Author Topic: Lyrics Of Uttarakhandi Songs - कुमाऊंनी एवं गढ़वाली गीतों के बोल  (Read 215885 times)

Devbhoomi,Uttarakhand

  • MeraPahad Team
  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 13,048
  • Karma: +59/-1
इस गाने मैं श्री नरेंद्र सिंह नेगी जी ने उस जुन्याली रात का वर्णनकिया है जो की गांवों मैं लोग रात होते ही अपने अपने घरों मैं बैठ जाते है और एक दुसरे बेटी ब्वारी अपने मइके की बातें और अपने बचपन की कहानियो और अपने बचपन मैं खौ जाते हैं, इस जुन्याली रात का इन्तजार लोग एक साल से करते हैं

वा जुनियाली रात ऐगे फ़िर याद -२
ऐगेनी फ़िर याद वो दिन वो दिनों की बात
              निराला - वा जुनियाली रात ऐगे फ़िर याद -२
हिटदी रात रुकिया पन्त
हमना कैक रंता -मन्ता -2
                     दुनिया सेई नींद निचंत
                     हमारी छुयो कु नी क्वी अंत
                     वा जुनियाली रात ऐगे फ़िर याद -२
उजियल दिनों न जब डराई
अँधेरी रातो न सारु दयाई
                     भाग्य हम बदली नी सक्या
                     बगत झणी किले बदलियाई
                      वा जुनियाली रात ऐगे फ़िर याद -२
गेणा खोजियाणा आगास
जून बेठी मेरा पास -२
                    मै साणी जून बथोंण वाला
                    कख गे वो तेरु विस्वास
                    वा जुनियाली रात ऐगे फ़िर याद -२
तेरु सौबत का रात दिन
आज आँखीयो  रिटना छन-२
क्या बतो  अब तवे बिन
क्या खोई क्या पाई मिन
वा जुनियाली रात ऐगे फ़िर याद -२

Devbhoomi,Uttarakhand

  • MeraPahad Team
  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 13,048
  • Karma: +59/-1
नेगी जी का भी क्या कहना यहाँ पर नेगी जी ने सैरा बस्ग्याल, का मतलब है की बस्ग्याल अगस्त सितम्बर के महीने का वर्णन किया है इस गाने वो भी एक लड़की जिसकी मौश्यान माँ होती है और उसे मइके की याद आती है तो तब उसने अपने मन की बात इस गाने के द्वारा बताई है

सैरा बसग्याल बण मा ,रुड्डी कुटड  मा
हियुन्द पिसी बितैना म्यार सदनी इनी दिन रैना
     कुटी की पिसी की मिल -2 रात -दिन एक कायी
     सोतेली ब्वे छाई मेत मा भी खेरी खाई
     सैसुरा मा जुदा कुदिन रैना ..............
मेला हवेनी -खोला हवेनी -२
सोंजडिया कोथिग गैनी
बारह महिना बोलू कै की मीम दुई(२) झूली नि रैनी
स्वामी जी भी मिथे बिसिरी गेनी
म्यारा सदनी ............................
         बेटीयू का खुदेड़ महिना -२
     चेत -पुष ऐना -गेना -२
     मैतीयू का सारा छाई
     तो न रैबार नि दियाई
दगडिया भग्यानी मेरी मैत गैना
म्यारा सदनी इन दिन गैना
सैरा बसग्याल बन

Devbhoomi,Uttarakhand

  • MeraPahad Team
  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 13,048
  • Karma: +59/-1
ye bahut khuded geet hai

ये गाना गाया है बिरेन्द्र राजपूत और उम्मा ने, दयुर और भावी का जिसमे भावी ही अपने देवर को पाल पोस कर बड़ा करते है जब वो बड़ा होकर दुरु परदेश चला जाता है तो उसके बाद जब उस को अपने बचपन की याद आती है तो वो इस गाने को गाते है और भावी को माँ का दर्जा मिला हुवा है, भावी माँ के सामान होती है

 
भांडी भरी बल दूधकी भांडी भरी बल दूधकी !
हए जिया प्यारी मेरी माया बहु भांडी भरी बल दूधकी !
गोला लगादी बडुली, बौजी तुमारा खुद की,
हाँ जिया प्यारी मेरी माया बौहू ,तुमारा खुदकी!!

