Tourism in Uttarakhand > Tourism Places Of Uttarakhand - उत्तराखण्ड के पर्यटन स्थलों से सम्बन्धित जानकारी

Ghansali,Mini Japan Of Uttarakhand,घनसाली,टिहरी गढ़वाल, उत्तराखंड का मिनी जापान

(1/27) > >>

Devbhoomi,Uttarakhand:
घनसाली,शीर्षक पढ़कर आप सोच रहे होंगे कि आखिर भारत के पर्वतीय राज्य उत्तराखंड  के सुदूरवर्ती अंचलों में मिनी जापान कैसे बस सकता है, लेकिन यह बिल्कुल  सच है। यह सही है कि इन गांवों में एक भी जापानी नहीं रहता है। इसके  बावजूद इलाके में ये गांव 'मिनी जापान' के नाम से ही जाने जाते हैं।

  दरअसल  इन गांवों के कमोवेश हर घर से कम से कम एक सदस्य जापान में नौकरी कर रहा  है। ऐसे में जापानी मुद्रा 'येन' की बदौलत दूरस्थ होने के बावजूद आज इस  गांव में कई आलीशान दो मंजिला पक्के मकान हैं। गांव में बिजली नहीं है,  लेकिन हर घर में सौर ऊर्जा उपकरण लगे हैं। इनसे ग्रामीणों की रातें रोशन  होती हैं।   

 खास बात यह है कि इस गांव के अधिकांश युवाओं का सपना भी  पढ़-लिखकर जापान जाने का ही रहता है। टिहरी जनपद के भिलंगना विकास खंड का  हिंदाव क्षेत्र, शिक्षा, बिजली और सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओं से पूरी तरह  वंचित है।    इसके बावजूद यहां के गांवों में मौजूद सुख-सुविधाएं ऐसी  हैं कि बड़े-बड़े शहरों को भी मात दे दें।

सड़क मार्गो से काफी दूर खड़ी चढ़ाई  पार करने के बाद इन गांवों को देखकर यकीन ही नहीं होता कि ये दूरस्थ  क्षेत्रों के गांव हैं। इन गांवों की समृद्धि की कहानी शुरू हुई करीब दो  दशक पूर्व जब रोजगार की तलाश में यहां के कुछ युवा शहरों की ओर गए।    खास  बात यह रही कि उन्होंने नौकरी के लिए सीधा जापान का रुख किया और बस गांव  की तस्वीर बदलनी शुरू हो गई।

आज पट्टी हिंदाव क्षेत्र के ग्राम सरपोली,  पंगरियाणा, भौंणा, लैणी, अंथवालगांव आदि गांवों में लगभग हर घर से कम से  कम एक सदस्य जापान मे है। इनमें से अधिकांश वहां होटल व्यवसाय से जुड़े हुए  हैं।    गांव के अधिकतर लोगों का जापान में होने का असर यहां की  आर्थिकी पर भी पड़ा। आज पट्टी के सभी गांवों में सीमेंट के पक्के आलीशान  भवन बने हुए हैं।

इनमें न केवल आधुनिक सुख-सुविधाएं हैं, बल्कि मनोरंजन के  सारे साधन मौजूद हैं। खास बात यह है कि जब क्षेत्र के अधिकांश गांवों में  बिजली पहुंची ही नहीं थी, तब इन गांवों के लोगों ने अपने खर्चे पर सौर  ऊर्जा उपकरण लगवा लिए।    जापानी मुद्रा यानी येन की बदौलत ये गांव  अन्य गांवों के मुकाबले सुविधा संपन्न हो गए। सरपोली के ग्राम प्रधान  कुंदन सिंह कैंतुरा कहते हैं कि विदेश में बसे लोगों ने गांवों की तस्वीर  बदल दी, लेकिन सड़क व शिक्षा जैसी मूलभूत सुविधाएं जुटाने को प्रयास किए  जाने की जरूरत है। 

  500 विदेशी खाते हैं घनसाली स्टेट बैंक में जनपद  टिहरी की भारतीय स्टेट बैंक की घनसाली शाखा में 500 बैंक खाते ऐसे हैं, जो  विदेश से संचालित होते हैं। यही वजह है कि स्टेट बैंक आफ इंडिया [एसबीआई]  घनसाली का सालाना टर्नओवर बैंक की अन्य शाखाओं से अधिक है।

 बैंक के शाखा  प्रबंधक एमआर सिंह गिल बताते हैं कि सबसे अधिक खाते सरपोली गांव के लोगों  के हैं। जापानी मुद्रा आने के कारण यहां गांवों की तकदीर बदली है।

Devbhoomi,Uttarakhand:
MINI JAPAN KI KUCCHH NAI JHALAK

Devbhoomi,Uttarakhand:
घनसाली कस्बा भिलंगना नदी के तट पर बसा हुवा है

Devbhoomi,Uttarakhand:
ROAD TO GHANSALI

Devbhoomi,Uttarakhand:
ये पुल जोड़ता है घुत्तु और चमियाल को घनसाली से

Navigation

[0] Message Index

[#] Next page

Sitemap 1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 
Go to full version