Author Topic: Lyrics Of Uttarakhandi Songs - कुमाऊंनी एवं गढ़वाली गीतों के बोल  (Read 215872 times)

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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Narendra Singh Negi- Song
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सच माना न माना विंकी -2 पछ्याँण कुछ छैइ हौरी सच माना न माना विंकी -2 पछ्याँण कुछ छैइ हौरी
बात बिचार बोलन बच्यांणम राष्याँण कुछ हौरी -2 छैइ
.
इनी भी नि छै व उनी भी नि छै जन तुम सोचणा तनी -2 छै नि भी
सच पूछा ता कनी भी नि छै क्या बताण कुछ हौरी छैइ  बात बिचार बोलन बच्यांणम राष्याँण कुछ हौरी छैइ
 
लाखू कि भीड़ मा देखि छै, भीड़ मा छै पर एकी -2 छै
बणिगे त बणिगे बिधातन अब नि बणाण कुछ हौरी छैइ
सच माना न माना विंकी पछ्याँण कुछ हौरी छैइ
.
चाल ढाल अन्वार कु नि, जिकर रूप श्रींगार कु -2 नि
झणि क्या बात उं आंख्युं मा पाण कुछ हौरी छैइ
बात बिचार बोलन बच्यांणम राष्याँण कुछ हौरी छैइ
.
देख्ल्या ता देख्दै रैजैल्या सोच्ल्या ता सोच्दै -2 रैजैल्या
कलम कंठ रुक गेनी गुण क्या गांण कुछ हौरी छैइ
सच माना न माना विंकी पछ्याँण कुछ हौरी छैइ
.
बात बिचार बोलन बच्यांणम राष्याँण कुछ हौरी छैइ
सच माना न माना विंकी पछ्याँण कुछ हौरी छैइ

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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जून सी मुखडी जुन्ख्याली आँखी मायादार रत्न्याली  जिकुड़ी का काख बाली माया कैखुणी धरीं च समाली जून सी मुखडी जुन्ख्याली आँखी मायादार रत्न्याली
जिकुड़ी का काख बाली माया कैखुणी धरीं च समाली
 
हो ओ ओ जून सी
   
हो ओ ओ ओ आ आ आ आ आ  घुन्ग्र्याली लटुली क्या शान कनी -2 चा
घुन्द्क्याली खुटयूँ मा पैजाबी क्या बोनी चा
हो ओ ओ
पैजाबी बोनी च झूटी, छुयुं मा ना -2 ऐई
माया कि चिफ्ली धुन्ग्युं मा रैडी न जैइ
माया लाणी जरा कि माया लाणी जरा देखि भाली
तू भी तेरी छ्विं भी आली जाली
 
जिकुड़ी का काख बाली माया कैखुणी धरीं च समाली
जिकुड़ी कु भेद बैरी मुखडी खोनी -2 चा
छन छन चूड़ी तेरी बोल क्या बोनी चा
  हो ओ ओ ओ ओ
चूड़ी बोनी छि मेरी चल हिट घौर
निर्मोही होंदीन ये परदेशी भौंर
बंडी बत न, बंडी बत न बनौ दयोलू गाली
तू भी तेरी छ्विं भी आली जाली
   
लस्स लस्स कमरी बथों मा हलणी -2 चा
बोझ तेरी ज्वनि कु णी सिक सकणी चा
  मुंड कपाल फोड़ चा तू हाथ खुटा -2 तोड़
नि आन्दु छुँयुं मा तेरी हट बाठु छोड़
बंडी बत न, बंडी बत न बणों दयोलू गाली
तू भी तेरी छ्विं भी आली जाली
   
जून सी मुखडी जुन्ख्याली आँखी मायादार रत्न्याली
हो ओ ओ
जिकुड़ी का काख बाली माया कैखुणी धरीं च समाली