 घास काटी ले बौज, घास काटी ले बौज,
लड़ा दयुर मेरा विमालू घास काटी ले बौज ,
दयुर ठुमरी याद माँ आग भाव्रांदी  रोज,
लड़ा दयुर मेरा विमालू आग भाव्रांदी रोज !!

छांची कु बल माखन, छांची कु बल माखन.
लाडा दयुर मेरा विमालू छांची कु ले माखन
दुरु रैग्य तुमु पर्देशु अब देखण कखन
हे लाडा दयुर मेरा विमालू अब देखण कखन !!

खालयानी कु ले दान्दु, खंल्यानी कु ले दान्दु
जिया प्यारी मेरी माया बौहू खाल्यानी कु ले दान्दु !
होन्दा पांखुर जू मैम बौजी उडी का ऐजांदु
जिया प्यारी मेरी माया बौहू बौजी उडी का ऐजांदु !!

लाखुडू का ले भारा,लाखुडू का ले भारा
जिया प्यारी मेरी माया बौहू,लाखुडू का ले भारा !
दिन कतुणु छौं मैहि तुमारी चिठियुं का सारा
हे जिया प्यारी मेरी माया बौहू तुमारी चिठियुं का सारा!

पूजी जाला बल पीतर पूजी जाला बल पीतर
हे लाडा दयुर मेरा विमालू पूजी जाला बल पीतर !
सुनु लगदु तुमारा बिगर घर बाण भैर भीतर !
लाडा दयुर मेरा विमालू घर बाण भैर भीतर
बाखुरी कु ले रान बाखुरी कु ले रान
हे लाडा दयुर मेरा विमालू बाखुरी कु ले रान !
ड्यूटी का दगडा मेरु भी ख्याल रख्यान
लाडा दयुर मेरा विमालू मेरु भी ख्याल रख्यान

Devbhoomi,Uttarakhand

  • MeraPahad Team
  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 13,048
  • Karma: +59/-1
क्या बात है नेगी डा अपने भी तो हम जैसे दुरु परदेशों मैं रहने वालों की भावनाओं की कल्पना की है इस गाने आज हम लोग परदेशों मैं रह कर यही कल्पना करते हैं की हमारे गाँव ऐशा होगा !

बंडी दिनों मा दिखे आज
दिन आज को जुगराज ..२
बंडी देनो मा ...........४
                 देणा हुया वो बाटा- घाटा
                 राजी रया वो दिशा धार
                 राजी रया ..................२
                जोन जोड़ी का सोज्यडया मिलेनी
                रखी माया दारो की लाज
                बण्डी दिनों मा ............
फुल्या -फल्या वो पाखा वो पैरा
हैरा -भैरा रयाँ पुनगडीयू का मैंडा
हैरा -भैरा ..........................२
जो सारियो बीच हिटी की तू अई
तो सारियो खारियो हो अनाज
बंडी दिनों मा .........................२
                           ब्याली बटी भभराणी छै आग
                          बिन्सरी बटी बसुनो  छो काग
                          बिन्सरी बटी ......................२
                          आस नी टूटन दे तिन कागा -२
                          कागा तेरे मुंड सुनो ताज
                         बंडी दिनों .............................
जुग बटी छो माला गठियाणु
केला कुले का द्वार स्ज्याणु-२
आज अचणचक प्रकट हवे गे -२
चो- दिश मंगल बजे  बाज
बंडी दिनों ....................... 

