करोड़ों हिन्दुओं के आस्था के प्रतीक भगवान केदारनाथ की डोली मंगलवार को फाटा से प्रस्थान कर रात्रि विश्राम के लिए गौरीकुंड पहुंच गई है। बुधवार की सुबह डोली केदारनाथ के लिए रवाना होगी।
सोमवार को फाटा में रात्रि विश्राम के बाद बाबा केदार की डोली फाटा से गौरीकुंड के लिए रवाना हुई। इस अवसर पर क्षेत्रीय जनता के साथ ही राजकीय इंटर कालेज फाटा व सरस्वती शिशु मंदिर के छात्रों के बम भोले, जय भोले के धार्मिक नारों ने पूरे वातावरण को भक्तिमय कर दिया।
यहां से रवाना होने के पश्चात केदारेश्वर भगवान की डोली बड़ासू, बदलपुर, रामपुर, सीतापुर व सोनप्रयाग में भक्तों को दर्शन देते हुए रात्रि विश्राम के लिए गौरीमाई मंदिर गौरीकुंड पहुंची। यहां पर भी डोली का मंदिर पुजारियों एवं स्थानीय लोगों ने भव्य स्वागत किया।
सैकडों लोगों ने बाबा भोले का फूल मालाओं के साथ स्वागत किया। बुधवार की सुबह डोली गौरीमाई मंदिर से प्रस्थान कर रात्रि विश्राम के लिए केदारनाथ पहुंचेगी। इसके पश्चात गुरुवार को भगवान केदारनाथ के कपाट भक्तों के दर्शनार्थ खोल दिए जाएंगे। इस अवसर पर केदारनाथ मंदिर के पुजारी बागेश्वर लिंग के साथ ही मंदिर समिति के कर्मचारी व सैकड़ों तीर्थयात्री मौजूद थे।