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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कख लगाण छविं कैमा लगाण छविं कख लगाण छविं कैमा लगाण छविं
ये पहाड़ की कुमौ गड़वाल की
कख लगाण छविं कैमा लगाण छविं
.
रिता कूडों की तीसा भांडों -2 की  बगदा मनख्यूं की रडदा डाँडों की
.
कख लगाण छविं कैमा लगाण छविं
ये पहाड़ की कुमौ गड़वाल की
कख लगाण छविं कैमा लगाण छविं
.
सर्ग तेरी आशा कब आलू -2 चौमासा
गंगा जमुनाजी का मुल्क मनखी गोर प्यासा
.
कख लगाण छविं कैमा लगाण छविं
.
क्या रूडी क्या हयुन्द, पाणी नीच -2 बूंद
फिर बणी च योजना बल देखा अब क्या हून्द
.
कख लगाण छविं
रिता कूडों की तीसा भांडों -2 की
बगदा मनख्यूं की रडदा डाँडों की
कख लगाण छविं कैमा लगाण छविं
.
बैख डुबयाँ दारू मा नौना टुन्न यारू -2 मा
कजेणी आन्दोलन चलाणी, दफ्तर बाजारू मा
.
कख लगाण छविं कैमा लगाण छविं
.
कच्ची गद्न्य छान्यु मा, पक्की खुली दुकान्यु -2 मा
दारू का उद्योग खुल्याँ उंकी मेहर्बंयु मा
.
कख लगाण छविं
रिता कूडों की तीसा भांडों -2 की
बगदा मनख्यूं की रडदा डाँडों की
कख लगाण छविं कैमा लगाण छविं
. कुड़ी टूटणी ठेस मा छिपाडा लाग्यां रेस -2
मा भीतर मूसा बिराला बस्याँ मनखी भैर देश मा .
कख लगाण छविं कैमा लगाण छविं .
न भीतर न भैर कखी भी नीच -2
खैर दिन मा गिज्युं बाघ रात भ्युन्चाला की डैर .
कख लगाण रिता कूडों की तीसा भांडों -2
की बगदा मनख्यूं की रडदा डाँडों की .
कख लगाण छविं कैमा लगाण छविं .
जंगल शेर बाघ मा, खेती बाड़ी त्याग -2
मा सार खायी बान्दरून, सगोडी गै उज्याड़ मा .
कख लगाण छविं रिता कूडों की तीसा भांडों -2
की बगदा मनख्यूं की रडदा डाँडों की
कख लगाण छविं कैमा लगाण छविं .
कर्ज गाडी पैन्छू, फैलूं मा अल्झी -2
भैन्सू गोर दुब्याँ बाड़ मा सूखू पोडी ऐंसू .
कख लगाण छविं रिता कूडों की तीसा भांडों -2
की बगदा मनख्यूं की रडदा डाँडों की .
कख लगाण छविं कैमा लगाण छविं
ये पहाड़ की कुमौ गड़वाल की
कख लगाण छविं कैमा लगाण छविं

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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वा जुनियाली रात ऐगे फ़िर यादवा जुनियाली रात ऐगे फ़िर याद -२
ऐगेनी फ़िर याद वो दिन वो दिनों की बात
              निराला - वा जुनियाली रात ऐगे फ़िर याद -२
हिटदी रात रुकिया पन्त
हमना कैक रंता -मन्ता -2
                     दुनिया सेई नींद निचंत
                     हमारी छुयो कु नी क्वी अंत
                     वा जुनियाली रात ऐगे फ़िर याद -२
उजियल दिनों न जब डराई
अँधेरी रातो न सारु दयाई
                     भाग्य हम बदली नी सक्या
                     बगत झणी किले बदलियाई
                      वा जुनियाली रात ऐगे फ़िर याद -२
गेणा खोजियाणा आगास
जून बेठी मेरा पास -२
                    मै साणी जून बथोंण वाला
                    कख गे वो तेरु विस्वास
                    वा जुनियाली रात ऐगे फ़िर याद -२
तेरु सौबत का रात दिन
आज आँखीयो  रिटना छन-२
क्या बतो  अब तवे बिन
क्या खोई क्या पाई मिन
वा जुनियाली रात ऐगे फ़िर याद -२

Devbhoomi,Uttarakhand

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 खुद,बहुत सुन्दर सुरीले गीतों की एल्बम हैं जिसमें नेगी और अनुराधा निराला जी ने अपनी सुरीली आवाज में गाये हुए इस एल्बम के गीतों को बार बार सुनाने को मन करता है !

से गैनी,से गैनी डांडी-कांथी खाल-धार से गैनी
बौन-पंछी गौं-गुठयार,सी गैनी
  से गैनी,से गैनी

मी याखुली बिजियुं छों,याखुली-याखुली बिजियों छों,तुमारी खुद मा
तुमारी खुद मा,तुमारी खुद मा हो हो तुमारी खुद मा

पौन्खुर दिखेंन देखि चखुला से गिनी,
देखि तौन सेगी डाली मौन हवेगिनी
सेगी होला तुमु भी गेल्या निंद सुध-बुध मा
मी याखुली बिजियुं छों,याखुली-याखुली बिजियों छों,तुमारी खुद मा
तुमारी खुद मा