Devbhoomi,Uttarakhand

  • MeraPahad Team
  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 13,048
  • Karma: +59/-1
गोपाल बाबु गोस्वामी के यह गीत जिसमे एक आदमी अपनी पत्नी की सुन्दरता की बडाई करता और उसे अभिनेत्री हेमा मालिनी से तुलना करता करता है! कहा जाता है इस गाने में हेमा मालिनी ने गोस्वामी जी के लिए मुकुदामा किया था !

छैला ओह मेरी छबेली ओह मेरी हेमा मालिनी
आँख तेरी कायी - २ नशीली हाई .२
छैला ओह मेरी छबेली ओह मेरी हेमा मालिनी
आँख तेरी कायी - २ नशीली हाई .२
घरवे आज आगे, आकाश जूना
रूप गगरी जसी यो सिया बाना
फर -२ निशान जसी, लथ की थान जसी
रसली आम जसी, मिश्री डयी डयी
आँख तेरी कायी - २ नशीली हाई .२............
छैला ओह मेरी छबेली ओह मेरी हेमा मालिनी
आँख तेरी कायी - २ नशीली हाई .२
हाई रे हिट्नो तेरो हाई रे मिजाता
कमर तेरी हाई रे लटाका
तू हाई पलँग जसी, दाती
दाती आखोडा जसी
चमकी रे सुवा मेरी कांस की थाय - २
आँख तेरी कायी - २ नशीली हाई .२............
छैला ओह मेरी छबेली ओह मेरी हेमा मालिनी
आँख तेरी कायी - २ नशीली हाई .२
खिल रे गुलाब जसी, सोलवा साल में
खिल रे कडुवा जसी, भरी जवानी में
चंदा चकोर जसी हाई रे कात्कोरा मेरी
आँख तेरी कायी - २ नशीली हाई .२............
छैला ओह मेरी छबेली ओह मेरी हेमा मालिनी
आँख तेरी कायी - २ नशीली हाई .२

Devbhoomi,Uttarakhand

  • MeraPahad Team
  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 13,048
  • Karma: +59/-1
सौणा का मेहना  - Song of Narendra Singh Negi - A very -2 Sad song.
===================================
सौणा का मेहना, ब्हेव कानू  कुई  रेहना , कुयेदी  लौन्काली -2
अन्देरी  रात , बरखा  की  झाम्दाता, खुद  तेरी  लागली -2

चौ  डंडियों पोर, सरगी  गगदांड  -2
हिरिरिरी  पापही  बरखा झुकी आंड  -2
बडुली  लागलि
सौणा का मेहना, ब्हेव कानू  कुई  रेहना , कुयेदी  लौन्काली -2
अन्देरी  रात , बरखा  की  झाम्दाता, खुद  तेरी  लागली -2

गढ़  गदनियों  सी, स्यात  घनाघोरा  -2
तुम परदेस , मी  अकुली  घोर  -2
ज्युक्दी  दौराली
सौणा का मेहना, ब्हेव कानू  कुई  रेहना , कुयेदी  लौन्काली -2
अन्देरी  रात , बरखा  की  झाम्दाता, खुद  तेरी  लागली -2

यकुलू  सरेला , उनी  प्राणी  क्वासु  -2
सेरा  बस्ग्याल , अब दान  मन आंसू  -2
आणखी  धोलाली
सौणा का मेहना, ब्हेव कानू  कुई  रेहना , कुयेदी  लौन्काली -2
अन्देरी  रात , बरखा  की  झाम्दाता, खुद  तेरी  लागली -२

तेरा नौन्याल , अर्  पुन्गुदियों  धान  -2
बरखा का देदो  मा घांस  कु  बेजान  -2
झूली  मेरी रूझाली
सौणा का मेहना, ब्हेव कानू  कुई  रेहना , कुयेदी  लौन्काली -2
अन्देरी  रात , बरखा  की  झाम्दाता, खुद  तेरी  लागली -2

सौना भादों  बर्खिकी  चली  गिनी  -2
ऋतू  गैनी मेरी आँखें  नि  ऊबेंई  -2
कानू के उबाली
सौणा का मेहना, ब्हेव कानू  कुई  रेहना , कुयेदी  लौन्काली -2
अन्देरी  रात , बरखा  की  झाम्दाता, खुद  तेरी  लागली -2

Devbhoomi,Uttarakhand

  • MeraPahad Team
  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 13,048
  • Karma: +59/-1
उत्तरांचल के हिमालयी क्षेत्रों में ढोल नेगी जी की गूंजती आवाज वादन की बहुत पुरानी और समृद्ध परंपरा रही है लेकिन समय के साथ ढोल का शास्त्र और इसे बजानेवाले कलाकार हाशिये पर जाने लगे थे.

