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Kailash Mansarovar - कैलाश मानसरोवर यात्रा:उत्तराखण्ड की प्रसिद्ध धार्मिक यात्रा

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पंकज सिंह महर:
कुमाऊं मण्ड्ल विकास निगम द्वारा कराई जाने वाली यात्रा का मार्ग

पंकज सिंह महर:
कैलाश मानसरोवर यात्रा 2008 में होंगे कई बदलाव

पिथौरागढ़। कैलाश मानसरोवर यात्रा में इस बार कई महत्वपूर्ण बदलाव किये गये है। जून में शुरू होने वाली यात्रा इस वर्ष मई में ही शुरू हो जायेगी साथ ही यात्रा रूट भी बदला गया है। इस वर्ष यात्रा पिथौरागढ़ जिला मुख्यालय से होकर गुजरेगी। चीन क्षेत्र में मिलने वाली घटिया स्वास्थ्य सेवाओं को देखते हुए इस वर्ष चीनी क्षेत्र भारतीय स्वास्थ्य कर्मियों की तैनाती पर विचार किया जा रहा है।

कैलाश मानसरोवर यात्रा की तैयारियों को लेकर मंगलवार को पिथौरागढ़ के जिलाधिकारी डी.सैंथिल पांडियन की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में यात्रा आयोजक संस्था कुमाऊं मण्डल विकास निगम के प्रबंध निदेशक अमित नेगी ने बताया कि इस वर्ष कैलाश मानसरोवर यात्रा 29 मई से शुरू होगी। यात्रा में 16 बैच जायेंगे, जिसमें 40 से लेकर 60 तक यात्री होंगे। इस वर्ष यात्रा पथ में बदलाव किया गया है। अभी तक यात्रा बेरीनाग होते हुए बेस कैम्प धारचूला जाती थी,लेकिन इस वर्ष यात्रियों को जागेश्वर में रात्रि विश्राम कराने के बाद पिथौरागढ़ जिला मुख्यालय से होकर बेस कैम्प धारचूला ले जाया जायेगा। उन्होंने बताया कि यात्रा पथ में पड़ने वाले पैदल पड़ावों की व्यवस्था बेहतर करने के लिए निगम की एक टीम पैदल पड़ावों के लिए भेज दी गयी है।

पैदल पड़ावों पर संचार व्यवस्था की जानकारी देते हुए आईटीबीपी के अधिकारियों ने बताया कि गुंजी से अंतिम सीमा लीपूपास तक संचार की व्यवस्था आईटीबीपी करेगी। गाला, बूंदी, गुंजी में भारत संचार निगम लिमिटेड सैटेलाइट फोन की व्यवस्था करेगा। इस क्षेत्र के सभी थानों, चौकियों और बेस कैम्प में भी संचार की व्यवस्था रहेगी। यात्रा दलों के साथ चलने वाले सुरक्षा कर्मियों के पास वायरलेस सेट रहेंगे।

यात्रा पथ पर खाद्यान्न की कोई समस्या न हो इसके लिए सभी खाद्यान्न गोदामों में पर्याप्त खाद्यान्न रखे जाने के निर्देश जिलाधिकारी ने जिला पूर्ति अधिकारी को दिये। हर यात्रा दल के साथ एक चिकित्सक और एक फार्मेसिस्ट की तैनाती सुनिश्चित करने के लिए मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया गया। बैठक में चीन में घटिया चिकित्सा सुविधा मिलने की कैलाश यात्रियों की शिकायत को देखते हुए चीनी क्षेत्र तकलाकोट में भारतीय चिकित्सा कर्मियों की तैनाती पर भी विचार किया गया। बैठक में इसका प्रस्ताव भारत सरकार को भेजने का निर्णय लिया गया।

यात्रा कुलियों की मजदूरी तय करने को लेकर हुई चर्चा के बाद जिलाधिकारी ने शीघ्र ही मजदूरी निर्धारण कर लेने के निर्देश धारचूला के उपजिलाधिकारी को दिये। यात्रा के दौरान मार्ग बंद होने की समस्या से निपटने के लिए पर्याप्त संख्या में डोजर तैनात करने के निर्देश सीमा सड़क संगठन के अधिकारियों को दिये। यात्रा तैयारियों को लेकर दस मई को धारचूला के उपजिलाधिकारी और बीस मई को जिलाधिकारी द्वारा पैदल पड़ावों का निरीक्षण करने का निर्णय भी बैठक में लिया गया। बैठक में भारत चीन व्यापार को लेकर भी चर्चा की गयी।

पंकज सिंह महर:
कैलाश-मानसरोवर यात्रा का आयोजन भारत सरकार के विदेश मंत्रालय द्वारा किया जाता है जिसमें उत्तराखण्ड राज्य की सरकार के कुमाऊँ मंडल विकास निगम तथा भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल का महत्वपूर्ण सहयोग होता है। क्योंकि कैलाश-मानसरोवर क्षेत्र का मौसम बहुत विषम है जहाँ सर्दियों में तापमान -450 तक पहुँच जाता है अत: साल के कुछ महीनों में ही यह यात्रा संभव है। यह यात्रा प्राय: मई-जून से लेकर सितंबर तक ही आयोजित की जाती है जिसमें छ:-छ: दिन के अंतराल से यात्रियों के सोलह जत्थे जाते हैं तथा प्रत्येक जत्थे में यात्रियों की अधिकतम संख्या पहले चवालीस होती थी जो वर्ष 2006 से बढ़ाकर साठ कर दी गई है। इस प्रकार प्रत्येक वर्ष इस यात्रा में अब 960 यात्री भाग ले सकते हैं। इस यात्रा में सम्मिलित होने के लिए विदेश मंत्रालय में आवेदन करना पड़ता है। ;जो लोग नेपाल के रास्ते यात्रा करते हैं उन्हें भारत सरकार से अनुमति लेने की आवश्यकता नहीं है लेकिन पासपोर्ट व वीजा जैसी औपचारिकताएँ अनिवार्य हैं.

पंकज सिंह महर:
 आवेदन का तरीका

भारत सरकार का विदेश मंत्रालय कैलाश-मानसरोवर यात्रा पर जाने के इच्छुक लोगों से आवेदन आमंत्रित करता है। विदेश मंत्रालय प्राय: हर वर्ष जनवरी-फरवरी में देश के प्रमुख समाचार पत्रों में इस आशय का विज्ञापन प्रकाशित करवाता है। विज्ञापन में यात्रा-संबंधी सूचना के अतिरिक्त आवेदन पत्र का प्रारूप भी दिया जाता है जिसे पूरी तरह भरकर निम्न पते पर भेजना होता है:

अवर सचिव ;चीन, कमरा संख्या : 271 ;ए,

साउथ ब्लॉक, विदेश मंत्रालय, नई दिल्ली-110011.

विज्ञापन में दी गई अंतिम तिथि से पूर्व अपना आवेदन-पत्र अपेक्षित दस्तावेजों की प्रतिलिपियों तथा फ़ोटोग्राप्फस के साथ भेज देना जरूरी है। बाद में प्राप्त होने वाले तथा अधूरे आवेदन पत्रों पर विचार नहीं किया जाता। किसी भी प्रकार की अतिरिक्त जानकारी के लिए उपरोक्त पते पर पत्र-व्यवहार किया जा सकता है अथवा व्यक्तिगत रूप से संपर्क किया जा सकता है।

हलिया:
जै शिव शंकर कैलाश पति।

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