Author Topic: Lyrics Of Uttarakhandi Songs - कुमाऊंनी एवं गढ़वाली गीतों के बोल  (Read 215889 times)

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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Gopal Babu Goswami ji song.


हे..  पड़ी लेखी अकल होछी होनी होसियार
छयल हो या चेली होनी एक समान !

मेरी गौ की मोहनी खिमु दा चेली मेरी
बनी गेछो डॉक्टर स्कूल पड़ी लेखी ..२

मेरी गौ की मोहनी खिमु दा चेली मेरी
बनी गेछो डॉक्टर स्कूल पड़ी लेखी ..२

जोड़ :

हो.. ... गरीब क चेलो शेरू पड़ी लेखी भेर
फर्स्ट क्लास पास हुनी, स्कूल कलेजा
सरकारी मदद मेली जा रेछो विदेशा.
साइंस पढाई माजा सचूल पड़ी लेखी
है गयो बैज्ञानिक दिमाग लड़ा बाटी

मेरी गौ की मोहनी खिमु दा चेली मेरी
बनी गेछो डॉक्टर स्कूल पड़ी लेखी ..२

हे.. मन लगा जो पडल ..२
बुद्धि भेर र. स्कूल कलेजा मजा वो नी होला फेल
फैशन, ब्यसन पदिये रौल, फेल हुना रौल सार जिन्दगी माजा

अबाटा जो जाल हो.. रोज रौल दुखी..

मेरी गौ की मोहनी खिमु दा चेली मेरी
बनी गेछो डॉक्टर स्कूल पड़ी लेखी ..२
मेरी गौ की मोहनी खिमु दा चेली मेरी
बनी गेछो डॉक्टर स्कूल पड़ी लेखी ..२

जोड़ :

हे.... तू ले पद मेरी चिप्दी (की चा रचे म्यार मुख-2)
शर्म नी कर.. द्वी आखर सुवा नी रौली अनपद
दस्तखत कारन सीख, किताब पदन
हिसाब किताब सिख .. दिमाग लड़ा बाटी
सिख मेरी मधुआ ईजा, स्कूल पड़ी लेखी.

मेरी गौ की मोहनी खिमु दा चेली मेरी
बनी गेछो डॉक्टर स्कूल पड़ी लेखी ..२
मेरी गौ की मोहनी खिमु दा चेली मेरी
बनी गेछो डॉक्टर स्कूल पड़ी लेखी ..२

जोड़

हे... तू ले पड़ा नन्तिना म्यार दादा भौजी
तुमि पदों रे भाई, खोलो अपुन आणखी..
बन्द्द करो अब नान्तिन फौजा ..
जो गलती हेगे पर .. यो जीवन माजा.
अब तो वादा, नी भुझो आखी..

 मेरी गौ की मोहनी खिमु दा चेली मेरी
बनी गेछो डॉक्टर स्कूल पड़ी लेखी ..२
मेरी गौ की मोहनी खिमु दा चेली मेरी
बनी गेछो डॉक्टर स्कूल पड़ी लेखी ..२

हे... जोड़..

भाई बंधो.. कम हेला.. एक दिवे
जब भाई नॉन.. .. २
तब भाई सुखी रौल तुमार जीवन
पडला लिखला नॉन जीवन ..बनानोल
घर परिवार भाई स्कूल पड़ी
सब सुधारी जाल दिमाग लड़ा बाटी
गोस्वामी की बात भाई.. बंधो गाठी

मेरी गौ की मोहनी खिमु दा चेली मेरी
बनी गेछो डॉक्टर स्कूल पड़ी लेखी ..२
मेरी गौ की मोहनी खिमु दा चेली मेरी
बनी गेछो डॉक्टर स्कूल पड़ी लेखी ..२
 





 

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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गोपाल बाबु गोस्वामी का यह गाना.

