गजब ढा गए मेहता जी हमारे दिल की बात आपके लफ्जों पर वाह एक तुक्का मेरा भी जी बूती जली राई स्याली बूती जाली राई जिकुड़ी मिली भी जांदी स्याली पर पुटकी बीच म ऐ ग्याई
नेगी जी, अब देखिये साली कहती है :आसमानी जहाज उड़ रंगून डानो में पंछी हुनी उडी उनियु, मै बिना फांक क !अगर साली के पास पंख होते, तो वो जरुर वहां उड़ के पहुच जाती ! Quote from: सत्यदेव सिंह नेगी on October 16, 2010, 01:39:34 PMगजब ढा गए मेहता जी हमारे दिल की बात आपके लफ्जों पर वाह एक तुक्का मेरा भी जी बूती जली राई स्याली बूती जाली राई जिकुड़ी मिली भी जांदी स्याली पर पुटकी बीच म ऐ ग्याई