आशा है ऋतू जी इस दिशा में कार्य करेंगी

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