दिल्ली के तख्त पर औरंगजेब की सल्तनत थी जो कि एक कट्टर मुसलमान था. उसने अनेक हिन्दुओं को जबरन मुसलमान बनने पर बिवस किया. अनेक कुलीन ब्राह्मण, जो कि अत्यन्त संवेदनशील थे, इस डर से कि उन्हें मुसलमान बनने के लिए बिवस किया जा सकता है, अपना घर छोड़ कर अपने परिजनों को साथ लेकर ऐसे स्थानों पर जा बसे जहाँ छोटी-२ राज्य सीमायें थी और उन पर अनेक राजाओं का शाशन था. तब अल्मोडा में चंद राजाओं का राज था. चंद लोग काली माता और भगवन शिव के अनन्य भक्त थे. वहाँ प्रत्येक छोटे-बड़े कार्य धार्मिक अनुष्ठानों से ही शुरू होते थे इसी कारण अनेक कुलीन ब्राह्मण इस राज्य में आकर बस गए. यहाँ के राजा और प्रजा ने उन ब्राहमणों का, उनकी बिद्वता को देख कर, खूब सत्कार किया और वे यहीं के हो कर रह गए. ज्योतिष के ज्ञाता और संस्कृत के बिद्वान इन ब्राहमणों को राजाओं ने बड़े-२ ओहदे, जमीन और पशुधन प्रदान किए.