प्रकृति की गोद में स्थित हेमकुंड साहिब में प्रत्येक वर्ष लाखों की संख्या में सिख श्रद्धालु आते हैं, लेकिन सामान्य पर्यटकों की संख्या यहां नाममात्र ही है।
बदरीनाथ यात्रा मार्ग स्थित गोविंदघाट से १९ किलोमीटर पैदल की दूरी पर है हेमकुंड। माना जाता है कि सिखों के दसवें गुरू गोविंद सिंह ने यहां तप किया था।
एक मई को खुलने वाले कपाट के दौरान कई बार हेमकुंड बर्फ का मैदान बना हुआ दिखता है। सर्दियों में यहां की स्थिति का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है।