ऐसे में कुछ संस्कृतिकर्मियों और लोककलाकारों ने ढोल और सोलह ठेठ पहाड़ी साज़ों को मिलाकर अनूठा ऑर्केस्ट्रा तैयार किया है.अब तक इन साज़ों को अलग-अलग ही बजाया जाता था या ज़्यादा से ज़्यादा दो या तीन साज की जुगलबंदी होती थी.लेकिन पहली बार एक दर्जन से अधिक लोकवाद्यों को एक साथ एक जगह रख दिया गया है
ये गाना भी काफी पुराना है

रीधी कु सुमिरो,सीधी कु सुमिरो,सुमिरो सारदा माई,
अर् सुमिरो गुरु अभिनासी को,सुमिरो किशन कनाई!

 सदा अमर या धरती नि रैन्दि,मेघ पड़े शुखी जाई,
 अमर नि रैंदा,चन्द्र सूरज चुचा,गर्हण लगे छुपी जाई!

माता रोये जनम-जनम को,बहिन रोये छै मासा,
 तिरिया रोये डेड घडी को,आन करे घर वासा!

ना घर तेरा न घर मेरा,चिडिया रैन बसेरा,
अस्ति घोड़ा कुटुंब कबीला रै चला-चली का फेरा!

रीधी कु सुमिरो सीधी कु सुमिरो,सुमिरो सारदा माई ,
सुन ले बेटा गोपीचंद जी बात सुनों चितलाई,

 झूटी तेरी माया ममता,मति कैसी भरमाई!
 कागज पटरी सब कोई बांचे करम न बांचे कोई,

 राज घरों को राज कुवंर चुचा करणी जोग रमाई !
रीधी कु सुमिरो सीधी कु सुमिरो सुमिरो सारदा माई.
 अर् सुमिरो गुरु अभिनासी कु सुमिरो किशन कनाई !

Devbhoomi,Uttarakhand

  • MeraPahad Team
  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 13,048
  • Karma: +59/-1
बेटी ब्वारी फ़िल्म का

…पैली यानू त कबी नि ह्ववे कबी नि ह्ववे
अब ह्ववे त क्यान ह्ववे क्यान ह्ववे..

मन अपडा बस मा नि राई, क्वि ऊपरी मन बसी ग्याई.. हो….ओ..
तन मा क्यफ़णि सी
क्यफ़णि झणि क्यँन हूंदमन मा कुतगली सी कुतगाली से झणि कु लगांदकुछ ह्ववे गे मी थे,
कुछ ह्ववे गे मी थेह्वाई क्याच…ह्वाई क्याच समझ मा नि आई….
मन आपदा बस मा नि राई.. ….हो. हो हो..

 मन आपदा बस मा नि राईतेरी जीकुड़ी धक धक धक धक़दीयाट के कु कनि न……..
 तेरी आंखि रक रक रक रक्रियट केन कनि नबैध बुला ज़रा, दारू दवे करा..
सदनी कु….सदनी कु रोग लगी ग्याई..मन आपडा बस मा नि राई….हो. हो हो..
मन आपदा बस मा नि राई.

 मन मा बनबनी का बनबनी का फूल खिलिया न…
 सुपीन्या बन बनी का बन बनी का रंगों मा रंगीया न..
 सुपीन्यो का रंग मा मायादार संग मा..

