हिमालय की पर्वतीय श्रंखलाओं में देहरादून भारत का सबसे पुराना शहर है। उत्तरांचल की राजधानी देहरादून में शांत वातावरण और मनोरम दृश्यों के चलते पर्यटकों के लिए पसंदीदा स्थल है। चाय के बागान और लीची के बाग-बगीचे पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित करते हैं।
तपकेश्वर मंदिर : तपकेश्वर शिव मंदिर गढ़ी छावनी में स्थित है। यह क्षेत्र शहर के बस अड्डे से 5.5 किमी दूर है। यहां एक चट्टान से पानी की बूंदें मंदिर में स्थित शिवलिंग पर गिरती रहती हैं।
* सहस्त्रधारा : सहस्त्रधारा का अर्थ (हजार गुना अर्थ वसंत) है। यह देहरादून से 11 किमी की दूरी पर स्थित है। यहां बलदी नदी और गुफाएं मनोहारी दृश्यों के लिए विख्यात हैं। यहां औषधीय गुणों वाला झरना भी बहता है। मान्यता है कि यहां स्नान करने से विभिन्न प्रकार के चर्म रोग दूर हो जाते हैं।
* लक्ष्मणसिद्ध : देहरादून से 12 किमी दूर हरिद्वार/ऋषिकेश प्रसिद्ध मंदिर लक्ष्मणसिद्ध के नाम से जाना जाता है। पौराणिक कथा है कि यहां पर एक साधु ने तपस्या की थी।
* मल्सी डियर पार्क : यह मसूरी मार्ग पर देहरादून से 10 किमी दूरी पर स्थित है। मल्सी डियर पार्क एक मिनी जूलोजिकल पार्क, बच्चों के पार्क और प्राकृतिक सुंदरता से भरा स्थल है।
* चंद्रबनी : देहरादून से 7 किमी दूर देहरादून-दिल्ली रोड पर चंद्रबनी नाम से प्रख्यात मंदिर है। मत है कि स्वर्ग की बेटी गंगा ने खुद को इस जगह पर प्रकट किया था।
* सरई दरबार: सरई दरबार मंदिर राजपुर रोड पर क्लॉक टॉवर के साथ 8 किमी दूरी पर स्थित है। यह जगह उच्च सांस्कृतिक और अध्यात्मिक महत्व रखती है।
* तिब्बती मंदिर : तिब्बती मंदिर राजपुर रोड पर सरई दरबार मंदिर के निकट स्थित है। यहां पर भगवान बुद्ध का विशाल और रंगीन मंदिर है।
* रॉबर्स केव (गुच्छुपानी): रॉबर्स केव पिकनिक के लिए आदर्श जगह है, जो बस अड्डे से 8 किमी दूरी पर है।
* बाय एयर : देहरादून से निकटतम एयरपोर्ट जॉली ग्रांट करीब 25 किमी दूर शहर के बाहरी इलाके में स्थित है। यहां से दिल्ली के लिए रोजाना फ्लाइट है।
* बाय ट्रेन : देश के सभी महानगरों से जुड़ी यहां ट्रेने आती हैं। दिल्ली से आने वाले पर्यटकों के लिए शताब्दी एक्सप्रेस बढ़िया विकल्प है।