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Pandav Nritya: Mythological Dance - पांडव नृत्य उत्तराखंड का पौराणिक नृत्य
Devbhoomi,Uttarakhand:
पांडवों का उत्तराखंड से गहरा सम्बन्ध है,इसी छेत्र मैं होकर स्वर्गारोहण किया था!पांडव निर्त्यों का यहाँ अत्यधिक प्रचालन है यह देव्प्र्भाव की अपेछा लोकरंजन का निर्त्यअधिक है!पांडव निर्त्य खुले मैंदान या मन्दान का निर्त्य है,जिसमें अधिक से अधिक निर्तक एक साथ निर्त्य कर सकें !
सर्व प्रथम ओजी तुरी वाले तथा रणसिंघे के वादक देवपूजन हेतु अग्नि प्रज्वलित करते हैं ! जो कि निर्त्य के पूरा होने तक जलती रहती है!
इस निर्त्य मैं वादक,ढोल बजाता हुवा बिभिन्न लय और ताल के साथ महाभारत के प्रसंगों को गाता है,निर्त्य मैं दोनों हाथों को फैलाकर तथा कोहनी के बल मोड़कर नाचने की प्रथा है !
पांडव निर्त्य महाभारत के सम्पूरण आख्यानों के निर्त्य्गीतों के आधार पर संपन्न किये जाते हैं !
एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720:
You can also enjoy Pandav Nirtya Song in Negi Ji Voice here.
http://ishare.rediff.com/music/garhwali-folk/khela-panso-pandovarta-/10049429
Devbhoomi,Uttarakhand:
[youtube]http://www.youtube.com/watch?v=vFeiyx82T40&feature=related
Devbhoomi,Uttarakhand:
uttarakhandi pandav nirty arjun and dropadi dance
[youtube]http://www.youtube.com/watch?v=X96PwXKjoII
Devbhoomi,Uttarakhand:
[youtube]http://www.youtube.com/watch?v=76rC3EZp87g
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