धरती-आ.. धरती आकाश रंगी ग्याई …
मन आप डा बस मा नि राई.. हो हो….

पैली यानू त कबी नि ह्ववे कबी नि ह्ववेअब ह्ववे त क्यान ह्ववे क्यान ह्ववे
 मन अपडा बस मा नि राई, क्वि ऊपरी मन बसी ग्याई.. हो….ओ..

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

  • Core Team
  • Hero Member
  • *******
  • Posts: 40,912
  • Karma: +76/-0


मधुलिका नेगी जी का यह से आवाज में यह गाना :

वो लौड़ा गोविन्द रे मैके तेरी रटना
तेरी भौत याद उछि ....२
हर घडी हर दिन रे.

वो लौड़ा गोविन्द रे मैके तेरी रटना
तेरी भौत याद उछि ....२
हर घडी हर दिन रे.

हां
मेरी जवानी  उमर,
जरा छो कसर.. ...२
बिन त्यार नीद   नि हुनि
रात तेरा सपना रे..
मीके तेरी रटना रे..

लागी छो नराई ...२
अब नि छियो  पराई ...२
केके त्वीके याद नी ऊनी.
रौली गधेरी डान रे.
मीके तेरी रटना रे..

घास काटना जानू  ...2
ला पानी भर लियानु..२.
मीके घर बाण छो तेरी रटना रे.
मीके तेरी रटना रे..

दिल नी छो बस मा ..२.
हाई तेरी कसम...२
मन बसी गीयी तेरी सूरत
और याद नी रौनी रे..
मीके तेरी रटना रे..

वो लौड़ा गोविन्द रे मैके तेरी रटना
तेरी भौत याद उछि ....२
हर घडी हर दिन रे.
मीके तेरी रटना रे.
रात तेरी सपना
रौली गधेरी डान रे
छो तेरी रटना रे..

http://ishare.rediff.com/music/romantic/makei-teri-ratna-re/10060544
 

Risky Pathak

  • Core Team
  • Hero Member
  • *******
  • Posts: 2,502
  • Karma: +51/-0
Lyrics Of Uttarakhandi Songs - Tera Rasila Hontho Be Aaj Mo tapko
« Reply #309 on: March 28, 2010, 11:48:57 AM »
Gopal Babu Goswami Song:


लुकी छिपी बादवो में चमकी जैसी ज्यून तेरो मुख चमको
लुकी छिपी बादवो में चमकी जैसी ज्यून तेरो मुख चमको
तेरा रसीला होंठो बे आज मो जै टपको
तेरा रसीला होंठो बे आज मो जै टपको

लुकी छिपी बादवो में चमकी जैसी ज्यून तेरो मुख चमको
तेरा रसीला होंठो बे आज मो जै टपको
तेरा रसीला होंठो बे आज मो जै टपको

तेरी सोली उम्र हाय गोरी काली है छे आखी सुरमाई
तेरी सोली उम्र हाय गोरी काली है छे आखी सुरमाई
छन छन छनका रई हाथो का चूड़िया तेरो दिल धड्को
तेरा रसीला होंठो बे आज मो जै टपको

बड़ी भोली बड़ी बड़ी प्यारी तेरी हाय रे कमर पतई
तेरी भोली आंखी प्यारी प्यारी तेरी हाय रे कमर पतई
लटकी मटकी हिटन तेरो
लटकी मटकी हिटन तेरो लचकी रे कमर तेरो आज मन धड्को
तेरा रसीला होंठो बे आज मो जै टपको

फूली रे छे फूलो के  छी डाई
लुकी रे छे अनार की भानी
फूली रे छे फूलो के  छी डाई
लुकी रे छे अनार की भानी
सुनो जैसो गात तेरो
सुनो जैसो गात तेरो
सुनो की छे नाक हाय मै मर जो
तेरा रसीला होंठो बे आज मो जै टपको
तेरा रसीला होंठो बे आज मो जै टपको
तेरा रसीला होंठो बे आज मो जै टपको


 

Sitemap 1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22