सौणा का मेहना ~
सौण का मेहना , बुवे कनु कै रेणा , कुयेडी लौन्काली -2
अन्देरी रात , बरखा की झमणाटा, ख़ुद तेरी लागली -2
चौ डंडियों पोर , सरग गगडानद -2
हिरिरिरी पापी बरखा झुकी आन्द -2
बडुली लागली
सौण का महिना , बुवे कानु कै रेणा, कुयेडी लौन्काली
सौण का मेहना, बुवे कानू कै रेणा
गाड गद्नियो स्वी ,स्यात घनघोर -2
तुम परदेश , मी अकुली घोर -2
ज्यूकडी डौरली
सौण का मेहना, बुवे कानू कै रेणा , कुयेडी लौन्काली
याकुलू सरेला , उनी प्राणी क्वासु -2
सेर बस्ग्यल , अब दण - मण आंसू -2
आंखी धोलाली
सौण का महिना , बुवे कानु कै रेणा, कुयेडी लौन्काली
डेरा नौन्याल , आर पुंगडियो धान -2
बरखा का दिडो मां घांस कु भी जाण -2
झूली मेरी रूझाली
सौण का म्हणा, बुवे कानू कै रेणा , कुयेडी लौन्काली
सौण भादों बर्खिकी चली गिनी -2
ऋतू गिनी मेरी आँखें नि ऊबेंई -2
कानू के उबाली
सौण का महीना ,बुवे कानू कै रेणा , कुयेडी लौन्काली
अन्देरी राता, बरखा की झमणाटा, ख़ुद तेरी लागली
सौण का महीना ......................
(written by m.s mehta )