ये सच है कि गर्भवती माताओं के लिये IFA "Laal Goli" is the magic ….
September 11, 2014 at 11:32pm
ये सच है कि गर्भवती माताओं के लिये IFA "Laal Goli" is the magic …. विगत ३३ वर्षों से भले ही धीमी आवाज़ में ये बात कही गई हो पर लगातार कही गई है और उन्हें समझाने की कोशिश भी की गई …पर कामयाबी की उम्मीद अभी भी है … पिछले दिनों इस बात को गंभीरता से लेते हुए मैंने अपनी हर महिला हितग्राही से जानने की कोशिश की कि उन्होंने गर्भावस्था के दौरान क्या लाल गोली खाई थी ? और खाई थी तो कितनी ??जवाब - नहीं खाई … कोई ने भी नहीं दी / दी पर नहीं खाई … खाई ५-६ गोली खाई … खाई एक पत्ता … नहीं खाई गंधाती थी … जी मचलाता था उलटी हो जाती थी … खाने के बाद या खट्टे नीम्बू पानी या दही छाँछ के साथ खा लेते … खाई पर नि सधी …. गाँव में नीम्बू कहाँ से लाते … दही भी नहीं मिलता … खट्टी और ठंडी चीजें खाने से ठन्डे दरद आते हैं तो बच्चा होने में परेशानी होती है … दुर्भाग्य माताओं को दूध दही नहीं दिया जाता क्योंकि ,दूध दही बच्चे के बदन पर जम जाता है (VERNIX CASEOSA )सवाल - अस्पताल की दवा नहीं खाई तो क्या खाया ??बाज़ार से ले कर खाई … टोनिक की बोतल पी … मैंने ए एन एम् लोगों से पूछा डॉक्टर्स से बुला कर पूछा ऐसा क्यों ?क्या करें सर कोई मानता ही नहीं … गोलियां तो देते हैं पर ये लोग घर जाकर फेंक देती हैं या फिर किसी कोने में पड़ी रहती हैं बाज़ार की टॉनिक पी लेती हैं … मुझे लगा यदि IFA की गोलियों की जगह बोतलों में टॉनिक ,शाहरुख़ खान की सोना चाँदी च्यवनप्राश या सलमान खान के रिवाइटल जैसे पैकिंग में दिया जाए तो मुझे विश्वास है की लाखों करोड़ों गोलियों की दवा घूरे की जगह पेट में जाकर खून का रंग लाल कर सकेगी … अनपढ़ अंध विश्वासों में जकड़े आदिवासी और ग्रामीण जबरदस्त जिद्दी होते हैं उन पर हम जैसों की समझाइस का असर होगा पर न जाने कितना इन्तजार करना होगा ? मुझे यह भी लगता है की दवाओं पर जोर देने के बजाय क्या पौष्टिक आहार लेना चाहिए इस पर भी जोर हो ... कच्ची हरी सब्जियां, फल, गुड़ , चने और मूँगफली का राशन आर्थिक रूप से विपन्न माताओं को बँटा करे …