से गैनी,से गैनी डांडी-कांथी खाल -धार से गैनी
मेरा अँधेरा का द्गडया दिवा  बाती मूंझी गैनी
दिन मा था जू सेंयाँ दुःख राती बीजी गैनी
दुःख देन्दारु विधाता भी सेगी निंद मा,मी याखुली बिजियुं छों,याखुली-याखुली बिजियों छों,तुमारी खुद मा
मी याखुली बिजियुं छों,याखुली-याखुली बिजियों छों,तुमारी खुद मा
तुमारी खुद मा

सोन भादों बीती बरखा पाणी चौलिगे
ह्यून ह्युंद गौली  पिडा सबुकी बोड़ीगे
मेरी पिडा बारामास दुःख-दुःख मा,मी याखुली बिजियुं छों,याखुली-याखुली बिजियों छों,तुमारी खुद मा
,तुमारी खुद मा से गैनी,से गैनी डांडी-कांथी खाल -धार से गैनी

डौर लगदी जब कखी निन्यारु बासदु
सारु मिलदु जब कखी क्वी दानु खासदु
अब ता सी बिचारा भी सगीन नींद मा,मी याखुली बिजियुं छों,याखुली-याखुली बिजियों छों,तुमारी खुद मा
मी याखुली बिजियुं छों,याखुली-याखुली बिजियों छों,तुमारी खुद मा
याखुली-याखुली बिजियों छों,तुमारी खुद मा
,तुमारी खुद मा

Devbhoomi,Uttarakhand

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मिन समझी लाटि होली,मिन समझी लाटि होली,क्या जाण खेला पार ह्वेगी वा
जकड़ा भितर पट ग्वाड्यीं छई,आखियों बीटी परार ह्वेगी वा
मिन समझी लाटि होली,मिन समझी लाटि होली,काली होली,बिचारी भोली-भाली होली वा

बिच बाजार मा खातेगी,लुकाई  बेकार ह्वेगी,लुकाई बेकार ह्वेगी वा
एक चुंगति बदनामी छई,एक चुंगति बदनामी छई,हो हो
पाथि दोन खार कैगी वा अंखियों बीटी परार ह्वेगी वा
मिन समझी लाटि होली,मिन समझी लाटि होली,काली होली,बिचारी भोली-भाली होली वा

सोची घौर-बार बसिगे द्वी गफो कु आधार ह्वेगी वा
राती निचंत ह्वेगी से गयुं,सूबेर धार पार ह्वेगी वा हो हो
राती निचंत ह्वेगी से गयुं,सूबेर धार पार ह्वेगी वा हो हो
मिन समझी लाटि होली,मिन समझी लाटि होली,काली होली,बिचारी भोली-भाली होली वा

घर मा आणि- जाणि बढिगे,लोगो चित्रहार ह्वेगी,लोगो चित्रहार ह्वेगी वा
हांजी चित्रहार ह्वेगी वा
घर बसेक नि साकू केकु,घर बसेक नि साकू केकु  हो हो
ब्स्याँ घर खण्डवार कैगी वा,अंखियों बीटी फरार ह्वेगी वा
मिन समझी लाटि होली,मिन समझी लाटि होली,काली होली,बिचारी भोली-भाली होली वा

कैकी निंद लीगी चैन केकु अस्घार लीगी, केकु अस्घार लीगी वा
कुछ न कुछ लीगी सबू बीटी,कुछ न कुछ लीगी सबू बीटी, हो हो
मैं सनी भगार दिगी वा,अंखियों बीटी फरार ह्वेगी वा
मिन समझी लाटि होली,मिन समझी लाटि होली,काली होली,बिचारी भोली-भाली होली वा

माया फेर मा अब नि पौडू,दिल दगडी करार ह्वेगी,दिल दगडी करार ह्वेगी वा
खोली भीतर पौंछि भी छू,खोली भीतर पौंछि भी छू,देली बीटी फरार ह्वेगी वा
देली बीटी फरार ह्वेगी वा ,देली बीटी फरार ह्वेगी वा हो,अंखियों बीटी फरार ह्वेगी वा
मिन समझी लाटि होली,मिन समझी लाटि होली,काली होली,बिचारी भोली-भाली होली वा

