प्रताप भैय्या के निधन का समाचार सुनकर बड़ा ही दुख हुआ, माननीय तिवारी जी के बाद उ.प्र. मंत्री मण्डल में वह शायद सबसे युवा मंत्री रहे होंगे। प्रताप भैय्या एक प्रसिद्ध अधिवक्ता के साथ-साथ सामाजिक कार्यों से भी जुड़े रहे हैं। मेरे गृहक्षेत्र भीमताल में उनके द्वारा अपने निजी प्रयासों से एक अंग्रेजी माध्यम प्राईवेट स्कूल की उस समय स्थापना की गयी थी जब पब्लिक स्कूल नाम केवल नैनीताल, देहरादून, मसूरी या महानगरों तक ही सीमित था। उनके द्वारा स्थापित "बच्चों की दुनिया" नामक यह स्कूल अब चल रहा है या नही इसकी जानकारी तो मुझे नही है पर मै प्रताप भैय्या को उस स्कूल के संचालक और क्षेत्र के प्रसिद्ध अधिवक्ता के रूप में ही जानता हूं क्योंकि मेरे समय तक वह राजनैतिक रूप से उतने सक्रिय नही रहे।
ईश्वर उनकी आत्मा को शान्ति प्रदान करे तथा उनके परिजनों को इस असहनीय दु:ख /पारिवारिक क्षति को सहन करने की शक्ति प्रदान करे।
पहले फ़्रेड्रिक फ़िर निर्मल पाण्डे, फ़िर गिरदा और अब प्रताप भैया इस वर्ष नैनीताल क्षेत्र की लोकप्रिय हस्तियों के प्रति ईश्वर कुछ ज्यादा ही कठोर हो गया लगता है।