मुझको पाड़ी मत बोलो..
मकर संक्रांति के मौके पर भाबर क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम किशनपुर में आयोजित सांस्कृतिक संध्या में ग्रामीणों ने लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी के गीतों का जमकर लुत्फ उठाया।
पंचायती गेंद मेला समिति, किशनपुर के तत्वावधान में राइंका कण्वघाटी में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारंभ मेला समिति के अध्यक्ष मान सिंह गुसाई ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों का शुभारंभ शिव वंदना से हुआ। तदुपरांत नेगी ने 'दांकुड़ी हरणा धूपाली चौराणी..' 'हरि भरी सार-सार पड़िगे..', 'सुल्पा की साज..', 'द्वि गति बैसाख सुरमा..', 'माछू पाणि पींदा नि दिख्ये..', 'आई पंचमी..' सहित कई अन्य गीतों की प्रस्तुतियां दीं।
कार्यक्रम के दौरान नेगी व उनके पुत्र कविलाश की ओर से प्रस्तुत 'मुझको पहाड़ी मत बोलो, देहरादूण वचाला हूं..' को ग्रामीणों ने काफी सराहा। कार्यक्रम में लोकगायक अनिल बिष्ट, मंजू सुंद्रियाल, ऊषा नेगी, दीपा पंत ने भी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं।
वहीं, अनिल बिष्ट के निर्देशन में कलाकारों ने लोकनृत्य की शानदार प्रस्तुतियों से वहां मौजूद हरेक का मन मोह लिया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में जयेंद्र (तबले), सतेंद्र (ढोलक), रवि (पैड), विनोद चौहान (ऑर्गन), गौरव रतूड़ी (बांसुरी) ने संगत दी। इस अवसर पर जिपंस राकेश धूलिया, जगतराम डबराल, सत्यप्रसाद सुयाल, सुनील थपलियाल, अनुसूया पांडे, लक्ष्मी खंतवाल आदि प्रमुख रूप से मौजूद थे। संचालन त्रिभुवन उनियाल ने किया।
Sourcs Dainik Jagarn