" वीर विरंगानोओ का, देवी देवताओ का, नर गन धरव, किनारों का, कलाकारों का, वैज्ञानिको का, संत महान्तो, यह देवांचल कितना महान है भारत का यह देवांचल, इसकी छटा ही निराला है,  जब प्रातःकाल सूर्य निकलता है , मन को प्रफुलित कर देता है !   
उत्तराखंड का प्रातःकालीन समय का वर्णन


हे घुर -२ उजाव हे गियों
डान कानो में सुर -२
बाजी मुरूली तुर -२
हाव चली रे फुर -२

ओह घुर -२ उजाव हे गियों

जागन भेगिये धरती कोख
देवी देवता हिमाली काठा ओह.. २
शिव का डमरू बाजो
म्यार हिमाला डम-२
घणी बाजी रे टन -२

घुर -२ उजाव हे गियों 

ओह घुर -२ उजाव हे गियों
डान कानो में सुर -२
बाजी मुरूली तुर -२
हाव चली रे फुर -२

हाथ -२ ताम गागरी
पाणी हु नेगिये सुगड़ी नारी
ये खूटियों का झावर बाट घाटी में छम -२ -
बाजी मुरूली तुर-२

ओह घुर -२ उजाव हे गियों
डान कानो में सुर -२
बाजी मुरूली तुर -२
हाव चली रे फुर -२

गेल पातळ नियोल काफुआ -२
रंग बिरागा चढ़ पथील .. ओह ओ.-२
हे घुघूती बासन भेगिये.
उड़ घिनोदी फुर -फुर
डाई बोटी में तुर -२
 
हे घुर -२ उजाव हे गियों
डान कानो में सुर -२
बाजी मुरूली तुर -२
हाव चली रे फुर -२





एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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मेरा  ढेबरा  हर्च  गीनी - Narendra Singh Negi ji Song
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हे  भुलियुं  हे  घसेनियुं
हे  दिदियुं  हे  पंदेनियुं
हे  काका  तिन  देखियिनी
हे  चुच्यों  कख  फुकनी
मेरा ढेबरा हर्च  गीनी  मेरा  बखरा  हर्च  गीनी  -2
मेरा  ढेबरा  हर्च  गीनी ..

खाडू  नरसिंघा  का  नौ  कु , चौ  सिरायु  धर्मं  कौन -कु  -2
नागराजा खुजाऊ  तुई , तिरु लागोथिया ले  गी  कुई  -2
पटवारी  जी  की  पूजे  भोज -2
बुग्थिया दिखो हवे  गी  गोल
खुप्री  फूटी  कानी , मेरा  ढेबरा  हर्च  गीनी
मेरा ढेबरा  हर्च  गीनी  मेरा  बखरा  हर्च  गीनी
मेरा  ढेबरा  हर्च  गीनी

जुडी घंडी  घंदुली  याच , पर  पध्वनुई  ढिबरी  काच
मन  दुंदु  बखरू  भागी , पर  जू  बंधियों  चो  स्यु  काजी
खाडू  चौसिंघिया  चो  भरी , चाल  कानी  ली  गी  मारी
चुई  न  लगा  इनी , मेरा बखरा  हर्च  गीनी
मेरा ढेबरा  हर्च  गीनी  मेरा  बखरा  हर्च  गीनी
मेरा ...

हे  भुलियुं  हे  घसेनियुं
हे  दिदियुं  हे  पंदेनियुं
हे  काका तिन  देखियिनी
हे  चुच्यों  कख  फुकनी
ढेबरा हर्च गीनी मेरा  बखरा  हर्च  गीनी  -2
मेरा ....

दियू  बली  गे , धुपनु  हुए  गे , पुजारी  थमाली  लेकी  आए  गे
घुर  जून  की  बोना  जून , अक्ल  चकली , क्या  जी  कहूँ
ऐ भगवती  तू  ख्याल  राखी , भगवती  तू  ख्याल  राखी
मं  लुदगी  तक   नि  चखी
कु  जनि  कु  खाए  गैनी , मेरा  ढेबरा  हर्च  गीनी
मेरा ढेबरा  हर्च  गीनी  मेरा  बखरा  हर्च  गीनी
मेरा ..

