ब्लड बैंक की क्षमता और बढ़ेगी
• अमर उजाला ब्यूरो
देहरादून। आईएमए ब्लड बैंक की क्षमता बढ़ाने के जरूरत समझी जा रही है। पूरे राज्य का जिम्मा होने के कारण अब यह जरूरी समझा जा रहा है। वहीं बैंक अब विश्व की नवीनतम टेक्नोलॉजी नेट टेसि्ंटग और एलिजा फोर के लिए भी प्रयास कर रहा है।
पांच साल पहले राजधानी में अस्तित्व में आए ब्लड बैंक की क्षमता इस समय 2500 यूनिट है। जबकि मांग इससे ज्यादा आ रही है। इसलिए अब इसकी क्षमता पांच हजार यूनिट किए जाने की जरूरत समझी जा रही है। जिससे कि जरूरत मंद को समय पर खून दिया जा सके। साथ ही सेटेलाइट सेंटर खोलने की भी तैयारी है। सबसे खास बात यह है कि ब्लड बैंक ने नई तकनीक नेट टेस्टिंग (न्यूक्लिन एसिड टेस्ट) और एंजिला फोर को लाने के प्रयास शुरू कर दिए हैं। इससे ब्लड टेस्ट की गुणवत्ता पर काफी असर पड़ेगा। ब्लड बैंक के एमडी उमंग सहाय ने बताया कि रिसोर्स कम हैं। अगर ब्लड ज्यादा आएगा तो ज्यादा मरीजों को फायदा पहुंचेगा। ब्लड बैंक के अध्यक्ष डा. बीएमएस पांधी का कहना है कि ब्लड बैंक इस समय राज्य की 66 प्रतिशत जरूरत पूरी कर रहा है। सेटेलाइट सेंटर के लिए अभी कोई सरकारी मदद नहीं मिल रही और उम्मीद भी नहीं है।
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