Anuradha ji,
Welcome to Mera Pahad Community portal,
अनुराधा जी,
आपके बहुत गीत सुने, पर आज आपसे रूबरू होने का मौका मिल रहा है,
में आपसे यही जानना चाहूंगी की आज का तेज़ तर्रार संगीत (कुमाउनी गढ़वाली पॉप ) हमारे संस्कृति को कितना नुक्सान पहुंचा रहा है, क्या तेज़ तर्रार संगीत को महत्व दिया जाना चाहिए,