हे  भुलियुं  हे  घसेनियुं
हे  दिदियुं  हे  पंदेनियुं
हे  काका  तिन  देखियिनी
हे  चुच्यों  कख  फुकनी
मेरा  ढेबरा  हर्च  गीनी  मेरा  बखरा  हर्च  गीनी
मेरा  ढेबरा  हर्च  गीनी  मेरा  बखरा  हर्च  गीनी
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एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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Narendra Singh Negi Ji's Song
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कनु  लाडिक  बिगड़ी  मयारू  ब्वारी  कैरी   की
केम  लगनीं  छुई  अपनी  खेरी  की
कनु  लाडिक  बिगड़ी  मयारू  ब्वारी  कैरी   की
केम  लगनीं  छुई  अपनी  खेरी  की
छुई  अपनी  खेरी  की

नथुली  बेचीं पढाई  लिखाई  -2
पुन्ग्दी  बेचीं  की  मिल  ब्वारी  कयी
सोची  चौ  ब्वारी  को  सुख  दयेखुलु
डोला  बाटी  ब्वारी  भवे  भी  नि  आई
नौना दगडी  चल  गी  देस  बौगा  मारी  की
केम  लगनीं  छुई  अपनी  खेरी  की
छुई  अपनी  खेरी  की

ब्वारी  बिचारिल  इन  जाप  कयी  -2
सैन्त्युं  नौनु  भी  बस  मा  नि  राहि
अब  ता  हमते  पह्चंदु  बी  नि  च
अपणु ही  सोनू  खोटू  हवे  ग्यायी
क्या  पायी  एका  बहना  मिल  ज्यूँ  मरी  की
कैम  लगनीं  चुई  अपनी खैर की 
कनु  लाडिक  बिगड़ी  मयारू  ब्वारी  कैरी  की
कैम  लगनीं  चुई  अपनी  खैर की

चौन्दी  ब्वारी  स्यु  चुन  दान्दियुं  जानू  -2
डोखरी पुन्ग्दियुं  मा  हद्गियुं   तुदाणु
लैंदा  कीदन  ये  घोरें  जन्दीना
में  स्यु  चौ  बंझा  भैंसों  चरनु
सैतियुं सम्भाल्युन  ली  जन्दिना  झाडी काटी  की
कैम  लगनीं  चुई  अपनी  खैर की

भली  बुरी  चीज  लोगुन  की  एइनी  -2
मिल द्वे  दानी  चनो  की  नि  पैनी
मकुनी सेवा  सुनली  भी  हर्ची
सम्धानियुं  तेने  मनी आर्डर  गिनी
क्या पायी  एका  बहना  मिल  ज्यूँ  मरी  की
कैम  लगनीं  चुई  अपनी  खारी  की
केम  लगनीं  छुई  अपनी  खेरी  की
छुई  अपनी  खेरी  की

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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This a old Folk Song..
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तीले  धारु  बोला  मधुली  हिरा  हीर  मधुली
तीले  धारु  बोला  मधुली  हिरा  हीर  मधुली ...2


जोड़ :

काटू  च  असिना  मधुली  काटू  च  असिना -2
दिखेना  की  छोटी  मोती  माया  की  मशीन  -2
होए  होए  होए  अरे  माया  की  मशीन  मधुली  हिरा  हीर  मधुली
बे  माया  की  मशीन  मधुली  हिरा  हीर  मधुली
तीले  धारु  बोला  मधुली  हिरा  हीर  मधुली ...२


जोड़ :

आन्ग्दा  की  काखी  मधुली  आन्ग्दा  की  काखी -2
जिकुड़ी कुर  काटी  खंडी  रत्न्याली  आणखी -2
होए  होए  होए  रत्न्याली  आणखी  मधुली  हिरा  हीर  मधुली
रे  रत्न्याली  आणखी  मधुली  हिरा  हीर  मधुली
तीले  धारु  बोला  मधुली  हिरा  हीर  मधुली ...२


