उत्तराखंड में फिल्म निर्माण की अपार संभावनाएं: आल्टर
======================================
द्वाराहाट: सिने अभिनेता एवं लेखक टाम आल्टर ने कहा है कि हर व्यक्ति को सफलता के लिए अपने अंदर से उठने वाले विचार को सही तरीके से पेश करना चाहिए। उत्तराखंड में फिल्म निर्माण की अपार संभावनाएं बताते हुए उन्होंने कहा कि इसके लिए सरकारों का मुंह ताकना ठीक नहीं है। श्री आल्टर बमनपुरी गांव में जागरण से वार्ता कर रहे थे।
द्वाराहाट के बमनपुरी गांव में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पंडित मदन मोहन उपाध्याय के जन्म शताब्दी समारोह में भाग लेने पहुंचे प्रसिद्ध सिने अभिनेता व लेखक टाम आल्टर ने कुछ क्षण जागरण से वार्ता की। फिल्मों, नाट्य मंचों व लेखन के क्षेत्र में एक साथ काम करने के सवाल पर उनका कहना था कि हर व्यक्ति के अंदर से विचार उठता है और अगर उस विचार को वह सही तरीके से पेश करे, तो सफलता जरूर मिलती है।
मसूरी में घंटाघर तोड़े जाने के विरोध करने की बात पर उन्होंने कहा कि विरासतों को सहेज कर रखा जाना चाहिए। मौजूदा परिवेश के सवाल पर टाम आल्टर ने कहा कि आजकल के युवा-नौजवानों में पैसे के अतिरिक्त इतिहास, कला, परम्परा, लेख, कुदरत व खेल आदि के प्रति जबर्दस्त रुचि है, जो शुभ संकेत है। इसी रुचि का परिणाम कामनवेल्थ खेलों में अच्छा परिणाम देखने को मिला है।
टाम आल्टर ने कहा कि वर्ष 2010 में भारत को नये सिरे से पहचानने की हवा चल रही है और बेकार के परिवर्तन के खिलाफ लोग आवाजें उठाने लगे हैं। उत्तराखंड में फिल्म निर्माण की अपार संभावनाएं बताते हुए उन्होंने कहा कि इसके लिए सरकार का मुंह ताके बिना स्वत: प्रयास करने होंगे।
उन्होंने बताया कि उनकी शीघ्र प्रदर्शित होने वाली फिल्मों में ऑनर किलिंग पर आधारित हिन्दी व पंजाबी में बनी-रब्बा माफ करि और शहर शामिल है। इंग्लैण्ड में शूट हुई फिल्म रब्बा माफ करि पूरी हो चुकी है, जबकि शहर फिल्म जल्द पूरी होने वाली है।
सामाजिक कार्यो में रुचि के सवाल पर कहा कि लोग प्यार से बुलाते हैं और हम चले आते हैं। उत्तराखंड की खूबसूरती में द्वाराहाट का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि वह 4 वर्ष पूर्व द्वाराहाट के इंटर कालेज में एक फिल्म की शूटिंग कर चुके हैं।
उत्तराखंड के मसूरी में जन्मे, पले-बढ़े हुए टाम आल्टर ने मसूरी से ही 12वीं कक्षा तक की शिक्षा ग्रहण की। सन् 1974 में फिल्म इंस्टीट्यूट पूना में ट्रेनिंग ली। वर्ष 2008 में पद्मश्री से सम्मानित टाम आल्टर पहाड़ों में 10 फिल्मों की शूटिंग कर चुके है। उनकी बच्चों पर सन् 2008 में बनी फिल्म-फोटो को नेशनल अवार्ड मिल चुका है।
http://in.jagran.yahoo.com/news/local/uttranchal/4_5_6847161.html