महाराज... जरा ये कै ले अघिन कै बढाऔ हो....
"ल" से..
ल्यो ठंडो पाणि, मेरि गौलो उबै गे
ल्यो ठंडो पाणि, मेरि गौलो उबै गे,
ल्यो ठंडो पाणि, दोपरि को घामै
ल्यो ठंडो पाणि, तीसालो सरि ले।
ल्यो ठंडो पाणि, मेरि गौलो उबै गे
ल्यो ठंडो पाणि, मेरि गौलो उबै गे॥
अब गाओ "ग" से....