Mera Pahad > General Discussion - सामान्य वार्तालाप !

Tribute to Great Poet and Our Beloved Girda आखिर गिरदा चले गये.. श्रद्धांजली

<< < (18/18)

Hisalu:
Girda Ke Baad Girda Ki Yaad

Friends you are invited to commemorate the memory of folk persona, poet and our beloved Girish Tiwari(Girda) by Nehru Memorial Museum & Library(Teen Murthy), Delhi on 4th Feb 2012.

विनोद सिंह गढ़िया:

जनकवि गिरीश तिवारी "गिर्दा" को उनकी पुण्यतिथि पर उनको नमन और भावपूर्ण स्मरण।

हेम पन्त:
10 सितम्बर 2013 को सांस्कृतिक संस्था शैलनट, रुद्रपुर द्वारा स्व. गिरीश तिवाड़ी “गिर्दा” को उनके जन्मदिन के अवसर पर नगर निगम सभागार में याद किया गया. इस कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो. प्रभात उप्रेती ने की. गिर्दा के निकट सहयोगी रहे नैनीताल समाचार के सम्पादक राजीव लोचन साह और देहरादून के वरिष्ट पत्रकार व रंगकर्मी राजीव नयन बहुगुणा ने भी कार्यक्रम में शिरकत की. वक्ताओं ने गिर्दा की जनवादी सोच और वर्तमान समय में उनके विचारों की प्रासंगिकता पर जोर दिया. गिर्दा के कई पुराने साथियों ने गिर्दा के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला साथ ही उनसे जुड़े कई संस्मरण भी सुनाये.
कार्यक्रम के अन्त में शाम को एक सांस्कृतिक जुलूस निकाला गया जिसमें शहर व देहरादून, नैनीताल, हल्द्वानी, दिनेशपुर तथा अन्य जगहों से आये संस्कृतिकर्मी, पत्रकार और बुद्धिजीवियों ने शिरकत की. गिर्दा के कुमाऊंनी भाषा के जनगीतों को गाते हुए यह सांस्कृतिक यात्रा नगर निगम हाल से गांधी पार्क पर जाकर सम्पन्न हुई.

विनोद सिंह गढ़िया:




Girda, Girda, Girda, गिरदा, गिर्दा, गिरदा

विनोद सिंह गढ़िया:
[justify]आज गिर्दा को गये पांच साल हो गये, हमारा मार्गदर्शक गिर्दा, हमारा अभिभावक गिर्दा और हमारा इनसाक्लोपीडिया गिर्दा, अभी भी उत्तराखण्ड से संबंधित कोई जानकारी चाहिये होती है तो विचार आता है कि गिर्दा से पूछ लेंगे, लेकिन गिर्दा तो चले गये..........आते नहीं हो, रुला जाते हो गिर्दा, तुमको हमारा नमन.


Navigation

[0] Message Index

[*] Previous page

Sitemap 1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 
Go to full version