कुछ पुराने गायकों में :१) नैन नाथ रावल - जो की नियोली बहुत अच्छा गाते है इनके अलावा झोडा भी काफ़ी आछा गाते है ये लगभग १५ साले ज्यादे से उत्तराखंड में लोक गायन में है ! २) कबूतरी देवी - कहा जाता है की कबूतरी देवी उत्तराखंड की पहली लोक गायिका है ! इनका भी नियोली गायन में काफ़ी अच्छा अनुभव है ! इनका गाना " आज पानी जूं जूं भोल पानी जूं जूंपरसों त न्है जूंलाssss, स्टेशन साsमां पुजा दे भाsगीबिराना है जूंलाss. यह गाना बहुत अच्छा है जो के आकाशवाणी मे बहुत हिट था !
श्रीमती बसन्ती बिष्ट उत्तराखण्ड की वरिष्ट व विख्यात लोकगायिका हैं. उनकी ख्याति एकमात्र महिला जागर गायिका के रूप में है. प्रतिष्ठित संस्था "पहाङ" के रजत जयन्ती समारोह में कार्यक्रम देती हुईं श्रीमती बिष्ट