म्यारा सभी उत्तराखंडी भै-बैणु तैं नमस्कार,प्रणाम,पैलाग दगड़ियों खूब होला आप लोग ,अच्गालु बरखा खूब होणी छ,और गौं म बरखा दिनों खूब मजा औंदी दगड़ियों आप सौण का मैना कु आनंद लेवा और अफडू ध्यान रखा,भैजियों-भुलाऊँ आप सभी लोगों तैं का लोकपर्व हरेला की ढेरों शुभकामनायें
जी रया जागि रया
आकाश जस उच्च, धरती जस चाकव है जया
स्यावै क जस बुद्धि, सूरज जस तराण है जौ
सिल पिसी भात खाया जाँठि टेकि भैर जया