जोड़ :

गूंजी  जालू  आतु  मधुली  गूंजी  जालू  आतु -2
म्यार  मठेना  ऐ  मधुली  धरा  धरी  बटु -2
होए  होए ... होए   ..धरा  धरी  बातु  मधुली  हिरा  हीर  मधुली
धरा  धरी  बातु  मधुली  हिरा  हीर  मधुली ,
बे  तीले  धारु  बोला  मधुली  हिरा  हीर  मधुली
तीले  धारु  बोला  मधुली  हिरा  हीर  मधुली


जोड़

खेली  जाली  होली  मधुली  खेली  जाली  होली ,
मधुली मधुली  बोदाना  कण  मधुली  होली -2
होए  होए  होए  कण  मधुली  होली  मधुली  हिरा  हीर  महुली
बे  कण  मधुली  होली  मधुली  हिरा  हीर  मधुली
कण  मधुली  होली  मधुली  हिरा  हीर  मधुली
तीले  धारु  बोला  मधुली  हिरा  ही  मधुली
तीले  धारु  बोला  मधुली  हिरा  हीर  मधुली

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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यह एक बहुत ही मार्मिक गाना है, एक देवर जो आपनी परदेश से घर आ रहा होता है और रास्ते में अपनी पड़ोश के भाभी के बहुत ही दयनीय हालत देखता है जो की अपनी पति के याद में बहुत दुखी है! 

ये दियोरा और भाभी, किस प्रकार से गाने के माध्यम से हाल चाल पूछते है देखिये
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नारंगी की दाणी हो..
क्याल सुखी होल भौजी,  मुखडी का पाणी हो

भौजी :

खोली का गणेशा, हो...... ..
जुग बीत गयाना दियोरा.
स्वामी परदेश हो................

देवर :

तितर का पांखी हो...
कह हर्चेनी भौजी.
सुरमाली आखी.. ..

भौजी :
क्वीडी लोकी गे   हो हो
क्वीडी लोकी गे   हो हो
आखो  का सुरमा  दियोरा
आसू  ले  बागी  गे  हो

दियोरा :

इसरी  का  गौद  हो. हो..
कख होल पयुलू गाय
कब गे वो.. फौन्दा हो..

भौजी :

ऋतू एनी गेनी हो.. हो..
ऋतू एनी गेनी हो.. हो..
बौल गेरी केंन दियोरा.
लटुली नि रेंदी.

दियोरा.

धीरज चयादा. हो. हो.
खैरी का यो दिन
सदा नी रैंदा.. हो हो ओह

भौजी

तवे मा लगौड़ हो. हो
तवे मा लगौड़ हो. हो
दिन बौडी आन्दी जेना.
जवानी कथे लियोना हो हो
जवानी कथे लियोना हो हो
जवानी कथे लियोना हो हो

दियोरा..  जवानी कथे लियोना हो हो
 

[youtube]TUUed3645bM

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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अनिल बिष्ट :
 
जिकुड़ी की गेड खोली
ख़ुद अपनी खेरी तो मिटाजा
फिर भखत मिलदु न मिलदु
दिल की बात मीमा तो बिंगा जा
 
अनुराधा निराला
 
जिकुड़ी की गेड खोली
ख़ुद अपनी खेरी तो मिटाजा
फिर भखत मिलदु न मिलदु
दिल की बात मीमा तो बिंगा जा

अनिल बिष्ट :

एन खुदेड़ भगता मा
भूलू देख आज मा
क्या हमर मर्यादों का
घुट -२ बिराज ..
जियुक रूप रंग में.

