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Women As Graam Pradhaan - महिला प्रधान सिर्फ नाम की: पति है पूरे ग्राम प्रधान

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एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720:
महिला प्रधान सिर्फ नाम की - पति है पूरे ग्राम प्रधान

Dosto,


दोस्तों,

पंचायती राज में महिलाओ को जन पर्तिनिधि के रूप में अवसर देने के लिए जगह जगह पर आरक्षण दिया गया है लेकिन गावो में अक्सर यह देखा गया है के ये महिलाये केवल एक stamp है और इनका पूरा काम इनके पति देव ही खुद कर लेते है !

यहाँ तक की गावो मे लोग पति को ही ग्राम प्रधान कहने लगे है जहाँ -२ पर महिलाये आरक्षित सीट पर चुनाव जीत है !

इस विषय पर खुली चर्चा के लिए आपके views welcome है !

रेगार्ड्स,

एम् एस मेहता

Risky Pathak:
Sat pratisat sahi keh reh h mehta g aap.

Mahila ka pati hi pradhan mana jata h. Har jagah pati ki hi bhumika rhti h. Mahila koi bi decisi0n indpndntly nai leti.

Sarkar k dwara mahilao ke samvardhan ke lye, panchayti chunaav me seats  mahilao k lye arkshit ki ti. Uska k0i fal nai najar aa ra h.

Ganv ki bagd0r ab bi mahilao k pati k hath me e h.

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720:

My experience is even bitter. In my villages, ladies have got two turns and each time what i observed is that their husbands doing all the work themselves depeating the purpose of Panchayati Raj and giving an opportunity to women.

During my recent visit to my native place, i observed the husband of the Gram Pradhan (women) annoucing some scheme.

People were even calling him Padhan ji..

This is totally against the rule..

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720:


views from other members are also expected on this issue. Can way suggest if anybody wants to complain about this, where he can do the same ?

umeshbani:
बात पंचायती राज के ही नहीं  देश के सबसे बड़े सदन  में  तक ऐसा ही है
अनपढ़ और कम पढ़ा लिखा जब  MP बन जाता है तो वो अपना काम खुद करता है नहीं........ तो एक अनपढ़ और कम पढ़ी लिखी ग्राम प्रधान से क्या अपेक्षा रखोगे ?
जो अपना और अपने ग्राम का नाम ढंग से ना लिक पाए तो वो और काम केसे करेगा वो तो आरक्षित सीट का कमाल होता है कि
रधुली आमा ग्राम प्रधान होती है और उसका पति या  बेटा  .......  काम करता है ......  नाम रधुली आमा का काम हरदा का .........



--- Quote from: एम.एस. मेहता /M S Mehta on June 22, 2009, 03:37:33 PM ---महिला प्रधान सिर्फ नाम की - पति है पूरे ग्राम प्रधान

Dosto,


दोस्तों,

पंचायती राज में महिलाओ को जन पर्तिनिधि के रूप में अवसर देने के लिए जगह जगह पर आरक्षण दिया गया है लेकिन गावो में अक्सर यह देखा गया है के ये महिलाये केवल एक stamp है और इनका पूरा काम इनके पति देव ही खुद कर लेते है !

यहाँ तक की गावो मे लोग पति को ही ग्राम प्रधान कहने लगे है जहाँ -२ पर महिलाये आरक्षित सीट पर चुनाव जीत है !

इस विषय पर खुली चर्चा के लिए आपके views welcome है !

रेगार्ड्स,

एम् एस मेहता

--- End quote ---

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