टक टका टक कमला बटुली लगा येपरदेशा मुलक मै घर बुलायेजब आली दगडा परदेश घुमोलोमाया की डाल मा घर -बार भानोलोटक टका टक कमला बटुली लगा येपरदेशा मुलक मै घर बुलायेअगला- या ये य से
लुकी छिपी बादवो में चमकी जैसी जून तेरो मुख चमकोलुकी छिपी बादवो में चमकी जैसी जून तेरो मुख चमकोतेरा रसीला होंठो बे आज मो जै टपकोतेरा रसीला होंठो बे आज मो जै टपकोNext K, C se