Uttarakhand > Music of Uttarakhand - उत्तराखण्ड का लोक संगीत

Niyoli-Hunkiya Baul, Bhagnual-न्योली, हुनकिया बौल, भगनौल,लोक संगीत के हिस्से

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एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720:
बरखा लागी अर्खा-गर्खा, पाख दन्वारी च्वीं छ...
जैक सुवा परदेश, जागा जागा र्वीं छ....

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720:
 ‎Mahendra Thakurathi‎

कुमाउँनी न्यौली :)

उच्चा धुरा सुको डाणो, पानि की तुड़ुक।
अगास बादल रिट्या, र्वै ऊँछी धुड़ुक॥१॥
घास काटना हात काटियो, निङाली का बन।
कित लाये गैली माया, कित चाये जन॥२॥
भात खायो भदेली धोयी, परालि कोया ले।
ताँ माया पुजन्या छनैं, याँ म्यरा रोया ले॥३॥
थाली भरि खीर खायी, घिय कि बासि लै।
डाणो काटि पार आयूँ, मैं तेरि आसि लै॥४॥
सन-सन बरखा लागी, धुरि पाखो चूँछ।
देश-देश घुमन्या सुवा, जाग जागा में रूँछ॥५॥ :(

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720:
Mahendra Thakurathi

<3 एक प्रसिद्ध कुमाउँनी छपेली-

हे S S S S S हे S S S S S
साँटि में को सौं छ,
झगुली को बौं छ,
धारै में को गौं छ,
मदनुवा नौं छ,
देलि में बैरौंछ,
नानि भवा खेलौंछ।
खानि पिनि भाङ फुलौ,
देखना को धौं छ,
जै घड़ी समझ भायौ,
हियो भरि औंछ,
जैक जिया पिर्दा नैंछ,
मरिया को नौं छ॥
ओ मरिया को नौं छ पिपल कि छाया छ।
ऐल साल मेरी मधुलि में माया छ॥ :)

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720:
कुछ भूली बिसरी 'न्यौली'

खल्दी है आरसि गाड़ि, औरे परकार की
हिटै देखूं सुवा जसि, बोलि सरकारे की।
..
नानो हांगो दाड़िम को, ठुल हांगो दाख को
हिटनै बाटा बोली जांछि, बचन लाख को।
..
ग्युं का खेत झन हिटिये, ग्युं बालि टुटलि
मुख मटकै झन देखिए, फिर माया फरकैलि
..
लुआ को भदयालो ल्यायु, घुँघर्यालो डाड़ु
टकटक मुख देखछि, छाति जै के फाड़ु।

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