Mera Pahad > General Discussion - सामान्य वार्तालाप !

Report of your Pahad Trip - छुट्टी से आये सदस्य दे पहाड़ की खबरे दे Changes etc

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विनोद सिंह गढ़िया:
पैलाग दोस्तों ,

कल ही मैं अपनी जन्मभूमि उत्तराखंड से अपनी कर्मभूमि नॉएडा आया हूँ, जैसा कि आपको मालूम हो चुका है कि उत्तराखंड दैवीय आपदाओं से जूझ रहा है | किसी ने अपने लाडले खोएं हैं तो किसी ने अपने जीवन भर की मेहनत से बनाये आसियाने इस त्रासदी को भेंट चड़ा दी हैं |
उत्तराखंड को वर्ष २०१० में काफी क्षति हो चुकी है | जिन सडकों को बनाने के लिए हमारे उत्तराखंड वासियों का अमूल्य योगदान रहा वे सड़कें आज इस तबाही की भेंट चढ़ चुकी हैं | जगह - जगह सड़कें धंस चुकी हैं, पहाड़ टूटकर अपना कहर वरपा रहे हैं |  इस प्रकार की त्रासदी पहले कभी सायद ही हुई हो | वह मंजर को देख कर मुझे तो देवभूमि पर भी शक होने लगा है | मैं देवभूमि के ईष्ट देवताओं से प्रार्थना करता हूँ कि इस प्रकार की आपदा कभी न होने दे |

Vinod Jethuri:
नमस्कार दोस्तो,
         यदि कोई दोस्त रिशिकेश से बदरीनाथ रास्ट्रीय राजमार्ग ५६ की और से आया है तो किर्पया करके बताये कि ईस रोड के क्या हाल है.
 बहुत दिनो से घर मे फोन करने की कोशिस कर रहा हू पर सम्पर्क नही हो पा रहा है..

Devbhoomi,Uttarakhand:
दोस्तों बहुत दुःख की बात है की उत्तराखंड में आज से पहले कभी इतनी बारिस और दैवीय आपदाओं से इतना नुक्सान हवा लेकिन इस साल बहुत कुछ बदल दिया है उत्तराखंड को दैवीय आपदाओं ने , केवल बदरीनाथ वाली ही रोड नहीं बल्कि आप लोग कोई भी रोड से सफ़र करोगे तो कहीं भी आपको रास्ता नहीं मिलेगा
लेकिन जो लोग उत्तराखंड में हैं या जो छुट्टी से आये हैं आप लोग अपने गांवों गलियों के बारे में जरूर जानकारी उपलब्ध करवाएं !

Rajen:
 
बिल्कुल सही कहा आपने.  इस रोड पर तो जान आफत में रहती है.  हर बार इस उम्मीद के साथ जाते हैं कि इस बार शायद हालत सुधर गये होंगे किंतु ढाक के वही तीन पात. 
 

--- Quote from: सुधीर चतुर्वेदी on June 25, 2010, 04:25:08 PM --- मै आज ही घर से आ रहा हु मुझे ये समझ मे नहीं आता की भा. ज. पा ने इतने बडे बडे बैनर क्यों लगा रखे है विकाश के नाम पर जबकि आज भी कुछ नहीं बदला | टनकपुर से पिथोरागढ़ नेशनल  highway  पे सड़क का वही हाल सुखीधांग से अमोरी (अमरु बैंड) तक का रास्ता वही खतरनाक जो खासकर बरसात के मौषम मे हो जाता है यानि सफ़र करते समय एक डर कही मलबा न आ जाये ....................................... कोई भी सरकार क्यों न हो हालात नहीं बदलेंगे ?

--- End quote ---

हेम पन्त:
टनकपुर-तवाघाट नेशनल हाइवे की दुखद स्थिति सुधरने के बदले बिगड़ती ही जा रही है... इस रोड की दुर्गति के कारण पिथौरागढ और चम्पावत जिलों के निवासियों और पर्यटकों को भारी दिक्कत झेलनी पड़ती है. हल्द्वानी- अल्मोड़ा से होकर पिथौरागढ जाने वाली रोड भी पिछली बरसात में लगभग बर्बाद हो चुकी है...
 

--- Quote from: Rajen on November 29, 2010, 11:06:38 PM --- 
बिल्कुल सही कहा आपने.  इस रोड पर तो जान आफत में रहती है.  हर बार इस उम्मीद के साथ जाते हैं कि इस बार शायद हालत सुधर गये होंगे किंतु ढाक के वही तीन पात. 
 

--- Quote from: सुधीर चतुर्वेदी on June 25, 2010, 04:25:08 PM --- मै आज ही घर से आ रहा हु मुझे ये समझ मे नहीं आता की भा. ज. पा ने इतने बडे बडे बैनर क्यों लगा रखे है विकाश के नाम पर जबकि आज भी कुछ नहीं बदला | टनकपुर से पिथोरागढ़ नेशनल  highway  पे सड़क का वही हाल सुखीधांग से अमोरी (अमरु बैंड) तक का रास्ता वही खतरनाक जो खासकर बरसात के मौषम मे हो जाता है यानि सफ़र करते समय एक डर कही मलबा न आ जाये ....................................... कोई भी सरकार क्यों न हो हालात नहीं बदलेंगे ?

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