सती अनसूइया मंदिर महत्व |
=======================
मंदिर में प्रवेश से पहले भगवान गणेश जी की भव्य प्रतिमा के दर्शन प्राप्त होते हैं. यहां पर भगवान गणेश जी एक शिला पर विराजमान हैं मान्यता है कि यह शिला प्राकृतिक रूप से निर्मित है. मंदिर का निर्माण नागर शैली में हो रखा है. मंदिर के गर्भ गृह में सती अनसूइया की भव्य मूर्ति स्थापित है. मूर्ति पर चाँदी का छत्र रखा हुआ है.
मंदिर के प्रांगण में भगवान शिव, माता पार्वती एवं गणेश जी की प्रतिमा देखी जा सकती है. इसके साथ ही सती अनसूइया के पुत्र दत्तात्रेय जी की त्रिमुखी प्रतिमा भी विराजमान है. इस पवित्र मंदिर के दर्शन पाकर सभी लोग धन्य हो जाते हैं इसकी पवित्रता सभी के मन में समा जाती हैं सभी स्त्रियां मां सती अनसूया से पतिव्रता होने का आशिर्वाद पाने की कामना करती हैं.