Link to nahi hai lekin pura geet is prakar hai,
सुरा- शराबैल हाय मेरी मौ , लाल कै दी हो,
सुरा- शराबैल हाय मेरी मौ , लाल कै दी हो,
छन दबलौं ठन ठन गोपाल कै दी हो,
न पये न पये कोओय सबुले , कैकी नि मानी ,
साँची लगौनी अकला- उम्र दघोडी नि आनी,
अफ्फी मैले अफ्फु हैणी जंजाल कै दी हो,
छन दबलौं ठन ठन
गोपाल कै दी हो ,
बुड बड्यो जे जात खैदी घरवाई जीवर,
पेट खैदी नान तिना कौ गोठ्का डंगर,
कां छि मैं थ्यक्दार येल कंगाल कै दी हो,
छन दबलौं ठन ठन
गोपाल कै दी हो ,
अब पियूँ ? क्ये छवादू ? जवां खुन चयुसीगो,
गौं गाडाका कूने छे योंक खूंट बुस्यिगो ,
भल भलों का येल बड बुर हाल कै दी हो,
छन दबलौं ठन ठन
गोपाल कै दी हो ,