नौगांव तथा पुरोला प्रखंड में बसे टिहरी के विस्थापितों ने दशहरे के पावन पर्व पर पहली बार टिहरी से मां राजराजेश्वरी तथा सुरकंडा देवी की डोलियों को रवांई घाटी लाए। मां की डोलियों के आगमन पर ग्रामीणों ने ढोल नगाड़ों के साथ मा की डोलियों का स्वागत किया।
विभिन्न गांवों के लोगों ने नवरात्र के अवसर पर देवथल पुरोला में मां राजराजेश्वरी तथा मां सुरकुंडा देवी की पूजा अर्चना की। गौरतलब है कि टिहरी बांध बनने पर टिहरी की पट्टी ओबा, भदूरा बनकुडाली सहित दर्जनों गांव के सैकडों परिवार विस्थापित हो कर रवांई घाटी के पुरोला, बसंतनगर, डेरिका,धेवरा तेगडा, गेंडा, तलडा, नौगांव, पोल, राजतर आदि गांव में बस गए हैं।