परिसीमन पर भाजपा-कांग्रेस की भूमिका से उक्रांद खिन्न
अल्मोड़ा। परिसीमन मामले पर भाजपा तथा कांग्रेस की चुप्पी से उक्रांद खफा है। उक्रांद के जिला इकाई की बैठक में दोनों राष्ट्रीय दलों से कहा गया कि वे परिसीमन रद्द कराने को सक्रिय पहल करके अपना उत्तराखण्ड हितैषी होने का प्रमाण दें।
उक्रांद नेताओं ने कहा कि भाजपा व कांग्रेस द्वारा परिसीमन के मामले पर चुप्पी साधना गंभीर है। इससे प्रतीत होता है कि इन दोनों दलों को पहाड़ के विकास से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि दोनों पार्टियों को परिसीमन के मसले पर अपनी स्थिति साफ करनी चाहिए। उत्तराखण्ड की जनता के हित में दोनों दलों को केन्द्र पर दबाव बनाने के साथ ही प्रदेश सरकार को परिसीमन रद्द करने का प्रस्ताव पारित करना चाहिए। बैठक में अकाली दल के विधायक हरभजन सिंह चीमा के उस बयान की निंदा की, जिसमें उक्रांद को पहाड़ का विरोधी बताया गया है। उक्रांद नेताओं ने कहा कि श्री चीमा भाजपा व कांग्रेस के इशारे पर बयान दे रहे है। प्रदेश सरकार पर भी आरोप लगा कि वह राजधानी, बेरोजगारी, शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, पानी व बिजली से संबंधित समस्याओं के प्रति उदासीन बनी है।