भालू के हमले से दादी और पोती घायल
Tehri | Last updated on: November 27, 2012 12:00 PM IST
कंडीसौड़ (टिहरी)। थौलधार प्रखंड के ग्राम डांडाचली में भालू के हमले से एक बुजुर्ग और बच्ची बुरी तरह से घायल हो गए। जिन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया है। जहां उनकी हालत स्थिर बताई गई है। इस हमले के बाद ग्रामीण दहशत में है।
गांव के रामदयाल कुकरेती ने बताया कि रविवार शाम जुपला देवी और उसकी पोती प्रकाशी घर से थोड़ी दूर खेतों में आलू, बंदगोभी की फसल की निराई-गुड़ाई कर रहे थे, कि अचानक झाड़ियों में छिपे भालू ने उन पर हमला बोल दिया। दोनों ने शोर मचाकर भागते हुए जान बचाई, इस दौरान गिरने से भी उन्हें काफी चोट पहुंची। घायलों की चीख-पुकार सुनकर गांव के और लोग वहां दौड़ पड़े, उनके हल्ला मचाने पर भालू भाग गया। घायल दादी और पोती को ग्रामीणों ने मसूरी अस्पताल में भर्ती कराया है, जहां उनकी हालत स्थिर बताई गई है। ग्रामीणों ने भालू के हमले से घायल लोगों के उपचार के लिए आर्थिक मदद देने की मांग की है।
गुलदार ने बछिया पर किया हमला
लंबगांव (टिहरी)। प्रतापनगर प्रखंड के भदूरा पट्टी में पोखरियालगांव के ग्रामीणों को गुलदार की दहशत से छुटकारा नहीं मिल पा रहा है। आतंक का पर्याय बने गुलदार को पकड़ने के लिए वन विभाग की ओर से लगाया गया पिंजरा भी अब तक खाली है। गांव के जगदीश पोखरियाल ने बताया कि गुलदार का भय बना हुआ है। रविवार शाम सवा छह बजे गुलदार ने गांव के प्रेम सिंह की बछिया पर हमला कर दिया। उनके शोर मचाने के बाद ही गुलदार भाग निकला। उन्होंने बताया कि ग्रामीण शाम ढलते ही घरों में कैद होने को मजबूर हैं। वन विभाग के कर्मियों का कहना है, कि गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाया गया है, बावजूद गांव के आस-पास निगरानी भी की जा रही है, लेकिन वह अब भी पकड़ में नहीं आ पाया है। उन्होंने कहा कि विभागीय टीम चौबीसों घंटे गश्त कर रही है, उम्मीद है, वह जल्द ही पकड़ में आ जाएगा।
गुलदार ने तोड़ी गोशाला, मवेशी मारे
रुद्रप्रयाग। तहसील ऊखीमठ के समीपवर्ती गांव पैंज में गुलदार ने गोशाला तोड़कर तीन मवेशी मार डाले। गुलदार के आंतक से क्षेत्रवासी दहशत में हैं। जानकारी के अनुसार, रविवार रात गुलदार बचन सिंह कोटवाल की गोशाला के दरवाजे तोड़कर अंदर घुस गया। उसने अंदर बंधी दुधारु गाय और दो बछड़ों को मार डाला।
(amar ujala)