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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बंडी दिनों मा दिखे आज बंडी दिनों मा दिखे आज
दिन आज को जुगराज ..२
बंडी देनो मा ...........४
                 देणा हुया वो बाटा- घाटा
                 राजी रया वो दिशा धार                   राजी रया ..................२
                जोन जोड़ी का सोज्यडया मिलेनी
                रखी माया दारो की लाज
                बण्डी दिनों मा ............
फुल्या -फल्या वो पाखा वो पैरा
हैरा -भैरा रयाँ पुनगडीयू का मैंडा
हैरा -भैरा ..........................२
जो सारियो बीच हिटी की तू अई
तो सारियो खारियो हो अनाज
बंडी दिनों मा .........................२
                           ब्याली बटी भभराणी छै आग
                          बिन्सरी बटी बसुनो  छो काग
                          बिन्सरी बटी ......................२
                          आस नी टूटन दे तिन कागा -२
                          कागा तेरे मुंड सुनो ताज
                         बंडी दिनों .............................
जुग बटी छो माला गठियाणु
केला कुले का द्वार स्ज्याणु-२
आज अचणचक प्रकट हवे गे -२
चो- दिश मंगल बजे  बाज
बंडी दिनों .......................

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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N S Negi Song
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ओटूवा वेलेणा ओटूवा वेलेणाओटूवा वेलेणा ओटूवा वेलेणा
मेरु रेशमी रुमैला ओटूवा वेलेणा ओटूवा वेलेणा-२
जायान बागीता ऐजाणु खेलेणा
मेरी रेशमी रुमैला ऐजाणु खेलेणा
  ताकुलू ऊनी कु  ताकुलू ऊनी कु
मेरु रश्मि रूमेला ताकुलू ऊनी कु -2
कनु भालू लगदु उज्यालू जुनीकू
मेरी रश्मि रूमेला .उज्यालू जुनीकू
 
बेडू पक्या बोरू -बेडू पक्या बोरू
मेरु रश्मि रूमेला बेडू पक्या बोरू-2
उज्यालू जुनीकू मै याखुल्या डोरू
मेरु रश्मि रूमेला मै याखुल्या डोरू
 
चीने इ भड़ेती, चीने इ भड़ेती
मेरु रश्मि रूमेला चीने इ भड़ेती -2
तू याखुल्या डोरू मी दियुलू आडेती
मेरु रश्मि रूमेला मी दियुलू आडेती
 
पाणी को गाजर पाणी को गागर
मेरी रश्मि रूमेला पाणी को गागर
कन भालू लगादु नोगाऊ बाजार -2
मेरु रश्मि रूमेला नोगाऊ बाजार

