वह्हा वाह पन्त जी आपूल तो हमर बचपन याद दिले है ली यार हमर गोँ में लै तशे होली हुछी यार लास्ट ६-७ साल पैली हमर मनान ( भट्ट न्याल जुयला) में लै बहुत बड़ी होली हुछी डागर हुछी .
लेकिन अ़ब शराब और न्यू लडुल सब बिगड़ है महारज
जै हो आपुड पहाडी होली परमा परा पर गर्व
नमस्कार आपूल भुतै भल कर पन्त ज्यू