आज सुबह एक मनहूस खबर मिली कि विद्यासागर नौटियाल जी नहीं रहे। नौटियाल जी टिहरी रियासत क्षेत्र के इन्साईक्लोपीडिया थे और उन्होंने इस क्षेत्र की हर पीड़ा को कागजों पर उकेर कर शेष दुनिया से परिचित भी कराया। अब यह आवाज खामोश हो गई, यूं कहिये कि टिहरी की आवाज रुक गई..............विनम्र श्रद्धांजलि।