अनुराधा :
हो हो ओ ..
जियुक रूप रंग में. छ
माया की लाज ...2
यो समलियोदा फूलो की
माला तू आज गठे जा.
फिर भखत मिलदु न मिलदु
दिल की बात मीमा तो बिंगा जा

अनिल बिष्ट :

जिकुड़ी की गेड खोली
ख़ुद अपनी खेरी तो मिटाजा

अनुराधा निराला :

आखो की जियोती कखी हर्ची ना जाओ
आसू की गागर कथे छलकी नी जाओ
द्वी बात .. तेरा.

अनिल बिष्ट :

हो हो ह..
द्वी बात .. तेरा. मेरा मन में नि रौवा
मन में नि रावा
दुखदी की चुप बिसके, हिया का बूज बिसेजा
फिर भखत मिलदु न मिलदु
दिल की बात मीमा तो बिंगा जा

अनुराधा निराला :

जिकुड़ी की गेड खोली
ख़ुद अपनी खेरी तो मिटाजा

अनिल बिष्ट :

आतुल बितान  आँन से पैली
विछोद नि हवे जो
आशा का बटुली जागी छो
कही भुझी ही नि  जौ

कभी स्वप्नियो .

अनुराधा निराला :

हो हो हो ओ .
कभी स्वप्नियो गेलिया
अँधेरा माँ नि हर्चे जा..
आज पहली प्रीत की ज्योति
जला जा.
फिर भखत मिलदु न मिलदु
दिल की बात मीमा तो बिंगा जा

अनिल बिष्ट जी :

जिकुड़ी की गेड खोली
ख़ुद अपनी खेरी तो मिटाजा
फिर भखत मिलदु न मिलदु
दिल की बात मीमा तो बिंगा जा







एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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This is one of the Best Song of Narendra Singh Neig Ji & Sushma Kshretha from

Ghar Jawai Film

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मैं  नी  करदू  तवे  से  बात  ..
हट  छोड़   दे  मेरु  हाथ
 
महिला :
 
 
मैं  नी  करदू  तवे  से  बात  ..हट  छोड़  दे  मेरु  हाथ
मैं  नी  करदू  तवे  से  बात  ..हट  छोड़  दे  मेरु  हाथ  -

मैं  नी  करदू  तवे  से  बात  ..हट  छोड़  दे  मेरु  हाथ se baat....
बोल  चिठ्ठी  किले  ने  भेजी ...

पुरुष :

तवे  खुट   जुदियाँ  चीं  हाथ  ...सुन  सुन  जा  मेरी  बात
बदनामी  की  डर  नी  भेजी

महिला :

मुख  सामने  त  खूब  स्वांग  भरदी ,
परदेस  जा  के  याद  भी  नी  करदी ...2
रुंदु -रुंदु  रो  दिन  रात  सौन -भादो से  barsaat 
बोल  चिट्टी  किले  ने  भेजी ...

पुरुष :

तेरा  गाँव  कु  डाक्वान  चिट्टी  देनु  आन्दु ,
तू  रेंडी  बदूमा  वो  केमा  दे  जांदू ....2
मुंड माँ  धेअर  की  जो  हाथ 
सोची  -सोची  मिल  या  बात    ...2
बदनामी  की  डर  नी  भेजी

महिला :

मी  नी  करदू  तवे  से  बात  छोड़  - छोड़  दे  मेरो  हाथ  मिल  नी  करने  तवे से बात.. 

निगुर  सारेर  तयार  निठुर  प्राण 
हाली  गयी  तवे  माँ  क्या  माया  लान ... 2
झूठी  मर्दून  की  छि  जात
कण  निभे  ली  तवे  की  साथ ....2.

