नेपाल के लोग बहुत सीधेसादे होते हैं. गरीबी के कारण उत्तराखण्ड के सीमान्त इलाकों में कुल्ली बनकर या खेतों में काम करके कुछ पैसे कमा लेते हैं. इन पर भी लोगों ने कई किस्से गढे हैं-
1. एक नेपाली किसी बड़े सेठ या अफसर के घर पर काम करता था. जब वो अपने गांव गया तो बड़ी ऎंठ दिहाने लगा, लोगों से बात भी नहीं करता था. एक बार उसके पुराने दोस्त ने कहा- भाई तू हमसे तो अब बात भी नहीं करता तो वो नेपाली बोला - "सैब सित बात करन्या खापड़ि, तुम संग कि बात करन्या" (मैं बड़े साहब के साथ बात करने वाले इस मुंह से तुम जैसे तुच्छ लोगों से कैसे बात करूँ?)
2. एक नेपाली बिचारा पहली बार भारत आया, उसको जलेबी खिलाई गई तो वह आश्चर्यचकित रह गया और बोला- धन्य हो भारत सरकार, कनका का धुला भितर मो कस्सै कोच्या को हो? (भारत सरकार तू धन्य है. भला तूने गेहूँ के आटे के अन्दर शहद कैसे घुसेड़ दिया?)