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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नेगी जी सैकडों गानों को अपनी आवाज दे चुके हैं. लेकिन उनका यह गाना अपने आप में अनूठा है. एक आदमी अपनी बिमारी का इलाज कराने डाक्टर के पास पहुंच गया है. बिमारी के लक्षण बताने के साथ ही वह यह भी बताना नहीं भूलता कि वह इसके इलाज के लिये वैद्य से लेकर देवपूजा तक सब उपाय अपना कर हार चुका है और अब डाक्टर के हाथ से ही उसका इलाज होना है.
लेकिन मरीज जी चाहते हैं कि इलाज शुरु करने से पहले डाक्टर उनका मिजाज समझ ले. वो स्पष्ट रूप से बताते हैं कि चाय, तम्बाकू और मांसाहार नहीं छोड पायेंगे और दलिया वगैरा खाना उनके वश की बात नहीं है. गोलियां, कैप्सूल, इंजेक्शन और ग्लूकोज वाला इलाज भी वो नहीं करवायेंगे. उनकी पाचन शक्ति ठीक नहीं है लेकिन वो बिना खाये भी रह नहीं पाते हैं.
दवाई के स्वाद बारे में उन्हें पहले से ही अहसास है कि डॉक्टर मीठी दवाई तो देगा ही नही, लेकिन डॉक्टर को वो खुले शब्दों में कहते हैं कि कड़वी दवाई वो पियेंगे ही नही..
इसके साथ ही वह बार-बार डॉक्टर से यह भी कहते रहते हैं कि मेरा इलाज अब तुम्हारे हाथों ही होना है…
सामान्य आदमी के मनोविज्ञान को दर्शाने वाला यह गाना लगता तो एक व्यंग की तरह है, लेकिन असल में यह एक कड़वी सच्चाई को उजागर करता है.. गाने के अंत में मरीज अपने रोग का कारण स्वयम ही बताता है… असल में वह इस बात से व्यथित है कि उसके मरने के बाद सारे रिश्तेदार और संपत्ति छोड़कर उसे जाना पड़ेगा…
परसी बटि लगातार, बार-बार कू बुखार, चड्यू छ रे डाग्टार, मर्दु छो उतार-तार-2
कुछ ना कुछ त कर जतन तेरे हाथ छ बच नै मन-2
जै कुछ कन आब तिने कन, तिने कन, तिने कन
परसी बटि लगातार……………….
बैध धामि हारि गैनि, खीसा बटुवा झाडि गैनि-2
मेरि मारि खाडु कचैरि, खबेस पूजि देवता नचे
हरक फरक कुछ नि पडि-2
एक जूगु तक नि छडि
झूट त्वै में किले ब्वन, तेरे हाथ छ बचनै मन,
जै कुछ कन आब तिने कन, तिने कन, तिने कन
परसी बटि लगातार……………….
तब करि इलाज मेरु समझि ले मिजाज मेरू-2
चा कु ढब्ज टुटदु नि, तंबाकु मैथे छुटदु नि
दलिया खिचडि खै नि सकदु-2
शिकरि बिना रै नि सकदु
झूट त्वै में किले ब्वन, तेरे हाथ छ बचनै मन,
जै कुछ कन आब तिने कन, तिने कन, तिने कन
परसी बटि लगातार……………….
सफेद गोलि खपदि नी, लाल पिंगलि पचदि नी-2
ग्लुकोज शीशि चडदि नी, पिसी पुडिया लडदि नी
कैप्पसूल खै नि सकदु-2
इंजक्शन मैं सै नि सकदु
झूट त्वै में किले ब्वन, तेरे हाथ छ बचनै मन,
जै कुछ कन आब तिने कन, तिने कन, तिने कन
परसी बटि लगातार……………….
खान्दु छौं पचै नि सकदुं, बिना खाया मि रै नि सकदुं-2
उन्द, उब्ब बगत-बगत, गरम-ठण्ड मैं नि खबद
मिठि दवै तैलें दैणि नी, कडि दवै मिल पैणि नि
झूट त्वै में किले ब्वन, तेरे हाथ छ बचनै मन,
जै कुछ कन आब तिने कन, तिने कन, तिने कन
परसी बटि लगातार……………….
नाती-नातिना माया ममता, जर जजैता फैलि संगदा,
कूडि-पुंगदि गौरु भैंसा, यख्खि छुट्दा रुप्या-पैसा
मन को भैम त्वै बतांदु, डाग्टर मैं बोल नि चांदु
झूट त्वै में किले ब्वन, तेरे हाथ छ बचनै मन,
जै कुछ कन आब तिने कन, तिने कन, तिने कन
परसी बटि लगातार……………….

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N S Negi Song

ऐजदी भग्यानी,

चिठ्युं का आखर अब ज्यू नि बेल मोंदा,
बुसील्या रैबार तेरा आस नी बंधौन्दा -२
ऐजदी भग्यानी, ऐजदी भग्यानी -२
ऐजदी भग्यानी ईं ज्वानि का छौन्दा-२
ऐजदी भग्यानी ईं ज्वानि का छौन्दा-२
रांका बाल बाली काली रात नि ब्याणी, मेरी रात नि ब्याणी ।
रात नि ब्याणी, मेरी रात नि ब्याणी ।
उंसी का बुंदुन चुची तीस नि जाणी मेरी तीस नि जाणी ।
तीस नि जाणी मेरी तीस नि जाणी ।
पंद्रह पचिस्या दिन सदानि नि रौंदा -२
ऐजदी भग्यानी अर..र..र..र..र.र..र..रा..
ऐजदी भग्यानी ईं ज्वानि का छौन्दा-२
ऐजदी भग्यानी ईं ज्वानि का छौन्दा-२
रुड्युं का घामुन खैरया आंसूनी सुखदा, भगी आंसूनी सुखदा ।
आंसूनी सुखदा, भगी आंसूनी सुखद ।
जेट की बरखा न पाडु छोयां नी फ़ुटदा भगी छोरि छोयां नी फ़ुटदा ।
छोयां नी फ़ुटदा छोरि छोयां नी फ़ुटदा ।
बारमास फ़ूल खिल्यां डाल्युं मां नि रौंदा-२
ऐजदी भग्यानी छांटो रे छाटो रे छांटो छाटो..
ऐजदी भग्यानी ईं ज्वानि का छौन्दा-२
ऐजदी भग्यानी ईं ज्वानि का छौन्दा-२
आस को आसरो तेरी खुद ज्यूणो सारो, भगी खुद ज्यूणो सारो ।
खुद ज्यूणो सारो, भगी खुद ज्यूणो सारो ।
जथा हिटूं त्वे जथैईं बाटु फारु-फ़ारु, चुची बाटु फारु-फ़ारु ।
बाटु फारु-फ़ारु, चुची बाटु फारु-फ़
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