बोल  चिठ्ठी  किले  ने  भेजी


पुरुष :

तवे  खुन  जुदियाँ  छीन  हाथ  ...सुन  सुन  जा  मेरी  बात
बदनामी  की  डर  नी  भेजी

मेरी  साँची  माया  माँ  सक  के  कु  खंडी

है  चूची  तू  मेरी  आँखों  माँ  रेह्न्दी ....2
ले  के  आनु  छुन  बरात  अब  ता  उमार  भर  का  साथ ...2

मैं  ने  चिठ्ठी  इले   नी  भेजी ,मैं  ने  चिट्टी  इले  नी  भेजी ...2
 

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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 दीवान कनवाल का यह गाना:-

दीवान कनवाल :

आ ह आह हिसाव  खछे, तू खै ले, कफाव तू
आ ह आह कै ले तू कौ, तेरी म्यार दगड सछ छो

कोरस :
आ ह आह हिसाव  खछे, तू खै ले, कफाव तू
आ ह आह कै ले तू कौ, तेरी म्यार दगड सछ छो

दीवान कनवाल :

अल्मोड़ा का बीच बाजार
चाह का होटल, कागज़ में लेखी दिए.
आ हा माया का टोटल, हीरा काफल खांछे तू

कोरस :

आ ह आह हिसाव  खछे, तू खै ले, कफाव तू
आ ह आह कै ले तू कौ, तेरी म्यार दगड सछ छो

दीवान कनवाल -

धारो में देवी थाना, दूध ले नवायो
आ हा, यो माया ले खवायो .
काफल खांछे तू.

कोरस :

आ ह आह हिसाव  खछे, तू खै ले, कफाव तू
आ ह आह कै ले तू कौ, तेरी म्यार दगड सछ छो

दीवान कनवाल :

चमकानी गिलास मजा, राम्कानी चाह छो.. 2
तेरो मेरी प्रीत देखि.. . आ ह दुनिया डा छो ..

कोरस :

आ ह आह हिसाव  खछे, तू खै ले, कफाव तू
आ ह आह कै ले तू कौ, तेरी म्यार दगड सछ छो

Devbhoomi,Uttarakhand

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ये गाना अभी अभी आया है इसको स्वर दिय है उभरते गायक गजेन्द्र राणा और मीना राणा ने , दुरु पर्देसू छौं तुमु अपणु ख्याल रख्यान
Album Furki baand
 


बरखा हवेली बत्वानी होलू रै, छौया मन्दारों कु पाणी होलू रै
जाली सुवा घासु का डांडीयों मा, मन विन्कू खुदेणु होलू रै !!

 

            धरयों खांदा मा चाकू कितलू, चुल्ला मा भावरानी च आग !
            छन स्वामी परदेश मा देवतों, रख्या राजी तुमु मेरु सुहाग !!

 

मेरी प्यारी उदास न होई ,मैं छुटी का अरज देणु छौं !
लगदा मंगसीर का मैना,मेरी प्यारी मैं घोर ऑनु छौं !!

 

            लगी सौणकी  कुरेडी  रोला गदरियों मा ,हौंदु सिंस्याट !
            घुट घुट लगदी च बडुली, दिल मा हौंदु धक् धक्द्याट    !!!

 

बौन पंछी , गाड गद्नियों ,मेरी प्यारी खुदेनं न देना !!
होली घासु क जांई बाणु मा तुमु सौं छन वीं रौन न देना !!!

 

            सेवा सौंली, राजी खुसी अपणी तुमु फ़ोन मा दी दयान!
            बाटु देखुलू मंगसीर क मैना ,स्वामी घोर जरूर अयान !!

 

प्यारी कन क्वे कटेला यी दीन,मेरु त्वेसी बिछाडाट करयों च !
बाकि पर्देसू नौकरी क बानाघर गाँव गुठयार छोडीयूँ च !!!!

 

             पर्देसू मा अफु रयान , मेरा बाना नि मन झुराण!
            मैं जन्नी छुओं ,अपणाघोर  मा स्वामी तुमु अपणु ख्याल रख्यान!!!

 

सुवा तू अपणु ख्याल रख्यान , बरखा होली बत्वानी होलू रै चौया मंद्रों कु पाणी होलू रै!
जाली सुवा घासु क डंडियों मा, मन विन्कू खुदेणु होलू रै !!!!


 

 

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