शिखर से आप कर सकते है हिमालय के नजदीगी से दर्शन! यहाँ से नंदा देवी पर्वत, पंचाचूली, नंदा खाट, बनकटिया, पिंडारी आदि के दर्शन बहुत ही अच्छे होते है!
भगवान् मूल नारायण जी पवित्र धाम होने से यहाँ पर धार्मिक एव प्राकर्तिक दोनों पर्यटन की आपार सम्भावना है! भगवान् मूल नारायाण जी के दो सुपुर्त्रो का मंदिर शिखर से कुछ दूरी पर है!
१) भनार - जहाँ पर भगवान् बजैण जी का मंदिर है! यह मंदिर भी एक भव्य बांज के पेड़ो के बीच घिरा हुवा है! अगर आप शिखर जाने के लिए भनार से जाए तो यह मंदिर रास्ते मे जहाँ से शिखर की चडाई शुरू होती है!
२) सनगाड़ - शिखर पहुचने के लिए दूसरा रास्ता जो रीमा से है! रीमा से सनगाड़ ५ किलोमोटर की दूरी पर है! संगाद में नौलिग़ भगवान् का एक भव्य मंदिर है जहाँ पर दूर -२ श्रद्धालु आते है! यहाँ दर्शन कर के बाद शिखर की चडाई शुरू होत्ती है !