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सोर घाटी की पौराणिक और धार्मिक गतिविधियों को लेकर एक फिल्म बनाई जा सकती है, जैसे हिलजात्रा, जो शिवजी के विवाह का त्यौहार है और इसे सिर्फ सोर में ही मनाया जाता है, इसके अलावा चैतोल है....।
संस्कृति की बात करें तो हरेला, भिटौली आदि पर based फिल्म बनाई जा सकती है इसके साथ ही उत्तराखण्ड के स्थानीय देवता, यथा- सैम जी, हाट कालिका, छुरमल आदि की जीवनी पर भी फिल्में बनाई जा सकती हैं।
मेरा अनुरोध है कि आप इन सभी बिन्दुओं पर अवश्य विचार करें, क्योंकि आने वाली पीढी़ और वर्तमान पीढी और खास तौर पर प्रवासी लोगों में अपनी संस्कृति के बारे में बहुत कम जानकारी है।