Author Topic: Photo Gallery Of Uttarakhand - मेरा पहाड कैमरे की नज्ञर से  (Read 613739 times)

Risky Pathak

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Alaknanda at karanprayag



C.S.Mehta

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ye photo mene January 2012 me le the jab main devrajkhal ke taraf gya tha..


एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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Gopal Rawat15 hours ago
यह तस्वीर मैंने बागेश्वर में मेरे घर की छत से ली है...!!
 तस्वीर में बीच में हरा-भरा मैदान को "चौन खेत" कहते हैं...!!
 "चौन खेत" मेरे और मेरे गाँव के लोगों की खेती की ज़मीन है..!!
 सामने पहाड़ी पर बसा हुआ गाँव का नाम "भिलकोट" है.....!!
 This photograph was taken by me on 20-March-2012
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Devbhoomi,Uttarakhand

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C.S.Mehta

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उत्तराखंड के गांवो में मधुमख्खी का पालन एक लगाव से किया जाता है मधुमख्खी को भगवान का एक रूप माना गया है जिस तरह से वो अपने कठीन परिश्रम से एक मीठे पदार्थ शहद का निर्माण करते है बिभिन्न प्रकार के पेड़ पोंधो तथा फूलो से पराग इकठ्ठा करके शहद का निर्माण करते है और जो की काफी लोगों में काफी महसूर है
मधुमख्खी भगवान का रूप है क्योकि वो सिर्फ शहद का ही नहीं एक प्राण को बनाते है धरती में सभी जीव पैदा हो के जन्म लेती है सिर्फ मधुमख्खी ही एक ऐसा जीव है जो धरती में प्राण को जन्म नहीं देती है वो  मधुमख्खी खुद ही मधुमख्खी को बनाती है  मधुमख्खी का एक बड़ा समूह होता है जो की लोगों द्वारा एक बक्से के अन्दर पाले जाते है और इनका एक टाइम आता जब ये इन डिब्बो से निकलकर दुसरे स्थान में बसना चाहते है इस समय लोगों को ध्यान देना होता है की जब ये दुसरे स्थान में जाना चाहे तो इनके लिए एक नए बक्से को तयार रखे |
कैसे किया जाता है स्थान्तरण ...?
जब मधुमख्खी का स्थान्तरण का समय आता है तो ये बक्से से निकलकर बाहर निकलने लगते है और और असमान में उड़ने लगते है अपने जाने की दिशा में इस समय लोगों द्वारा इनको बसाया जाता है लोग मिटटी और पानी को इनके चलने की दिशा में फेक कर इनको बसाया जाता है और ये किसी पेड़ की टहनी पर  या किसी पत्थर पर एक साथ बैठ जाते है और तब लोगों द्वारा (रो) यानि की रानी मख्खी को ढूंडा जाता है जो की इनकी प्रधान मख्खी होती है जो इशारा इस मख्खी द्वारा होता है वही बांकी मख्खी करना शुरु कर देते है इस लिए इस रानी मख्खी को पकड़ना जरुरी होता है इस मख्खी को पकड़ कर इसके पंख काटे जाते है तांकि ये ज्यादा दूर उड़ नहीं सके और बांकी मधुमख्खियो को अपने स्थान पद बसाये रहे

 

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