यकीन नहीं होता, लेकिन यह हकीकत है कि गंगोत्री से केदारनाथ की दूरी तकरीबन डेढ़ सौ किलोमीटर कम हो जाएगी। यह करिश्मा तब संभव है जब पर्यटन विभाग की फाइलों में छह साल से धूल खा रही पंवाली कांठा बुग्याल योजना अमल में आ जाए।
इस योजना के तहत गंगोत्री केदारनाथ पैदल मार्ग को मोटर मार्ग में तब्दील किए जाने की योजना है, राज्य सरकार के अलावा इस योजना पर रिलायंस समूह की भी नजर है। हालांकि अभी तय कुछ भी नहीं हुआ है लेकिन योजना परवान चढ़ी तो तीर्थयात्रियों के लिए सिर्फ एक सड़क बड़ा वरदान साबित होगी। गंगोत्री से केदारनाथ जाने वाले तीर्थयात्रियों को मौजूदा व्यवस्था में 360 किलोमीटर की दूर तय करनी पड़ती है।
अगर रुद्रप्रयाग जिले में पंवाली कांठा में प्रस्तावित मोटर मार्ग बन जाए तो यह दूरी बन जाने से यह दूरी घट कर केवल दो सौ किलोमीटर ही रह जाएगी। उल्लेखनीय है कि यह योजना टिहरी निवासी इंजीनियर आरपी उनियाल ने छह वर्ष पहले सरकार को सौंपी थी।
प्राकृतिक सौंन्दर्य से भरपूर पंवाली कांठा बुग्याल पर स्थानीय निवासी भी लंबे समय से मोटर मार्ग बनाने की मांग कर रहे हैं। समुद्र तल से लगभग 3350 मीटर की ऊंचाई पर स्थित पंवाली कांठा में प्रतिवर्ष लगभग पांच हजार देशी-विदेशी पर्यटक पहुंचते हैं। यहां चारों तरफ बिखरे खूबसूरत नजारों, प्राकृतिक झरने, नदी, नाले, बर्फ से ढकी चोटियां तथा खूबसूरत फूलों से भरे मैदान हैं जो पर्यटकों को बरबस ही अपनी ओर आकर्षित करते हैं।